Image Slider

नई दिल्ली/मुंबई7 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

अनिल देशमुख महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री रह चुके हैं।

पहलगाम आतंकी हमले पर NCP (शरद पवार) के नेता अनिल देशमुख ने बयान दिया है। उन्होंने कहा, ‘इसकी पुख्ता जानकारी नहीं है कि पहलगाम आतंकी हमले के आतंकवादियों ने पीड़ितों को गोली मारने से पहले उनका धर्म पूछा था या नहीं।’

उन्होंने कहा कि इस सच्चाई केवल जांच से पता चल सकेगी। ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। सरकार आतंकियों के किए नरसंहार के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। सिंधु समझौता स्थगित किया गया है। सरकार ने बहुत अच्छे कदम उठाए हैं।

उन्होंने सवाल किया कि हमला बॉर्डर से 200 KM दूर हुआ। आतंकवादी वहां कैसे पहुंचे? यह खुफिया विफलता है। इसकी जांच होनी चाहिए। वहीं, असम में पहलगाम हमले पर विवादित बयान देने वाले ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) विधायक अमीनुल इस्लाम को गिरफ्तार किया गया है।

अमीनुल इस्लाम को गिरफ्तार कर ले जाती पुलिस।

असम में AIUDF विधायक गिरफ्तार पहलगाम हमले पर अपमानजनक टिप्पणी करने पर असम में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) विधायक अमीनुल इस्लाम को गिरफ्तार कर लिया गया।

अमीनुल इस्लाम को एक सभा में भड़काऊ बयान देने के लिए गिरफ्तार किया गया है। इस्लाम पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 152/196/197(1)/113(3)/352/353 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

संजय राउत बोले- यह देश और सरकार पर हमला शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने पहलगाम आतंकी हमले पर कहा कि यह संकट की घड़ी है। यह हमला सिर्फ कश्मीर में नहीं हुआ, जो पर्यटक वहां गए थे सिर्फ उनपर हमला नहीं हुआ यह देश पर हमला हुआ है।

उन्होंने कहा- महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हरियाणा पूरे देश के पर्यटक वहां गए थे यह देश पर, सरकार पर हमला है। संकट की घड़ी में हम सब एक हैं। चाहे सत्ताधारी पक्ष हो या विपक्ष हो, हम सब एकसाथ बैठकर फैसले करेंगे और हमारी यह भूमिका है कि इस संकट की घड़ी पर सरकार जो फैसला लेगी उनके साथ हम सब है।

वाड्रा ने कहा था- अल्पसंख्यक असहज और परेशान महसूस करते हैं

रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, मुझे बहुत बुरा लग रहा है और मेरी गहरी संवेदनाएं इस आतंकवादी कृत्य में मारे गए लोगों के लिए हैं। हमारे देश में, हम देखते हैं कि यह सरकार हिंदुत्व की बात करती है और अल्पसंख्यक असहज और परेशान महसूस करते हैं।

यदि आप इस आतंकवादी कृत्य का विश्लेषण करते हैं, यदि वे (आतंकवादी) लोगों की पहचान देख रहे हैं, तो वे ऐसा क्यों कर रहे हैं? क्योंकि हमारे देश में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच एक विभाजन पैदा हो गया है।

वाड्रा ने आगे कहा, इससे इस तरह के संगठनों को लगेगा कि हिंदू सभी मुसलमानों के लिए समस्या पैदा कर रहे हैं। पहचान को देखते हुए किसी की हत्या करना, यह प्रधानमंत्री के लिए संदेश है, क्योंकि मुसलमान खुद को कमजोर महसूस कर रहे हैं।

अल्पसंख्यक खुद को कमजोर महसूस कर रहे हैं। यह बात शीर्ष स्तर से आनी चाहिए कि हम अपने देश में सुरक्षित और धर्मनिरपेक्ष महसूस करते हैं और हम इस तरह की हरकतें होते नहीं देखेंगे।

………………………

पहलगाम हमले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…

क्या भारत रातोंरात रोक पाएगा पाकिस्तान का पानी: सिंधु जल पर उनकी 90% खेती निर्भर; अब पाकिस्तान के पास क्या रास्ता बचा

पहलगाम हमले के बाद भारत ने जो कदम उठाए हैं, उनमें सबसे बड़ा फैसला है- सिंधु जल समझौते पर रोक लगाना। पाकिस्तान की खेती, पीने का पानी और बिजली उत्पादन का बड़ा हिस्सा इसी पानी पर निर्भर है। दोनों देशों के बीच 3 जंग के बावजूद भारत ने ये समझौता बरकरार रखा था। पूरी खबर पढ़ें…

खबरें और भी हैं…

———-

🔸 स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।

 

Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||