———–

-फिल्म सिटी के लिए कंसेशनर एग्रीमेंट पर हुए दस्तखत
-मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को यमुना प्राधिकरण के सीईओ ने धरातल पर उतारा
-प्राधिकरण की ओर से यीडा सीईओ और कंपनी की ओर से बोनी कूपर ने किए साइन
-पहला चरण 230 एकड़ में बनेगा, आठ साल में पूरा हो जाएगा निर्माण

विजय मिश्रा (उदय भूमि)
ग्रेटर नोएडा। मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म सिटी धरातल पर उतरने जा रही है। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह की मेहनत रंग लाई। प्राधिकरण के लिए यह  दिन ऐतिहासिक रहा। फिल्म सिटी को लेकर गुरुवार को यमुना प्राधिकरण कार्यालय में विकासकर्ता कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट्स कंपनी की ओर फिल्म मेकर बोनी कपूर और यीडा सीईओ ने कंसेशनर एग्रीमेंट पर दस्तखत किए। अब प्राधिकरण जमीन पर कब्जा देगा और फिल्म सिटी का निर्माण शुरू हो जाएगा।
यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-21 में जब फिल्म सिटी विकसित करने की घोषणा हुई थी, तब महाराष्ट्र में इसे राजनीतिक रंग दिया गया था। इसके बाद यह प्रोजेक्ट प्रदेश सरकार के लिए अहम हो गया। इस काम में यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने पूरे मनोयोग के साथ काम किया। प्रोजेक्ट को धरातल पर लाने के लिए बहुत प्रयास किए और अब यह परियोजना मूर्त रूप लेने जा रही है। चयनित विकासकर्ता कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट्स भूटानी ग्रुप के साथ मिलकर इस परियोजना को पूरा करेगी। कंपनी की ओर से बोनी कपूर ने गुरुवार को यमुना प्राधिकरण में सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह के साथ कंसेशनर एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए। निर्माण से पहले दुनियाभर की फिल्म सिटी का अध्ययन करने के लिए बोनी कपूर ने कई देशों का दौरा किया। अब यह परियोजना धरातल पर उतरने जा रही है। इस मौके पर एसीईओ श्रति, एसीईओ कपिल सिंह, ओएसडी शैलेंद्र भाटिया, शैलेंद्र सिंह, जीएम प्रोजेक्ट एके सिंह आदि मौजूद रहे।


परियोजना की बताई जानकारी
यीडा बोर्ड रूम में बोनी कपूर फिल्म सिटी के मॉडल को भी लॉन्च किया। इसके जरिये वे फिल्म सिटी को धरातल पर उतारने की जानकारी दी। मॉडल के जरिये पूरी फिल्म सिटी की सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी। यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-21 में एक हजार एकड़ में फिल्म सिटी प्रस्तावित है। पहला चरण 230 एकड़ में विकसित होगा।


इस तरह खर्च होगा पैसा
फिल्म सिटी परियोजना पर 1510 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह परियोजना आठ साल में पूरी होगी। पहले तीन साल में फिल्म की शूटिंग की सुविधा और इंस्टीट्यूट खुल जाएंगे। पहले दो साल में 50-50 करोड़ खर्च करने होंगे। तीन साल में 75 करोड़ हर साल और चार-आठ साल में 100 करोड़ रुपये सालाना खर्च करने होंगे। 230 एकड़ में 155 एकड़ औद्योगिक और 75 एकड़ व्यावसायिक भू उपयोग होगा।

पहले 80 करोड़ जमा करने होंगे
विकासकर्ता कंपनी को निर्माण शुरू करने से पहले सुरक्षा राशि के रूप में प्राधिकरण में 80 करोड़ रुपये जमा करने होंगे। फिल्म सिटी से होने वाली आय का 18 फीसदी भी यीडा को मिलेगा। फिल्म सिटी में सड़क सहित अन्य सुविधाएं प्राधिकरण विकसित करेगा। बोनी कपूर एसपीवी भी बनाएंगे, ताकि तय नियमों के अनुसार ही पूरा डिजाइन और निर्माण तैयार किया जा सके। निर्माण यीडा की ओर से कंपनी के समक्ष रखी गईं शर्तों के आधार पर ही होगा।

10 एकड़ में जोन-1
10 एकड़ में फिल्म सिटी के प्रवेश द्वार के पास जोन-1 होगा। यह 10 एकड़ में होगा। इसमें प्रशासनिक और क्रिएटिव हब होगा। इसमें सिग्नेचर टॉवर होगा। इससे शहर के कई क्षेत्र देखे जा सकते हैं। यहां आर्ब्जवेशन डेक, एम्फीथिएटर, फिल्म म्यूजियम, हेलीपैड, थिएटर और एम्फीथिएटर के साथ इको-सिनेमा सेंटर होगा। सिग्नेचर टॉवर के पास स्वचालित पार्किंग सिस्टम और सुरक्षा नियंत्रण कक्ष बनाया जाएगा। टावर की निचली मंजिलों में व्यावसायिक और मनोरंजन स्थान, बुटीक स्टोर, सिनेमा मल्टीप्लेक्स, रेस्तरां आदि बनाए जाएंगे। बीच में कार्यालय और आवासीय सुइट्स, धार्मिक स्थान और स्काई गार्डन होंगे। टॉवर की ऊपरी मंजिलों में साउंड स्टूडियो, साउंडप्रूफ रिकॉर्डिंग स्टूडियो, सुइट्स, निजी स्क्रीनिंग रूम और पोस्ट-प्रोडक्शन होगा। टावर की शीर्ष मंजिल पर अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला, कार्यस्थल और स्टूडियो बनाए जाएंगे। टेंट हाउस, सेलिब्रिटी क्लब, हेलीपैड, सिनेमाई पुस्तकालय और प्रयोगशाला भी होंगे।

60 एकड़ में जोन-2
जोन-2 को 60 एकड़ में रखा गया है। इसमें प्रोडक्शन हाउस और स्टूडियो होंगे। यह प्रशासनिक ब्लॉक के पास होगा। केंद्र में ओपन स्ट्रक्चर स्टूडियो और साउंड स्टेज बनाए जाएंगे। इसके चारों ओर आउटडोर सेट बनाए जाएंगे। स्टूडियो के पास पोस्ट-प्रोडक्शन हाउस और वर्कशॉप होंगे। यहीं पर फिल्म एकेडमी और रिसर्च लाइब्रेरी होगी। हॉलीवुड और बॉलीवुड शैली के सेट वाले खुले ढांचे वाले स्टूडियो और आउटडोर सेट विकसित किए जाएंगे। ये फिल्म परियोजनाओं के लिए उपयुक्त बनाएंगे।

20 एकड़ में जोन-3
जोन-3 को 20 एकड़ से अधिक क्षेत्र में रखा गया है। यहां आवासीय और कर्मचारियों के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसमें गेस्ट हाउस, होटल, स्वास्थ्य केंद्र के अलावा कलाकारों और अन्य के लिए अपार्टमेंट होगा।

15 एकड़ में जोन-4
जोन-4 को 15 एकड़ में विकसित किया जाएगा। यह जोन कारखानों और शिल्प कौशल के लिए समर्पित होगा। यहां फिल्म सेट, ड्रेस और प्रॉप्स फैब्रिकेशन का निर्माण किया जाएगा। यहां बहुमंजिला कॉस्ट्यूम फैक्टरी होगा।

35 एकड़ में जोन-5
35 एकड़ में जोन 5 को विकसित किया जाएगा। यह मनोरंजन और आराम के लिए समर्पित होगा। आगंतुकों को आकर्षित करने के लिए मुख्य प्रवेश द्वार के पास बनाया जाएगा। यहां मल्टीमीडिया रिसेप्शन बनेगा। इसके अतिरिक्त, मर्चेंडाइज दुकानें, माल, थीम वाले स्टोर आदि होंगे। हरे-भरे स्थानों के भीतर मिनी-गोल्फ कोर्स और मेडिटेशन क्षेत्र होगा। फिल्म-थीम वाले क्लब और बार की सुविधा होगी।

20 एकड़ में जोन-6
जोन-6 में फिल्म यूनिवर्सिटी होगी। यह 20 एकड़ में बनेगी। यह छात्रों को व्यावहारिक सीखने के अवसर प्रदान करेगा। इसमें अत्याधुनिक कक्षाओं, स्टूडियो, लैब आदि होगी।

70 एकड़ में जोन-7
जोन-7 पूरी तरह से 70 एकड़ में फैला व्यावसायिक क्षेत्र होगा। इसके लेआउट में एक सेंट्रल बुलेवार्ड और सभी जोन के पार्कों और हरे स्थानों को जोडऩे वाला मुख्य मार्ग होगा। यहां ट्राम या बस चलेंगी। पैदल चलने वालों के अनुकूल पैदल मार्ग बनेंगे। मॉल और शॉपिंग सेंटर, उच्च-स्तरीय ब्रांडों से लेकर स्थानीय कारीगरों तक के स्टोर होंगे। यहां बजट होटल, होटल में मशहूर फिल्मों से प्रेरित थीम वाले कमरे, स्पा, रेस्तरां और निजी स्क्रीनिंग रूम वाले लक्जरी होटल होंगे।

Arunveer Singh, ceo
डॉ. अरुणवीर सिंह,
मुख्य कार्यपालक अधिकारी , यमुना प्राधिकरण

फिल्म सिटी को लेकर विकासकर्ता कंपनी के साथ कंशेसनर एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर हो गए। यह परियोजना अब मूर्त रूप लेगी। यहां पर फिल्म से जुड़ी सभी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। तय समय पर परियोजना पूरी होगी।
डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ, यीडा

ग्रेटर नोएडा की इस फिल्म सिटी में पहली नो एंट्री में एंट्री फिल्म की शूटिंग होगी। पहली स्टेज लगते ही नो एंट्री में एंट्री फिल्म की शूटिंग शुरू हो जाएगी। यह यहां पर पहली मूवी की शूटिंग होगी। हमारा प्रयास है कि एक साथ काफी फिल्मों की शूटिंग हो। इसको लेकर हम विदेशी दौरे पर भी जा रहे हैं। पहले चरण में 230 एकड़ भूमि पर फिल्म सिटी अपनी सूरत लेगा। उसके बाद धीरे-धीरे इसका विस्तार होता जाएगा। यहां पर हाईटेक सुविधा होगी। प्रयास है कि जो सुविधा यहां पर हो, वह इंटरनेशनल लेवल की हो। बताया कि इस फिल्म सिटी का काम 6 महीनों में शुरू हो जाएगा।
बोनी कपूर
फिल्म निर्माता

फिल्म शूटिंग का अनुभव बोनी कपूर के पास है। भूटानी ग्रुप के पास इंफ्रा स्ट्रक्चर का अनुभव है। यही अनुभव फि़ल्म सिटी को नई ऊंचाई देगा। बोनी कपूर ने देश विदेश में फिल्म की शूटिंग की है। इसलिए बेहतर सिटी यहाँ बनेगी। फि़ल्म सिटी का सबसे प्लस प्वाइंट है इंटरनेशनल एयरपोर्ट। एयरपोर्ट से 5 मिनट में फिल्म सिटी पहुँच जाएंगे। तीन साल में यहां पर शूटिंग शुरू हो जाएगी।
आशीष भूटानी
सीईओ भूटानी ग्रुप 

Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||