Image Slider

नई दिल्ली. बॉलीवुड सितारे अक्सर चैट शोज पर अपनी जिंदगी से जुड़े कई अनसुने खुलास करते हैं जो लोगों को हैरान कर जाते हैं. साल 1988 में फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ से बॉलीवुड डेब्यू करने वाले 90 के दशक के सुपरस्टार आमिर खान ने बताया कि फिल्म इंडस्ट्री में अपने शुरुआती दिनों में वो काफी इनसिक्योर थे. एक्टर ने नाना पाटेकर के साथ बात करते हुए इस बात का जिक्र किया कि उन्हें उनकी हाइट के कारण डर था कि शायद ऑडियंस उन्हें स्वीकार नहीं करेगी.

आमिर खान ज़ी म्यूजिक कंपनी के यूट्यूब चैनल के लिए नाना पाटेकर से बात करते हुए कहते हैं, ‘मैं शुरुआत में इनसिक्योर था. मुझे लगता था कि मेरे कद की वजह से दर्शक मुझे स्वीकार नहीं करेंगे. यह मेरा डर था, लेकिन बाद में मुझे एहसास हुआ कि इन सब बातों का कोई मतलब नहीं है.  उस समय, एक तरह की असुरक्षा मन में आ जाती थी’.

आमिर का छलका दर्द
नाना पाटेकर ने बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान का हौसला बढ़ाया. उन्होंने कहा, ‘मेरा चेहरा देखो, मैं इस चेहरे के साथ अभी भी और 50 साल तक फिल्मों में काम कर सकता हूं’. आमिर आगे कहते हैं कि काम करते-करते उन्हें समझ आया कि उनके करियर में क्या चीजें ज्य़ादा महत्वपूर्ण हैं. इस इंडस्ट्री में एक चीज सबसे जरूरी है कि आप कैसा काम करते हैं और आपके काम को दर्शक कितना पसंद करते हैं. बाकी सारी चीजें फिजूल हैं.

12 साल पहले जाहिर किया था डर
साल 2012 में अपनी फिल्म ‘तलाश’ के प्रमोशन के दौरान भी आमिर खान ने कहा था कि वो अपने कद-काठी को लेकर काफी इनसिक्योर थे. उन्हें डर था कि लोग उन्हें ‘टिंगू’ कहकर बुलाएंगे. इस इंटरव्यू में आमिर ने कहा था, ‘मेरे जहन में एक डर था. मुझे डर था कि लोग मुझे बोलेंगे कि बड़ा टिंगू है. ये मेरा डर था पर लोगों को पसंद आया’.

Tags: Aamir khan, Entertainment news., Nana patekar

———-

🔸 स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।

 

Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||