-शराब तस्करों के साथ अब विक्रेताओं के खिलाफ आबकारी विभाग ने बदला कार्रवाई का अंदाज
-आबकारी विभाग की टीम ने शराब की दुकानों का किया औचक निरीक्षण
-दुकानों पर पहुंच कर वीडियो बनाने वाले वसूली गैंग के पीछे पड़ा आबकारी विभाग
उदय भूमि
लखनऊ। शहर हो या देहात क्षेत्र अवैध शराब के अड्डों को पूरी तरह समाप्त करने के लिए कार्ययोजना तैयार कर कार्रवाई की जाए। आबकारी निरीक्षक लगातार छापेमारी करें और शराब बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई करें। जिस क्षेत्र में अवैध शराब बनती और बिक्री होती पाई गई, तो संबंधित आबकारी निरीक्षक को जिम्मेदार मानते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी। शासन द्वारा चलाए जा रहे प्रवर्तन अभियान के तहत सभी आबकारी निरीक्षक सख्ती से कार्रवाई करें। ओवर रेटिंग की शिकायतों के निस्तारण के लिए विक्रेता के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करें। कार्य में लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नही किया जाएगा। यह बातें रविवार को जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने सभी आबकारी निरीक्षकों को जारी करते हुए कहीं। साथ ही क्षेत्र में होने वाली शराब पर ओवर रेटिंग के मामलों पर रोक लगाने में नाकाम इंस्पेक्टरों से स्पष्टीकरण भी मांगा जा रहा है। जिले में अवैध शराब के कारोबार पर अंकुश लगाने के बाद आबकारी अधिकारी हर दिन इंस्पेक्टरों की क्लास लगा रहे है।
दरअसल सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से शराब विक्रेताओं द्वारा की जा रही ओवर रेटिंग की खूब शिकायत मिल रही है। कुछ शिकायत तो जांच में सही पाए जा रहे है, जिन पर कार्रवाई भी की जा रही है। मगर कुछ शिकायते फर्जी भी आ रही है। जिनसे आबकारी विभाग बेहद परेशान है। शराब की दुकानों पर पहुंच कर वीडियो बनाकर अवैध वसूली करने वालों के खिलाफ भी आबकारी अधिकारी ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है। जिसके लिए सभी आबकारी निरीक्षकों को सख्त निर्देश दिए गए है कि सभी आबकारी निरीक्षक अपने-अपने क्षेत्र की दुकानों का निरीक्षण करें और विक्रेताओं पर भी नजर रखने के लिए गुप्त टेस्ट परचेजिंग की कार्रवाई में तेजी लाए। साथ ही दुकानों के बाहर खड़े ग्राहकों से भी विक्रेताओं की कार्यशैली की जांच की जाए। राजधानी लखनऊ की आबोहवा सुधारने के बाद आबकारी अधिकारी विक्रेताओं की हरेक कार्यों पर अपनी नजर बनाए हुए है। जिसके लिए खुद भी बीच-बीच में ग्राहक बनकर दुकानों पर खरीदारी करने के लिए पहुंच जाते है। शराब माफिया का चक्रव्यूह तोड़ने के लिए जिला आबकारी विभाग हरसंभव कोशिश कर रहा है।
शराब माफिया की कुंडली खंगालने के अलावा संभावित ठिकानों की पुख्ता जानकारी एकत्र की जा रही है। इसके बाद रणनीति के तहत छापामार कार्रवाई हो रही है। आबकारी विभाग के मंसूबों को देखकर शराब माफिया को निरंतर अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ रहा है। इसके बावजूद उन्हें जिले में पांव जमाने का मौका नहीं मिल पा रहा है। आबकारी विभाग ने अपने नेटवर्क का विस्तार किया है। इसके अलावा सभी आबकारी निरीक्षकों के मध्य तालमेल को बढ़ाया गया है। निरीक्षक भी एक-दूसरे का भरपूर सहयोग कर सूचना का आदान-प्रदान कर रहे हैं। इसके नतीजे भी अच्छे मिल रहे हैं। आबकारी अधिकारी की सख्ती के बाद से आबकारी निरीक्षकों की कार्यशैली में भी सुधार देखने को मिल रहा है। जहां पहले आबकारी निरीक्षक कार्यालय में बैठकर शिकायतों की जांच करते थे और मुखबिर या फिर सिपाही को भेजकर दुकानों की जांच कर इतिश्री कर देते थे। वहीं आबकारी निरीक्षक कार्यालय छोड़कर सड़कों पर चेकिंग या फिर दुकानों का निरीक्षण करते हुए दिखाई दे रही है। आबकारी अधिकारी का कहना है कि कोई भी कार्य कागजों तक सीमित नहीं होना चाहिए, कार्यों को अंजाम देने के लिए खुद भी धरातल पर उतरकर कार्रवाई करें। तभी कार्रवाई के परिणाम भी सकारात्मक दिखाई देंगे।
जिला आबकारी अधिकारी का कहना है कि जिले में अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग की टीमें लगातार कार्रवाई कर रही है। साथ ही बाहरी राज्यों से शराब तस्करी को रोकने के लिए लगातार चेकिंग भी की जा रही है। रविवार को आबकारी निरीक्षक रजनीश प्रताप सिंह, कृष्ण कुमार सिंह, राहुल सिंह, कृति प्रकाश पाण्डेय, शिखर, विजय शुक्ला, विवेक सिंह, कौशलेन्द्र रावत, लक्ष्मी शंकर वाजपेयी, रिचा सिंह, अभिषेक सिंह, विजय राठी, सुभाष चन्द्र, अरविंद बघेल की टीम द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाया गया। साथ ही बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी को रोकने के लिए लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पर से गुजरने वाले ट्रकों, टैंकरों और अन्य भारी वाहनों एवं आसपास के ढाबों की सघन चेकिंग की गई। इसके अतिरिक्त जनपद फुटकर दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। दुकानों पर गुप्त रूप से खरीदारी की गई। शराब दुकान के आस-पास की चेकिंग कर अवैध रूप से मदिरापान ना करने के लिए, दुकानों पर आवश्यक सभी सूचनाएं लिखने सीसीटीवी का 24×7 संचालन करने, पॉश मशीन से बिक्री करने और निर्धारित मूल्यों पर ही बिक्री करने के लिए विक्रेताओं को सख्त निर्देश दिए गए।
विक्रेताओं और क्रेताओं से यदि अवैध शराब की बिक्री की कोई भी सूचना हो तो आबकारी विभाग से सूचना साझा करने के लिए अपील भी की जा रही है। अवैध शराब का कारोबार खत्म करने के लिए आबकारी निरीक्षकों को मुख्य मार्गों पर चेकिंग का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। शराब तस्करी की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों और मार्गों पर पैनी नजर रखी जाएगी ताकि तस्करों पर शिकंजा कसा जा सके। जिला आबकारी अधिकारी का कहना है कि कुछ अनुज्ञापियों ने शिकायत की है कि असामाजिक तत्व दुकानों पर आकर बेवजह परेशान कर रहे हैं। इस मामले को गंभीरता से लिया गया है। जिला आबकारी अधिकारी ने शराब विक्रेताओं को आश्वासन दिया है कि शिकायत पर जांच की जाएगी और जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी। साथ ही शराब विक्रेताओं को निर्देश दिए कि वह अपनी दुकानों पर शराब पर अकिंत मूल्यों के आधार पर ही रुपए ले। ओवर रेटिंग की शिकायत मिली तो आप सभी के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभागीय स्तर से आरोपियों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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