रजनीश यादव/ प्रयागराज: प्रयागराज में 2025 के महाकुंभ मेले की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए गंगा नदी पर 30 पांटून पुलों का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है. 13 जनवरी से महाकुंभ शुरू होने के साथ, संगम क्षेत्र में समतलीकरण और आवागमन के लिए पांटून पुलों का निर्माण महत्वपूर्ण है ताकि भारी संख्या में श्रद्धालुओं, संतों और स्नानार्थियों की आवाजाही सुचारू रूप से हो सके.
पांटून पुलों का निर्माण
प्रयागराज महाकुंभ मेला 2025 को देखते हुए गंगा नदी पर पाण्टून पुलों का निर्माण कार्य सोमवार से शुरू हो गया है. कुंभ मेला सीडी फोर लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता सुरेन्द्र सिंह ने बताया है कि सोमवार से अभी चार पाण्टून पुलों का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. उन्होंने बताया कि ओल्ड जीटी रोड पर दो पाण्टून पुल, गंगोली शिवाला मार्ग पर एक पाण्टून पुल और हरिश्चंद्र मार्ग के घाट पर एक पाण्टून पुल का निर्माण हो रहा है और सभी 30 पाण्टून पुलों का निर्माण कार्य नवंबर तक पूरा हो जाएगा.
पाण्टून पुल बनाने से फायदा
महाकुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि महाकुंभ-2025 का प्रचार -प्रसार देश और विश्व स्तर पर किया जा रहा है, ऐसे में संत, महात्मा, स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पर्याप्त संख्या में पाण्टून पुल बनाये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले महाकुंभ में 22 पाण्टून पुल बनाये गये थे लेकिन इस बार 30 पाण्टून पुल बनाये जा रहे हैं . जिसका निर्माण कार्य शुरू हो गया है. उन्होंने बताया कि तीन पाण्टून पुल नैनी से मेला क्षेत्र के झूंसी की ओर बनाये जा रहे हैं. मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि इस बार सभी पाण्टून पुल 30 नवंबर तक तैयार हो जाएगा. जिससे संत, महात्मा, श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों को मेला क्षेत्र में आने-जाने में कोई परेशानी न होने पाए.
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