चोरी की महंगी बाइकों को 8 से 10 हजार रुपये में बेचकर करते थे मस्ती
गाजियाबाद। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में दुपहिया वाहन चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन शातिर वाहन चोरों को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से चोरी की 18 बाइक और दो स्कूटी बरामद किया है। पकड़े आरोपी पहले मजदूरी करते थे। उसके बाद महंगे शौक को पूरा करने के लिए वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देने लगे। पकड़े गए आरोपी पिछले करीब दो वर्षों से लगातार वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। जो कि 100 से अधिक वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देते चुके है। अलीगढ़ के नौगांवा निवासी विजय यादव 10वीं तक पढ़ाई करने के बाद नोएडा आ गया था। उसने सेक्टर-63 की एक एक्सपोर्ट कंपनी में मजदूरी शुरू कर दी, लेकिन नोएडा की चकाचौंध में वह ज्यादा दिन मजदूरी नहीं कर सका। शातिर वाहन चोरों के संपर्क में आकर उसने भी वाहन चोरी शुरू कर दी। वाहन चोरी से उसने खूब पैसा कमाया और फिर अपना गिरोह खड़ा कर लिया। विजय का गिरोह नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़ और हापुड़ के अलावा दिल्ली में भी वारदातों को अंजाम देने लगा, लेकिन अंजाम अच्छा नहीं हुआ।
एडीसीपी (क्राइम) सच्चिदानंद ने बताया कि क्राइम ब्रांच ने विजय यादव, पिंटू सोलंकी और सोनू को क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी की टीम ने बुधवार को कवि नगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से चोरी की 21 दो पहिया वाहन बरामद किए हैं। इनमें 19 बाइक और दो स्कूटी हैं। नोएडा में विजय यादव का संपर्क लोनी निवासी कृष्णा और राजा से हो गया। दोनों शातिर वाहन चोर थे। उनकी शान शौकत देखकर विजय यादव ने भी बाइक चोरी करने का काम शुरू कर दिया। एक बाइक चोरी करके देने पर विजय यादव को एक हजार रुपये मिलते थे। कुछ दिन तक तो सब कुछ ठीक ठाक चलता रहा लेकिन पुलिस पीछे पड़ी और कृष्णा व राजा गिरफ्तार हो गए। पुलिस से बचने के लिए विजय यादव अपने गांव भाग गया, हालांकि मई, 2022 में विजय यादव को हापुड़ देहात कोतवाली से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद उसने पिंटू सोलंकी, राहुल, अभिषेक और सोनू को मिलाकर अपने गिरोह बना लिया।
एडीसीपी सच्चिदानंद ने बताया कि विजय यादव, कासगंज निवासी पिंटू सोलंकी और राहुल गाजियाबाद, नोएडा और दिल्ली से वाहन चोरी करते थे और अलीगढ़ में सोनू मैकेनिक और अभिषेक को अलीगढ़ में देते थे। वो दोनों चोरी की एक लाख रुपये की बाइक को आठ से 10 हजार रुपये में बेच देते थे। पुलिस के हत्थे चढ़ा सोनू भी अलीगढ़ जनपद का ही रहने वाला है। वह मकैनिक का काम करता था और देहात क्षेत्र के लोगों को चोरी के वाहन बेच देता था। पांचवीं पास सोनू ने बताया कि अलीगढ़ के नौंगांव में उसकी बाइक रिपेयर की दुकान पर तीन- चार पहले विजय यादव से मुलाकात हुई थी, तभी से वह विजय यादव की चोरी की बाइक और स्कूटी बेचता था। वह रिपेयरिंग के लिए आने वाले वाहनों चोरी के वाहनों के पार्ट्स भी इस्तेमाल कर लेता था। एडीसीपी सच्चिदानंद ने बताया कि पिंटू सोलंकी ने नौवीं तक पढ़ाई करने के बाद स्वीगी के लिए डिलीवरी व्वॉय का काम करना शुरू कर दिया था। उसने इंदिरापुरम के न्यायखंड में रहकर छह- सात साल तक डिलीवरी का काम किया। लॉकडाउन से पिंटू की विजय यादव से मुलाकात हुई थी। उसके पैसे की तंगी की बात बताने पर विजय यादव ने उसे अपने साथ वाहन चोरी करने में लगा लिया। 2022 में इंदिरापुरम थाना पुलिस पिंटू को वाहन चोरी में जेल भेज दिया था।
मैकेनिक सोनू और अभिषेक बाइक या स्कूटी का ग्राहक मिलने पर विजय यादव को डिमांड भेजते थे। विजय यादव, पिंटू सोलंकी और राहुल डिमांड के मुताबिक वाहन चोरी करके उन्हें सप्लाई कर देते थे। एडीसीपी ने बताया कि दोपहर के समय फैक्ट्री या अस्पताल के बाहर से बाइक चोरी कर तीनों शातिर आसपास ही पार्किंग में खड़ी कर देते थे और रात में वहां से निकालकर अलीगढ़ और बुलंदशहर पहुंचा देते थे। वहां पुलिस की छापेमारी के चलते गैंग ने चोरी के वाहन गाजियाबाद में छिपा दिए थे। गैंग के सरगना विजय यादव के खिलाफ दिल्ली में वाहने चोरी के सात, नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़ और अलीगढ़ में एक-एक मुकदमा दर्ज है। पिंटू के खिलाफ दिल्ली में सात, गाजियाबाद में दो और नोएडा व अलीगढ़ में एक- एक मुकदमा दर्ज है जबकि सोनू के खिलाफ दिल्ली में सात और गाजियाबाद में एक मुकदमा दर्ज है।
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