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-ऑल टीचर्स इम्प्लाई वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री के प्रति जताया आभार
-पुरानी पेंशन बहाल के लिए अटेवा की जंग रहेगी जारी, अन्य शिक्षक कर्मचारियों को भी दिलाएंगे लाभ

गाजियाबाद। प्रदेश में 28 मार्च 2005 के पूर्व विज्ञापित पदों पर नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों एवं कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ मिलेगा। कैबिनेट की मंजूरी के बाद विभिन्न संगठनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फैसले का स्वागत किया है। यह शिक्षक और कर्मचारी पुरानी पेंशन के लिए लम्बे समय से संघर्ष और आंदोलन कर रहे थे। ऑल टीचर्स इम्प्लाई वेलफेयर एसोसिएशन (अटेवा) के जिलाध्यक्ष मनीष शर्मा ने कहा सरकार के इस सराहनीय फैसले का हम स्वागत करते हैं। इससे प्रदेश के लगभग 60 हजार शिक्षक और कर्मचारियों को फायदा मिलेगा। बुधवार को अटेवा की कार्यकारिणी की मासिक बैठक का आयोजन हुआ।

जिसमें मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली सरकार की कैबिनेट ने 28 मार्च 2005 से पूर्व जारी होने वाले विज्ञापित पदों पर 1 अप्रैल 2005 के बाद नियुक्ति पाने वाले शिक्षक, कर्मचारी एवं अधिकारियों को पुरानी पेंशन का विकल्प देना के फैसले का अटेवा स्वागत करता है। मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पेंशन सभी का संवैधानिक अधिकार है अत: सरकार को सभी कर्मचारियों को ओपीएस का विकल्प देने का आदेश जारी करना चाहिए। प्रदेश सरकार को सभी सरकारी कर्मचारी के पक्ष में ओपीएस का विकल्प देते हुए सरकारी कर्मचारियों को लाभान्वित करने का आदेश जारी करना चाहिए। बैठक में जिला महामंत्री राम शेष वर्मा को राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु द्वारा प्रदेश की अटेवा कैडर की प्रदेश की टीम में शामिल करने पर समस्त कार्यकारिणी ने माला पहनाकर शुभकामनाएं दीं।

जिला कार्यकारिणी में प्रदेश के द्वारा तय किए गए मुद्दों पर चर्चा हुई। जिसमें जुलाई से आरंभ होने वाले सदस्य एवं जागरूकता अभियान, अगस्त माह में आयोजित होने वाली ब्लॉक स्तरीय गोष्ठी, जिला मुख्यालय एवं प्रदेश पर होने वाले प्रदर्शनों के साथ साथ जिला एवं ब्लॉक स्तरीय कार्यकारिणी का पुनर्गठन जैसे मुद्दों को शामिल किया गया। अटेवा के पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अटेवा का गठन सभी के लिए पेंशन और सरकारी नौकरियों ने निजीकरण का विरोध कर सामाजिक सुरक्षा और युवा पीढ़ी के नौकरी संबंधी अधिकारों की रक्षा करना है। गौरतलब हो कि पुरानी पेंशन बहाल के मुद्दों को लेकर अटेवा पिछले कई वर्षों से लगातार आंदोलन कर अपनी आवाज को बुलंद करता आ रहा था।

अटेवा द्वारा किए आंदोलन का ही परिणाम है कि आज हजारों शिक्षकों को पुरानी पेंशन का लाभ मिलेगा। जिलाध्यक्ष ने कहा यह हमारी जंग की जीत भले ही हुई है। मगर हमें यह लड़ाई आगे भी जारी रखनी है, क्योंकि अटेवा से जुड़े हजारों शिक्षकों की लड़ाई के लिए हमें लड़ना होगा। सरकार ने 28 मार्च 2005 से पूर्व जारी होने वाले विज्ञापित पदों पर 1 अप्रैल 2005 के बाद नियुक्ति पाने वाले शिक्षक, कर्मचारी एवं अधिकारियों की पेंशन बहाल की है। इसके बाद नियुक्ति पाने वाले वाले किसी भी व्यक्ति को पुरानी पेंशन का लाभ नहीं मिलेगा। अब उनके हकों की लड़ाई भी हमें ही लड़नी होगी, तभी हमारी असली जीत होगी।

बैठक में सुधीर त्यागी (संरक्षक), मनीष कुमार शर्मा (अध्यक्ष), राम शेष वर्मा (महामंत्री), प्रदीप चौहान (कोषाध्यक्ष), एसपी सिंह (वरिष्ठ उपाध्यक्ष), आरती वर्मा (जिला संयोजिका), मीनू शर्मा (जिला महामंत्री), अमित त्यागी (महानगर अध्यक्ष), संजय चौधरी (मुरादनगर अध्यक्ष), गीता ढींगरा (रजापुर अध्यक्ष), राजपाल यादव (भोजपुर अध्यक्ष), पारस गोस्वामी लोनी अध्यक्ष), राकेश कुमार (संयुक्त मंत्री, भोजपुर), दीपक चौबियान (संगठन मंत्री), राकेश प्रवक्ता उपस्थित रहे। उसके उपरांत अटेवा के पदाधिकारियों ने खण्ड शिक्षा अधिकारी रजापुर कविता चौहान को अटेवा का प्रतीक चिन्ह देकर ब्लॉक में कार्यभार ग्रहण करने पर शुभकामनाएं दीं।

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