रांची. झारखंड में बरहेट विधानसभा सीट के लिए 20 नवंबर को दूसरे चरण में वोट डाले जाएंगे. यह सीट इसलिए लाइमलाइट में है क्योंकि यहां से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विधायक हैं और इस बार भी यहां से ही चुनावी लड़ाई में रहेंगे. वहीं, दूसरी ओर बीजेपी ने अभी अपना कैंडिडेट नहीं घोषित किया है जिससे सियासत के शतरंज में बीजेपी का दांव माना जा रहा है. हालांकि, जानकार कहते हैं कि यहां बीजेपी की लुईस मरांडी से चुनौती मिल सकती है.
बता दें कि बरहेटट विधानसभा क्षेत्र हाई प्रोफाइल सीटों में से एक है. एक तो सीएम सोरेन यहां से एमएलए हैं और यहां आदिवासी हितों की रक्षा और बांग्लादेशी घुसपैठिए के मुद्दे को लेकर भाजपा हेमंत सोरेन पर लगातार हमलावर रही है. बीजेपी झामुमो के इस मजबूत दुर्ग को लगातार भेदने का प्रयास करती रही है, लेकिन अब तक उसे सफलता नसीब नहीं हो सकी है. एक बार फिर बीजेपी इस क्षेत्र में अपनी पैठ बनाने की जुगत में है.
बता दें कि बीजेपी ने फिलहाल बरहेट और टुंडी विधानसभा सीट को होल्ड पर रखा है. चर्चा इस बात की है कि लुईस मरांडी जो पहले 2014 में दुमका विधानसभा क्षेत्र से हेमंत सोरेन को हरा चुकी है. उन्हें अब बरहेट से हेमंत सोरेन के खिलाफ उतारा जा सकता है. हालांकि, जानकारी यह है कि बरहेट से लुईस मरांडी चुनाव लड़ने के लिये तैयार नहीं हैं, लेकिन बीजेपी उनको मनाने की तैयारी में है. कहा जा रहा है कि दिल्ली बीजेपी के बड़े नेताओं से लुईस मरांडी को फोन आ चुका है.
लुईस मरांडी फिलहाल बरहेट से उतरने को क्यों तैयार नहीं हैं इसके पीछे भी बड़ी वजह है. दरअसल, लुईस मरांडी की दुमका सीट से सुनील सोरेन को टिकट दिय गया है. वैसे यहां जानना जरूरी है कि 2019 विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन ने दुमका विधानसभा क्षेत्र से ही लुईस मरांडी को हराकर बदला ले लिया था. पार्टी इसी सियासी समीकरण को देखते हुए लुईस मरांडी को दुमका से इस बार टिकट नहीं दिया गया है. दुमका से लुईस मरांडी की जगह सुनील सोरेन को टिकट दिया गया है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव में सुनील सोरेन का ही टिकट दुमका से काटकर सीता सोरेन को दे दिया गया था. लेकिन, विधानसभा सीट की बात करें तो वर्ष 2019 में झामुमो के हेमंत सोरेन के खिलाफ भाजपा ने सिमन मालतो को चुनावी मैदान में उतारा था पर झामुमो के हेमंत सोरेन बड़ी जीत हासिल करते हुए 25,740 मतों के अंतर से हरा दिया था. बता दें कि 2014 में हेमंत सोरेन पहली विधायक चुने गए थे. हालांकि दुमका सीट पर हार के बाद उन्हें अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी गंवानी पड़ी थी. इसके बाद भी वे प्रतिपक्ष के नेता बने.
Tags: CM Hemant Soren, Jharkhand news
FIRST PUBLISHED : October 20, 2024, 10:48 IST
- व्हाट्स एप के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- टेलीग्राम के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- हमें फ़ेसबुक पर फॉलो करें।
- हमें ट्विटर पर फॉलो करें।
Follow Us on Social Media
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||