UPSC जैसी कठिन परीक्षा सफलता की कहानी नहीं, संघर्ष, संकल्प और साहस की मिसाल है. इन्हीं सब बातों को सही साबित करते हुए इस महिला IAS Officer ने यूपीएससी में 39वीं रैंक हासिल की हैं.
हाइलाइट्स
- UPSC में 39वीं रैंक हासिल की.
- 2020 बैच की कर्नाटक कैडर की IAS ऑफिसर हैं.
- वह हावेरी, कर्नाटक की CEO हैं.
UPSC IAS Success Story: आप में से हर कोई कभी न कभी सफल लीडर की कहानियां तो पढ़े ही होंगे, लेकिन कुछ किस्से ऐसे होते हैं जो सीधे दिल में उतर जाते हैं और हमें आगे बढ़ने की असली प्रेरणा देते हैं. यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को पास करना केवल पढ़ाई का खेल नहीं है. इसके पीछे मजबूत इच्छाशक्ति, अटूट मेहनत और हार न मानने का जज़्बा होती है. इन्हीं खूबियों की जीती-जागती मिसाल हैं यह महिला IAS ऑफिसर. उन्होंने UPSC की परीक्षा में 39वीं रैंक हासिल की हैं. हम जिन महिला आईएएस ऑफिसर की बात कर रहे हैं, उनका नाम रुचि बिंदल (IAS Ruchi Bindal) है.
DU JMI से हासिल की BA, MA की डिग्री
रुचि बिंदल संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा 2019 में 39वीं रैंक हासिल की हैं. उन्होंने पांचवें प्रयास में IAS अधिकारी बनकर यह साबित कर दिया कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं. लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार रुचि ने कक्षा 12वीं की पढ़ाई सोफिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल, अजमेर से पूरी की हैं. इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज (LSR) से इकोनॉमिक्स एंड साइकोलॉजी में ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की हैं. इसके बाद उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया से कनफ्लिक्ट एनालिसिस एंड पीस बिल्डिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन किया.
UPSC में हासिल की 39वीं रैंक
यूपीएससी में 39वीं रैंक हासिल करने वाली रूचि के पिता एक बिजनेसमैन हैं और उनकी मां गृहिणी हैं. वह एक साधारण परिवार की बेटी हैं, लेकिन उन्होंने एक असाधारण लक्ष्य को प्राप्त किया है. रुचि का सफर आसान नहीं था. उन्होंने पहले तीन प्रयासों में प्रीलिम्स भी पास नहीं किया और चौथे प्रयास में प्रीलिम्स और मेंस दोनों पास करने के बावजूद इंटरव्यू में चयन नहीं हो पाया. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. अपने पांचवें प्रयास में उन्होंने पूरी रणनीति बदली और IAS बनने के परिवार का सपने को साकार किया.
यहां की हैं CEO
रूचि बिंदल 2020 बैच के कर्नाटक कैडर की IAS ऑफिसर हैं. इससे पहले वह गुजरात कैडर में थी. उनकी पहली पोस्टिंग वीरमगाम, गुजरात में तालुका डेवलपमेंट ऑफिसर के पद पर हुई थी. बाद में वह अहमदाबाद की सुपरन्यूमेरी असिस्टेंट कलेक्टर के पद रही. इसके बाद रूचि कर्नाटक कैडर में चली गई. अभी वह फिलहाल हावेरी, कर्नाटक की चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) हैं.
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