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KVS Vs EMRS: केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) और एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (EMRS) दोनों ही भारत सरकार के अधीन काम करता है. लेकिन दोनों के स्कूलों में काफी अंतर होता है.

KVS और EMRS में क्या होता है अंतर, दोनों में कौन है बेहतर? पढ़ें तमाम डिटेलKVS Vs EMRS: केंद्रीय विद्यालय और एकलव्य मॉडल स्कूल में काफी अंतर है.

हाइलाइट्स

  • KVS और EMRS में काफी अंतर होता है.
  • दोनों अलग-अलग मंत्रालयों से संचालित होता है.
  • इनकी अपनी-अपनी खासियत है.

KVS Vs EMRS: अगर आप अपने बच्चों के लिए स्कूलों की तलाश कर रहे हैं, तो KVS और EMRS स्कूल अच्छे हो सकते हैं. लेकिन इन दोनों स्कूलों का चयन करने से पहले इसके बारे में जानना बेहतर होता है. केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) और एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (EMRS) दोनों ही भारत सरकार की तरफ से शुरू किए गए स्कूल हैं, जिनका मकसद बच्चों को अच्छी शिक्षा देना है. लेकिन ये दोनों स्कूल अलग-अलग ग्रुप के बच्चों के लिए बनाए गए हैं और इनकी अपनी-अपनी खासियतें हैं.

केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS)
KVS स्कूल खास तौर पर केंद्र सरकार के कर्मचारियों सेना, रेलवे, या किसी सरकारी दफ्तर में काम करने वालों के बच्चों के लिए बनाए गए हैं. ये स्कूल CBSE बोर्ड का सिलेबस फॉलो करते हैं और पढ़ाई के साथ-साथ खेल, म्यूजिक, आर्ट्स जैसी सिलेबस से अलग एक्टिविटीज पर भी जोर देते हैं. KVS स्कूल देश भर में मौजूद हैं, जिससे अक्सर तबादले पर जाने वाले सरकारी कर्मचारियों के बच्चों की पढ़ाई में रुकावट नहीं आती है. यहां पढ़ने वाले बच्चे अलग-अलग राज्यों और पृष्ठभूमियों से आते हैं, जिससे उन्हें विविधता में रहना और दूसरों से सीखने को मिलता है.

एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (EMRS)
EMRS स्कूल आदिवासी बच्चों के लिए खासतौर पर बनाए गए हैं, ताकि उन्हें बेहतर शिक्षा और जीवन में आगे बढ़ने के मौके मिल सकें. ये भी CBSE सिलेबस को फॉलो करते हैं, लेकिन साथ ही आदिवासी संस्कृति, भाषा और परंपराओं को भी पढ़ाई में शामिल करते हैं. EMRS स्कूल ज़्यादातर आदिवासी इलाकों में बनाए जाते हैं, जिससे वहां के बच्चों को नज़दीक ही शिक्षा मिल सके.

KVS और EMRS में अंतर (Difference Between KVS EMRS)
अगर आप सरकारी कर्मचारी हैं और चाहते हैं कि आपके बच्चों देश के किसी भी हिस्से में अच्छी शिक्षा और अन्य एक्टिविटीज में शामिल हों, तो KVS बेहतर विकल्प हो सकता है. वहीं यदि आप आदिवासी समुदाय से हैं या चाहते हैं कि शिक्षा के साथ-साथ आपकी संस्कृति और भाषा को भी महत्व मिले, तो EMRS एक अच्छा विकल्प है. KVS स्कूल ज़्यादातर शहरों और कस्बों में होते हैं, जबकि EMRS स्कूल ग्रामीण या आदिवासी क्षेत्रों में बनाए गए हैं.

KVS और EMRS दोनों का मकसद बच्चों को अच्छी और समग्र शिक्षा देना है. इनमें से कौन सा बेहतर है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी पारिवारिक स्थिति, प्राथमिकताएं और बच्चे की ज़रूरतें क्या हैं. दोनों ही संस्थान अपने-अपने समुदायों की सेवा कर रहे हैं और बच्चों को एक उज्ज्वल भविष्य देने की दिशा में काम कर रहे हैं.

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KVS और EMRS में क्या होता है अंतर, दोनों में कौन है बेहतर? पढ़ें तमाम डिटेल

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