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India Pakistan War: भारत-पाकिस्तान सीजफायर के बाद चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने एनएसए अजीत डोभाल से बात की और पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की. चीन ने पाकिस्तान का समर्थन करते हुए शांति और स्थिरता की उम्मीद जताई.

जंग भारत की पंसद नहीं लेकिन.. चीन ने घुमाया फोन, NSA डोभाल ने बता दी अपनी मंशाचीन के विदेश मंत्री वांग यी ने एनएसए अजीत डोभाल से बात की.

नई दिल्ली. भारत-पाकिस्तान में सीजफायर के तुरंत बाद चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल को फोन घुमाया और ताजा हालात पर बात की. हालांकि, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है. चीन ने अपने ‘सदाबहार’ दोस्त पाकिस्तान का समर्थन करते हुए कहा कि वह इस्लामाबाद के “संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय स्वतंत्रता” की रक्षा में उसके साथ खड़ा रहेगा. चीनी सरकार के एक बयान के अनुसार एनएसए डोभाल से बात करते हुए वांग ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की और सभी प्रकार के आतंकवाद का विरोध करने की चीन की प्रतिबद्धता जाहिर की.

डोभाल ने जोर देकर कहा कि युद्ध भारत की पसंद नहीं है और यह किसी भी पक्ष के हित में नहीं है. चीन ने डोभाल के इस बयान की सराहना की कि भारत भी युद्ध नहीं चाहता है और ईमानदारी से उम्मीद जताई कि दोनों पक्ष शांत रहेंगे और संयम बरतेंगे, बातचीत और परामर्श के माध्यम से मतभेदों को सुलझाएंगे, और आगे युद्ध जैसी कार्रवाई से बचेंगे. उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही युद्धविराम को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की जल्द बहाली की उम्मीद करते हैं.

भारतीय एनएसए ने बातचीत के दौरान कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में भारत को भारी नुकसान हुआ है और सरकार को आतंकवाद के खिलाफ कदम उठाने की जरूरत है. इसके जवाब में वांग ने कहा कि भारत और पाकिस्तान हमेशा पड़ोसी रहेंगे और बातचीत के माध्यम से “व्यापक और स्थायी संघर्षविराम” का समर्थन किया.

वांग यी ने एनएसए अजीत डोभाल से बातचीत में पहलगाम आतंकवादी हमले की चीन की निंदा और आतंकवाद के सभी रूपों के प्रति उसके विरोध को व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान जटिल और अस्थिर अंतर्राष्ट्रीय स्थिति को देखते हुए, एशिया में शांति और स्थिरता हासिल करना मुश्किल है और इसे संजोया जाना चाहिए। भारत और पाकिस्तान ऐसे पड़ोसी देश हैं जिन्हें बदला नहीं जा सकता है और दोनों ही चीन के पड़ोसी भी हैं.

उन्होंने कहा कि चीन डोभाल के इस कथन की सराहना करता है कि युद्ध भारत की पसंद नहीं है और ईमानदारी से उम्मीद करता है कि दोनों पक्ष शांत रहेंगे और संयम बरतेंगे, बातचीत और परामर्श के माध्यम से मतभेदों को सुलझाएंगे और आगे बढ़ने से बचेंगे. चीन भारत और पाकिस्तान द्वारा बातचीत के माध्यम से एक व्यापक और स्थायी युद्धविराम हासिल करने का समर्थन करता है और उम्मीद करता है कि यह दोनों देशों के मौलिक हितों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की साझा आकांक्षाओं में है.

उल्लेखनीय है कि पूर्ण युद्ध की तरफ बढ़ रहे भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम 5 बजे सीजफायर का ऐलान हुआ था, लेकिन कुछ ही घंटे में पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन कर जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में फिर ड्रोन हमले किए. इसके बाद भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू की है.

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Rakesh Ranjan Kumarराकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h…और पढ़ें

राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h… और पढ़ें

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जंग भारत की पंसद नहीं लेकिन.. चीन ने घुमाया फोन, NSA डोभाल ने बता दी अपनी मंशा

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