• राजनगर एलिवेटेड रोड से सीधे जुड़ाव की योजना पर तेजी, जीडीए जल्द कराएगा व्यवहारिक अध्ययन
• वसुंधरा, इंदिरापुरम और सिद्धार्थ विहार को मिलेगा दिल्ली से सीधा रास्ता, हिंडन पर बनेगा नया पुल
• राजनगर एलिवेटेड सड़क से वसुंधरा, इंदिरापुरम और सिद्धार्थ विहार को जोडऩे की तैयारी तेज
उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। राजधानी दिल्ली और गाजियाबाद के बीच आवागमन को और अधिक सरल और सहज बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। राजनगर एक्सटेंशन से दिल्ली सीमा (यूपी गेट) तक बनी 10.3 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड सड़क को अब वसुंधरा, इंदिरापुरम और सिद्धार्थ विहार जैसी प्रमुख आवासीय कॉलोनियों से जोडऩे की योजना पर तेजी से काम शुरू हो गया है। इस संदर्भ में हाल ही में उत्तर प्रदेश आवास आयुक्त डॉ. बलकार सिंह, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स, मुख्य अभियंता मानवेंद्र सिंह और अधिशासी अभियंता आलोक रंजन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने संबंधित स्थल का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रस्तावित जुड़ाव योजनाओं पर विस्तार से विचार-विमर्श किया।
लाखों निवासियों को होगा लाभ
वसुंधरा और इंदिरापुरम जैसे क्षेत्रों के लाखों नागरिकों को दिल्ली आने-जाने में अब सीधे और सुगम मार्ग की सुविधा मिल सकेगी। फिलहाल इन क्षेत्रों से एलिवेटेड सड़क पर चढऩे-उतरने की सीमित व्यवस्था है, जिससे लोगों को समय की बर्बादी और जाम का सामना करना पड़ता है। विशेष रूप से वसुंधरा से केवल राजनगर एक्सटेंशन की ओर चढऩे की सुविधा है, जबकि दिल्ली से वसुंधरा की ओर आने के लिए कोई सीधा मार्ग नहीं है। इसी प्रकार इंदिरापुरम में केवल एलिवेटेड रोड से उतरने की व्यवस्था है, चढऩे की नहीं। अब इस स्थिति को सुधारते हुए वसुंधरा में उतरने और कानावनि क्षेत्र के पास से एलिवेटेड सड़क पर चढऩे की नई व्यवस्था प्रस्तावित की गई है। इससे दिल्ली से वसुंधरा और वसुंधरा से दिल्ली दोनों ओर की यात्रा सुगम हो जाएगी। इसी प्रकार इंदिरापुरम को भी इसी सड़क से सीधे जोड़ा जाएगा, जिससे क्षेत्रीय आवागमन को नया बल मिलेगा।
सिद्धार्थ विहार को मिलेगा नया पुल
साथ ही, सिद्धार्थ विहार योजना को एलिवेटेड सड़क से जोडऩे के लिए हिंडन नदी पर एक नया पुल निर्माण किए जाने का प्रस्ताव भी रखा गया है। यह प्रस्ताव उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद द्वारा लाया गया है, जो इस क्षेत्र को मुख्य मार्ग से जोडऩे में सहायक सिद्ध होगा।
जल्द शुरू होगा व्यवहारिक अध्ययन और कार्ययोजना
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने इन दोनों प्रमुख प्रस्तावों पर कार्यवाही तेज़ कर दी है। दोनों योजनाओं की तकनीकी और व्यवहारिक संभावनाओं की विस्तृत जांच (फिजिबिलिटी स्टडी) शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही एक विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (डीपीआर) तैयार कर इसे शीघ्र क्रियान्वयन के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि हमारा प्रयास है कि वसुंधरा, इंदिरापुरम और सिद्धार्थ विहार जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों को राजधानी से बेहतर संपर्क दिया जाए। एलिवेटेड रोड से इन क्षेत्रों को जोडऩे से लाखों लोगों को लाभ होगा और ट्रैफिक व्यवस्था में भी सुधार आएगा। यह परियोजना न केवल यात्रा को आसान बनाएगी, बल्कि क्षेत्र के विकास की गति को भी नई दिशा देगी।
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