Murshidabad Riots: मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा का मामला फिलहाल इस समय सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है. एक वकील ने जनहित याचिका दायर करके सुप्रीम कोर्ट से एक एसआईटी बनाने और अपनी निगरानी में जांच कराने की मांग की ह…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- मुर्शिदाबाद हिंसा मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा.
- एसआईटी जांच की मांग को लेकर जनहित याचिका दायर की गई.
- हिंसा से हजारों लोग बेघर हुए.
नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हुई हिंसा के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर हुई है. जिसके तहत ये मांग की गई है कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक एसआईटी बोर्ड का गठन किया जाए. दरअसल वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ मुर्शिदाबाद सहित उसके आसपास के इलाकों में पिछले कुछ दिनों से लगातार हिंसा हो रही है. ये मामला लगातार वहां बढ़ रहा है. वहां अभी भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. लिहाजा इसी बात को ध्यान में रखते हुए सुप्रीम कोर्ट में इस याचिका को शशांक शेखर झा नाम के वकील ने 14 अप्रैल को दायर किया है.
अपनी याचिका में शशांक शेखर झा ने मांग की है कि हिंसा वाले इलाके में पूर्ण तौर पर शांति व्यवस्था बहाल करने के साथ ही उस इलाके में लोगों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए और बेहतर उपाय किए जाएं. हालांकि इस मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट में पहले से ही एक याचिका दायर हो चुकी है. हाईकोर्ट पहले से ही इस मामले पर संज्ञान ले चुकी है. उसके बाद इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उन तमाम हिंसाग्रस्त इलाकों में ज्यादा से ज्यादा अर्ध सैनिक बलों को तैनात करने का निर्देश भी दिया जा चुका है.
अर्ध सैनिक बलों के द्वारा इलाके में शांति व्यवस्था बहाल करने की कोशिश के साथ ही उन लोगों पर उचित कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया जा चुका है, जो इलाके में हिंसा के दौरान सड़क पर या सार्वजनिक जगहों पर तोड़फोड़, वाहनों, घरों सहित सार्वजनिक स्थानों पर आगजनी करने के जिम्मेदार रहे हैं. इसके साथ ही हिंसा करने वाले आरोपियों की पहचान करने का निर्देश भी दिया गया है. जिससे कि उनके खिलाफ उचित कार्रवाई किया जा सके.
दरअसल पश्चिम बंगाल में लचर कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से अपील किया है कि मुर्शिदाबाद हिंसा के दौरान कई लोगों की जान चली गई है. इसके साथ ही सैकड़ों लोग घायल भी हो गए हैं. इस मामले में एक रिपोर्ट ये भी आई है कि हिंसा की वजह से हजारों लोगों को अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है. पलायन करने वाले लोगों में से अधिकांश लोग हिंदू धर्म से जुड़े लोग हैं.
- व्हाट्स एप के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- टेलीग्राम के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- हमें फ़ेसबुक पर फॉलो करें।
- हमें ट्विटर पर फॉलो करें।
———-
स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||