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रमेश कुमार का नया वीडियो सोमवार को सामने आया।
अहमदाबाद प्लेन क्रैश में बच गए इकलौते पैसेंजर विश्वास रमेश कुमार भालिया का एक और नया वीडियो सामने आया है। इसमें रमेश हादसे वाली जगह से बाहर निकलते नजर आ रहे हैं। उनके पीछे विमान में आग लगी है और धुएं का गुबार आसमान में दिख रहा है।
घटनास्थल पर मौजूद लोग उन्हें देखकर चिल्ला रहे हैं। रमेश फोन देखते हुए बीजे मेडिकल हॉस्टल के कैंपस से बाहर आ जाते हैं। इससे पहले हादसे वाले ही दिन 12 जून को एक वीडियो सामने आया था। उसमें भी रमेश घटनास्थल से खुद बाहर निकलते दिखे थे। उनके चेहरे पर जख्म थे और वो लंगड़ाकर चलते नजर आए थे।
रमेश को हादसे वाली जगह से निकलता रेस्क्यू किया और अस्पताल पहुंचाया।
यह फुटेज 12 जून को सामने आया था। प्लेन हादसे के बाद विश्वास रमेश कुमार घटनास्थल से खुद ही पैदल चलकर बाहर आए थे।
प्लेन फट गया, मेरा बचना करिश्मे से कम नहीं
गंभीर रूप से घायल रमेश ने बताया था-
टेकऑफ के 30 सेकेंड बाद ही प्लेन जबरदस्त आवाज के साथ क्रैश हो गया। मुझे होश आया तो मेरे अगल-बगल लाशें ही लाशें थीं। प्लेन के टुकड़े चारों तरफ बिखरे हुए थे। मुझे किसी ने उठाया और एम्बुलेंस में डाल दिया। मेरा भाई भी मेरे साथ प्लेन में सफर कर रहा था। प्लीज उसे ढूंढने में मेरी मदद कीजिए।
एअर इंडिया की उड़ान संख्या AI-171 (बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन) अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। 12 जून दोपहर 1.40 बजे क्रैश हो गई थी। इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे। एक यात्री जिंदा बचा है। 240 लोगों की मौत हुई थी। इनके अलावा 5 डॉक्टर्स समेत 30 लोग और मारे गए।
प्लेन क्रैश में बचे इकलौते यात्री से मिले PM मोदी
PM नरेंद्र मोदी ने 13 जून को हॉस्पिटल में रमेश से मुलाकात की और हालचाल जाना था। उनके बीच करीब 10 मिनट बातचीत हुई थी। इसके बाद रमेश ने DD न्यूज से बातचीत में कहा- PM ने मेरा हालचाल जाना और पूछा कि हादसा कैसे हुआ। रमेश प्लेन की 11A सीट पर बैठे थे। हादसे के बाद वे घटनास्थल से खुद पैदल चलकर बाहर निकले।
पीएम मोदी ने रमेश से करीब 5 मिनट बात की थी।
रमेश ने कहा था- मुझे विश्वास नहीं होता, मैं कैसे जिंदा बचा
सवाल: हादसा कैसे हुआ? जवाब: सब कुछ मेरे सामने हुआ। मुझे पता नहीं कैसे यह हुआ। मुझे विश्वास नहीं होता कि मैं कैसे जिंदा बाहर निकला। थोड़े वक्त के लिए लगा था कि मैं भी मरने वाला हूं। मेरी आंख खुली तो लगा कि मैं जिंदा हूं। मैंने सोचा मैं यहां से निकल सकता हूं और मैं निकल गया। सवाल: फ्लाइट के टेक ऑफ होते ही क्या हुआ? जवाब: टेक ऑफ होते ही पांच-दस सेकेंड के अंदर लगा कि स्टॉप हो गया है। बाद में ग्रीन और व्हाइट लाइट ऑन हो गई। फिर जैसे ही स्पीड बढ़ाई। उसी समय गिर गया और धमाका हो गया। सवाल: जब फ्लाइट हॉस्टल पर गिरी तभी आप बाहर निकले थे। जवाब: मेरी सीट प्लेन के जिस हिस्से में थी, वो बिल्डिंग के निचले हिस्से से टकराया होगा। ऊपर के हिस्से में आग लग गई थी, कई लोग वहीं फंस गए। शायद मैं सीट समेत नीचे गिर गया था। मैं जैसे-तैसे निकल पाया। दरवाजा टूट गया था और सामने कुछ खाली जगह दिखी, तो निकलने की कोशिश की। दूसरी साइड पर दीवार थी, वहां से शायद कोई नहीं निकल सका। आंखों के सामने ही दो एयर होस्टेस, एक अंकल-आंटी और सब कुछ जल रहा था। सवाल: आप पैदल चलकर आए वहां से। जवाब: हां।
अस्पताल में भर्ती विश्वास रमेश कुमार। उन्हें चेहरे और शरीर पर जख्म आए थे।
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क्रैश के बाद हॉस्टल के बाहर की 4 तस्वीरें…
अहमदाबाद एयरपोर्ट से विमान गुरुवार दोपहर 1.38 बजे उड़ा और 1.40 बजे क्रैश हुआ।
प्लेन बीजे मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टरों के हॉस्टल की 4 बिल्डिंग पर क्रैश हुआ।
हॉस्टल के बाहर पड़ा प्लेन के स्ट्रक्चर का हिस्सा।
हॉस्टल बिल्डिंग में धंसा प्लेन।
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अहमदाबाद प्लेन क्रैश- 60 विदेशी यात्रियों की मौत: इनमें 52 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई; ब्रिटेन के PM बोले- हादसे के विजुअल भयानक
अहमदाबाद में एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश हुआ। इस प्लेन में 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत 242 पैसेंजर सवार थे। हादसे में 1 ब्रिटिश पैसेंजर के जिंदा बचा है। पूरी खबर पढ़ें…
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