विजय मिश्रा (उदय भूमि)
नई दिल्ली। अमृत भारत स्टेशन’ योजना के तहत उत्तर रेलवे के 151 स्टेशनों का पुनर्विकास होना है। सभी स्टेशन भविष्य में आधुनिक रूप में नजर आएंगे। 9 प्रमुख स्टेशनों पर पुनर्विकास कार्य जारी है। कार्य पूर्ण होने के बाद यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिल सकेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त 2023 में ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ की शुरुआत की थी। इसके अंतर्गत पुनर्विकास का काम चल रहा है। इन पुनर्विकसित स्टेशनों में यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ शहर के प्रमुख स्थान के रूप में रेल संपत्ति का अधिकतम उपयोग किया जाएगा। इसमें मल्टीमॉडल इंटीग्रेशन के जरिए अन्य परिवहन प्रणालियों के साथ सहज यात्रा की सुविधाएं और दुकानों, मॉल, कार्यालय स्थानों, फूड कोर्ट आदि के लिए आर्थिक गतिविधियों के अवसर भी होंगे। इससे रेलवे स्टेशन शहर का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाएंगे।
पुनर्विकास कार्यों पर 2564 करोड़ होंगे खर्च
वर्तमान में उत्तर रेलवे के 9 प्रमुख स्टेशनों के पुनर्विकास का काम चल रहा है। इनमें जम्मू तवी, जालंधर कैंट, लुधियाना, गाजियाबाद, फरीदाबाद, काशी, अयोध्या धाम (द्वितीय चरण), मेरठ सिटी और श्री माता वैष्णो देवी कटरा शामिल हैं। इन 9 स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य का अनुमानित खर्च 2564 करोड़ रुपये है। इस परियोजना में स्टेशन भवनों का नवीनीकरण, विस्तार और पुन: मॉडलिंग शामिल है। यात्रियों की सुविधा के लिए नए फुट ओवरब्रिज (एफओबी), लिफ्ट, एस्केलेटर, शेल्टर के साथ ऊंचे प्लेटफॅार्म आदि का निर्माण किया जा रहा है। जम्मू तवी स्टेशन के 38,336 वर्ग मीटर के कुल फ्लोर एरिया के साथ 8 प्रमुख कार्य कराए जा रहे हैं। इसमें स्टेशन के दोनों किनारों पर बिल्डिंग और बिल्डिंग बी का निर्माण, 2 एफओबी (कटरा और पठानकोट साइड) का निर्माण, एयर कंकर्स, बाहरी सौंदर्यीकरण और यातायात के सुगम प्रवाह के लिए छोटे पुलों का निर्माण शामिल है।
गाजियाबाद में 2 नए स्टेशन भवन
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आने वाले गाजियाबाद और फरीदाबाद के स्टेशनों का व्यापक पुनर्विकास किया जा रहा है ताकि बढ़ती यात्रियों की संख्या को संभाला जा सके। गाजियाबाद स्टेशन के सिटी साइड और विजय नगर साइड पर नए स्टेशन भवन बनाए जा रहे हैं। वहां 2 एफओबी का निर्माण आईआईटी रुडक़ी की विशेषज्ञता में हो रहा है। फरीदाबाद स्टेशन के पूर्व और पश्चिम दोनों तरफ नए स्टेशन भवन बनाए जा रहे हैं। वर्तमान में कंकर्स और एफओबी का नींव कार्य प्रगति पर है।
काशी और अयोध्या बनेंगे सैटेलाइट स्टेशन
काशी और अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन जो पहले छोटे स्टेशन थे, उन्हें वाराणसी और अयोध्या के तीर्थ शहरों में सैटेलाइट स्टेशनों के रूप में विकसित किया जा रहा है। इन शहरों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखकर भारतीय रेलवे यात्रियों को आरामदायक और तेज यात्रा की सुविधा देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। काशी और अयोध्या धाम के रेलवे स्टेशनों को मुख्य स्टेशनों को कम भीड़-भाड़ वाला बनाने के मकसद से विकसित किया जा रहा है ताकि यात्री और मालगाडिय़ों का संचालन सुचारु रूप से हो सके।
रेलवे ने शुरू की विकास यात्रा : महाप्रबंधक
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि भारत में यात्रा का मुख्य साधन भारतीय रेलवे को हर पहलू में आधुनिक बनाया जा रहा है। स्टेशनों के आधुनिकीकरण से लेकर वंदे भारत और अमृत भारत जैसे प्रभावी ट्रेनों की शुरुआत, रूट्स का विद्युतीकरण, पर्यावरण का ध्यान और स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता, रेलवे ने सुविधाओं और यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने के लिए विकास यात्रा शुरू की है।
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