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फर्रुखाबाद: धरती पर भगवान की संज्ञा ऐसे ही डॉक्टर को नहीं मिली है. डॉक्टर आज भी भगवान का रूप हैं. जी हां! बेबी नाम की महिला न बताया कि वह पिछले कई सालों से 10 किलो वजन लेकर पेट में घूम रही थी. लोग उनको आलसी, बीमार और थका हुआ कहते थे. कई जगह इलाज कराने के बावजूद भी बेबी को कोई फायदा नहीं हुआ था.

पेट से निकला 10 किलो का ट्यूमर

कई सालों से बढ़ रहे उसके मोटापे के चलते परिजनों के तानों से वह परेशान हो गई थी. महिला को आखिरकार लोहिया अस्पताल में ऑपरेशन के बाद निजात मिल गई. उसके पेट में 10 किलो वजन का ट्यूमर निकाला गया. अस्पताल के डॉ. मेजर रोहित तिवारी ने जटिल सर्जरी करने में सफलता हासिल की.

पेट दर्द के बाद हुई जानकारी

फर्रुखाबाद के शाहजहांपुर थाना अल्हागंज के गांव नगला हालू निवासी प्रशांत दिनकर की पत्नी बेबी 41 साल की हैं. वह कई सालों से पेट के मोटापे से परेशान थीं. परिजन और रिश्तेदार अत्यधिक भोजन और व्यायाम की कमी की वजह से मोटापा बढ़ना बताने लगे थे. उसकी मजाक भी बनाई जाने लगी थी. धीरे धीरे पेट में दर्द की शिकायत हो गई.

वहीं, लगातार पेट में बीमारी का अहसास होने पर भी कुछ कहने में संकोच बना रहता था. वह कुछ दिन पहले लोहिया अस्पताल आई थी, तो सर्जन डॉ. रोहित तिवारी की टीम ने महिला की जांच की. जहां उसके पूरे पेट में फैले ट्यूमर की जानकारी हुई. इसके बाद तुरंत टीम बुलाकर करीब ढाई घंटे में महिला के पेट की सर्जरी हुई. सर्जरी में चिकित्सकों द्वारा पेट के अंदर से 10 किलो वजन का ट्यूमर निकाला गया.

डॉ. रोहित ने बताया कि ट्यूमर का साइज अधिक होने की वजह से काफी कठिन सर्जरी थी, लेकिन जब यह ऑपरेशन सफल हो गया तो मानो नया जीवन महिला बेबी को मिल गया हो. अब ताने भी नहीं मिलेंगे. साथ ही कोई भी उसे मोटी भी नहीं कहेगा.

इस सर्जरी वाली टीम में सर्जन सीएमएस डॉ. अशोक प्रियदर्शी, निदेशक डॉ. अमिताभ चौहान, ओटी इंचार्ज अनीता की मदद से सफलता हासिल की. महिला बेबी को होश आने पर आंखों में खुशी के आंसू दिखाई दिए. अब महिला पूरी तरह से स्वस्थ्य है.

Tags: Ajab Gajab, Ajab Gajab news, Farrukhabad news, Local18

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