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उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। मोहन नगर स्थित आईटीएस में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन वैश्वीकरण 5.0 नवाचार, उद्यमिता और सतत विकास ने शिक्षा, उद्योग और अनुसंधान के दिग्गजों को एक मंच पर लाकर एक ऐतिहासिक पहल का निर्माण किया। 24 और 25 अप्रैल शनिवार को आयोजित इस भव्य सम्मेलन का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री सुनील कुमार शर्मा ने किया। इस अवसर पर आईटीएस-एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डॉ. आर.पी. चड्ढा, निदेशक सुरिंदर सूद, विशेष अतिथि श्री संजीव रॉय (यूनेस्को फेलो, इरास्मस मुंडस स्कॉलर) और स्वाति सिंह (निदेशक, व्यापार नीति प्रभाग, भारतीय उद्योग परिसंघ- सीआईआई) सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। अपने प्रेरणादायक संबोधन में मुख्य अतिथि सुनील कुमार शर्मा ने वैश्वीकरण 5.0 को एक मानव-केंद्रित, नवाचार-प्रधान और सतत विकास उन्मुख युग के आगमन के रूप में परिभाषित किया। उन्होंने कहा कि अब हमारी जिम्मेदारी केवल तकनीकी उन्नति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि नवाचार हर नागरिक और समुदाय के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करे।
सम्मेलन के पहले दिन नवाचार, उद्यमिता और सतत विकास पर पैनल चर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें डॉ. पीयूष सिन्हा (आईआईएम अहमदाबाद), डॉ. एस. राचप्पा (आईआईएम कोझिकोड), प्रो. आनंद ठाकुर (सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब) और रोहित स्वरूप (एक्सप्लोरा डिज़ाइन स्कूल, अहमदाबाद) जैसे विशिष्ट विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए।

दूसरे दिन वैश्विक समृद्धि के लिए सतत समावेशी विकास विषय पर आयोजित पैनल चर्चा में रूस, रोमानिया, साइप्रस, दक्षिण अफ्रीका, फिलीपींस और पेरू जैसे देशों के प्रतिष्ठित विद्वानों ने भाग लिया। प्रोफेसर स्वेतलाना एस. बोड्रुनोवा (रूस), प्रोफेसर एड्रियाना बर्ली-शियोपोइउ (रोमानिया), प्रोफेसर इलियास हाडजीलियास (साइप्रस) और अन्य विशेषज्ञों ने वैश्विक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। सम्मेलन के दौरान तीन विभिन्न तकनीकी सत्रों में 70 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए, जिनकी अध्यक्षता डॉ. टीना बग्गा (जामिया मिलिया इस्लामिया), डॉ. रितु सपरा (दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स) और डॉ. पुष्पेंद्र कुमार (किरोरीमल कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय) ने की। शोध पत्रों ने वैश्वीकरण 5.0 के माध्यम से तकनीकी नवाचार, मानवीय मूल्यों और सतत विकास की संभावनाओं पर रोशनी डाली।

आईटीएस एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डॉ. आर.पी. चड्ढा ने इस सफल आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे सम्मेलन वैश्विक सोच और नवाचार की दिशा में मील का पत्थर हैं। वाइस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने अपने संबोधन में संस्थान की समाज को सशक्त बनाने और सामाजिक मूल्यों के प्रति कटिबद्धता को दोहराया तथा आयोजकों को कार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं। यह दो दिवसीय सम्मेलन नवाचार, उद्यमिता और सतत विकास के भविष्य पर सार्थक संवाद स्थापित कर एक नई दिशा प्रदान करने में पूरी तरह सफल रहा। आईटीएस गाजियाबाद ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह वैश्विक शिक्षा और विचारों के आदान-प्रदान के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

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