Image Slider

महोबा. उत्तर प्रदेश के महोबा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां महिलाएं नसबंदी करा रही है. अब तक 55 महिलाओं की नसबंदी हो चुकी है. दरअसल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैतपुर पर लगे महिला नसबंदी शिविर में 55 महिलाओं का सफल नसबंदी ऑपरेशन किया गया. स्वास्थ्य विभाग की ओर से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैतपुर पर परिवार कल्याण और स्वास्थ्य विभाग ने शिविर में कुल 67 महिलाओं का पंजीकरण करवाया था. इसमें नसबंदी के लिए 55 महिलाओं को चिन्हित किया. आइए जानते हैं पूरा मामला.

बताते चलें, राजकीय सर्जन डॉक्टर आर जी शंखवार और दूसरी टीम के सर्जन डॉ जी सी वर्मा ने सभी महिलाओं का सफल ऑपरेशन किया गया. इस दौरान स्वास्थ्य केंद्र से मरीजों को ऑपरेशन के बाद घर भेजने के लिए एंबुलेंस से भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है.

ट्रेन के AC कोच में चढ़ा शख्स, टीटी ने पूछा- टिकट? यात्री बोला- मेरा भतीजा… नाम सुन कोच में छाया सन्नाटा

डॉक्टर आशीष ने दी जानकारी
जानकारी देते हुए महोबा के जैतपुर सीएचसी प्रभारी डॉ आशीष तिवारी ने बताया कि अधिक से अधिक नसबंदी कराए जाने को महिलाओं को प्रेरित किया जा रहा है. साथ ही सबसे ज्यादा नसबंदी करवाने के लिए प्रेरित करने वाली आशा, एएनएम, सीएचओ को कहा गया है. इसके चलते पिछले माह के शिविर में 258 सफल ऑपरेशन किए गए. शिविर में वीसीपीएम शिवचरण पाल, शैलेन्द्र सेंगर,मनोज रावत, अभिषेक चौबे सहित सीएचसी जैतपुर का स्टाफ मौजूद रहे.

‘संभल का वो साहूकार, जिनके घर में 24 हिंदुओं को जलाया जिंदा’, 46 साल बाद बेटे ने सीएम योगी से मांगा इंसाफ

महिलाओं को दी जा रही सारी सुविधाएं
डॉक्टर आशीष तिवारी ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि आज हमारे यहां कैंप का आयोजन किया गया है. जिसमें 67 महिलाओं का पंजीकरण किया गया है. जिसमें कुछ रिजेक्ट हुई हैं और 55 महिलाओं की नसबंदी की गई है. इतना ही नहीं इन सभी महिलाओं को बेहतर से भी बेहतर सुविधाएं दी गई हैं. इन सभी को ड्रोप बेड की सुविधा, निशुल्क दवा और साथ ही स्वल्पाहार की सुविधा दी गई है. सभी महिलाओं को घर तक भिजवाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा की गई है.

Tags: Mahoba news, UP news

———-

🔸 स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।

 

Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||