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पीलीभीत : वैसे तो इस पीलीभीत में पर्यटन के बहुत से केंद्र हैं. नए साल के पहले दिन पीलीभीत टाइगर रिजर्व, चूका बीच, शारदा सागर डैम, बाइफरकेशन प्वाइंट, सप्त सरोवर पर लोगों का जमावड़ा लगा रहा. लेकिन इन सब के बीच मुख्य आकर्षण गौरीशंकर मंदिर की अदालत रही. यहां बाबा गौरीशंकर स्वयं न्यायधीश की कुर्सी पर विराजमान हुए और अपने भक्तों की अर्जियां सुनी. वहीं बाबा गौरीशंकर के इस भव्य स्वरूप को देख कर हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया.

दरअसल, नए साल को लेकर हर शहर में अलग-अलग आयोजन होते हैं. ऐसी ही एक परंपरा पीलीभीत में भी दशकों से चली आ रही है. शहर में स्थित पौराणिक गौरीशंकर मन्दिर में नए साल के मौके पर बाबा की अदालत लगाई जाती है. जिसमें हजारों श्रद्धालु अपनी अर्जियां लगाते हैं. दरअसल पीलीभीत शहर में देवहा नदी के नजदीक स्थित ऐतिहासिक गौरी शंकर मंदिर की काफी अधिक मान्यता है. किसी भी त्योहार के मौके पर आसपास इलाकों से श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन करने आते हैं. इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग अर्धनारीश्वर रूप में विराजमान है.

हर इंसान के साथ होता है इंसाफ
गौरीशंकर मंदिर के महंत पंडित राहुल शर्मा ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि कई दशकों से नए साल के मौके पर बाबा की अदालत की तर्ज पर श्रृंगार किया जाता है. बाबा गौरीशंकर पीलीभीत के निवासियों के काफी आराध्य हैं. यही कारण है कि लोगों के बीच बाबा की अदालत की काफी मान्यता भी है. वहीं ऐसा माना जाता है कि इस अदालत में सबके साथ इंसाफ होता है.

हर त्योहार पर अलग श्रृंगार
आपको बता दें पीलीभीत के गौरी शंकर मंदिर में किसी भी त्योहार व विशेष मौके पर शिवलिंग व गर्भगृह को अनोखे अंदाज में सजाया जाता है. सावन के प्रत्येक सोमवार को भी शिवलिंग का अलग-अलग रूप में श्रृंगार किया जाता है. जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं.

Tags: Local18, Pilibhit news, Uttar Pradesh News Hindi

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