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-मंगलायतन, एमिटी और महात्मा गांधी मिशन यूनिवर्सिटी अपने संस्थान यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में खोलेंगे
-करीब 780 करोड़ रुपये का निवेश हो सकेगा और तीन हजार लोगों को रोजगार मिलेगा

विजय मिश्रा (उदय भूमि)
ग्रेटर नोएडा।
सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह की दूरदर्शी नीतियों के चलते यमुना प्राधिकरण (यीडा) क्षेत्र बड़ा एजूकेशन हब विकसित होने की ओर अग्रसर है। अब तीन और बड़े समूहों को शैक्षणिक संस्थान खोलने के लिए जमीन आवंटित की गई है। इसमें मंगलायतन, एमिटी और महात्मा गांधी मिशन यूनिवर्सिटी शामिल है। इनके आने से यहां करीब 780 करोड़ रुपये का निवेश हो सकेगा। जबकि तीन हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा।

नोएडा एयरपोर्ट बनने के बाद यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निवेशक आने के लिए लाइन में लगे हैं। यह बड़ा एजूकेशन हब बनने की ओर अग्रसर है। यीडा सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह की दूरदर्शिता के चलते शिक्षा क्षेत्र के बड़े समूह यहां पर आ रहे हैं। प्राधिकरण ने तीन विश्वविद्यालय को जमीन आमंटित की है। यह कदम न केवल क्षेत्र के विकास को गति देगा बल्कि यमुना प्राधिकरण क्षेत्र को एक प्रमुख एजुकेशन हब के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा। आवंटित किए गए विश्वविद्यालय में मंगलयातन विश्वविद्यालय, एमिटी विश्वविद्यालय और महात्मा गांधी मिशन यूनिवर्सिटी शामिल है। मंगलयातन यूनिवर्सिटी की स्थापना रांची, अलीगढ़, पंजाब, सिक्किम और इटानगर में पहले से है। इस विश्वविद्यालय के कई स्कूल हैं। अब यमुना प्राधिकरण में अपनी नया विश्वविद्यालय स्थापित करने जा रहा है। यह ग्रुप यहां पर 210 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। जबकि एक हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। इससे छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए विशेष अवसर मिलेगा।

छात्रों को मिलेगा फायदा
एमिटी विश्वविद्यालय को भी जमीन आवंटित की गई है। यह विश्वविद्यालय भारत के 12 स्थान पर संचालित है। 15 अंतरराष्ट्रीय केंद्रों के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जाती है। एमिटी के पास नैक की ए प्लस मान्यता है, जो इसकी शैक्षणिक व्यवस्था को दर्शाता है। यह ग्रुप यहां पर 170 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। करीब एक हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा। इसका फायदा यहां के छात्रों को मिलेगा।

पहली बार उप्र में आई महात्मा गांधी मिशन यूनिवर्सिटी
महात्मा गांधी मिशन यूनिवर्सिटी एक प्रतिष्ठित समूह में जो पहली बार उत्तर प्रदेश में अपनी शाखा स्थापित करने जा रहा है। यह महाराष्ट्र का समूह है। इसके पहले महाराष्ट्र का नरसी मोंजी विश्वविद्यालय भी यहां आ चुका है। यह समूह यहां पर 400 करोड़ का निवेश करेगा। जबकि 1200 लोगों को रोजगार मिलेगा। सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने कहा कि यमुना प्राधिकरण क्षेत्र शिक्षा के प्रमुख हब के रूप में स्थापित हो रहा है। यह कदम छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी योगदान देगा। क्षेत्र में कई और बड़े समूह आने के लिए तैयार हैं।

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