बिहार लोकसेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर 13वें दिन सोमवार को भी आंदोलन जारी रहेगा। रविवार को पहले गांधी मैदान में छात्र संसद हुआ, फिर सीएम आवास की ओर बढ़ रहे कैंडिडेट्स पर लाठीचार्ज किया गया।
रविवार को हुए प्रदर्शन को लेकर प्रशांत किशोर, उनकी पार्टी जनसुराज के अध्यक्ष मनोज भारती, पूर्व आईपीएस आनंद मिश्रा, कोचिंग संचालक रहमांशु मिश्रा समेत 21 नामजद और 600 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
छात्र री-एग्जाम की मांग पर अब भी अड़े हैं। घायल अभ्यर्थी ने कहा कि ‘पुलिस ने बहुत पीटा है। अब बातचीत नहीं होगी। परीक्षा कैंसिल करने के बाद ही हम लोगों का आंदोलन खत्म होगा।’
वहीं रविवार देर रात प्रशांत किशोर BPSC अभ्यर्थियों से मिलने गर्दनीबाग पहुंचे। उन्होंने कहा कि ‘ हम से कंबल मांगते हो और हम ही से नेतागिरी कर रहे हो।’ इसके बाद कैंडिडेट्स भड़क गए। कैंडिडेट्स बोले- ‘आप यहां से चले जाइए। पिटवाने के बाद क्यों आए हैं।’
बता दें कि शनिवार को प्रशांत किशोर से कहा था कि अगर पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो पहली लाठी वो खाएंगे। जबकि रविवार को लाठीचार्ज से पहले ही निकल गए। अभ्यर्थियों ने पीके गो बैक के नारे लगाए। वहीं प्रशांत किशोर और अभ्यर्थियों में तीखी बहस भी हुई।
घायल कैंडिडेट्स से मिले पप्पू यादव
इधर रविवार रात पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने लाठीचार्ज में घायल हुए अभ्यर्थियों से पीएमसीएच जाकर मुलाकात की। जहां पर उन्होंने प्रशांत किशोर के खिलाफ छात्रों को आगाह करते हुए कहा कि ‘कितनी बार समझाया है राजनीति नहीं करनी है।’
उन्होंने छात्रों से कहा कि ‘तुम लोगों को मैंने मना किया था और मैसेज भी किया था कि मत जाओ, प्रशांत किशोर आंदोलन को खत्म कर देगा। लंबी लड़ाई लड़ोगे तो जीत जाओगे। लड़ाई को छोटा करोगे तो हार जाओगे। गर्दनीबाग से निकलना ही नहीं चाहिए था।’
रविवार रात पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने लाठीचार्ज में घायल हुए अभ्यर्थियों से पीएमसीएच जाकर मुलाकात की।
गांधी मैदान में छात्र संसद फिर मार्च
रविवार को गांधी मैदान में BPSC अभ्यर्थी सुबह से शाम तक धरना पर बैठे। इस दौरान पीके भी पहुंचे। शाम में सीएम आवास तक पैदल मार्च के लिए निकले अभ्यर्थियों को पुलिस ने जेपी गोलंबर के पास रोक दिया। पीके को भी यहां से आगे बढ़ने नहीं दिया गया। पीके एक घंटे तक जेपी गोलंबर के पास रुके। इसके बाद चले गए। पीके के जाते ही पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
पीके के जाते ही अभ्यर्थियों को दी गई चेतावनी
रविवार को पीके के जेपी गोलंबर से जाते ही पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को हटने की चेतावनी दी। लेकिन, अभ्यर्थी जेपी गोलंबर के पास डटे रहे। फिर पुलिस ने पहले वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इसके बाद भी अभ्यर्थी नहीं हटे तो लाठीचार्ज किया। इस दौरान कई छात्र घायल हुए हैं।
हालांकि, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा की ओर से रविवार शाम को बातचीत का ऑफर दिया गया था, जिसे अभ्यर्थियों ने ठुकरा दिया। वहीं, पीके ने कहा कि मुख्य सचिव की ओर से दिए आश्वास से अभ्यर्थी संतुष्ट नहीं होंगे तो फिर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।
पीके समेत 21 पर नामजद और 600 अज्ञात के खिलाफ FIR
पुलिस ने लाठीचार्ज के दौरान कोचिंग संचालक रहमांशु समेत 12 अभ्यर्थियों को डिटेन किया। वहीं, एक अभ्यर्थी की तबीयत बिगड़ गई, जिसे पुलिस ने तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया।
इसके बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर प्रशांत किशोर समेत 21 नामजद और 600 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें जनसुराज के अध्यक्ष मनोज भारती, कोचिंग संचालक रहमांशु मिश्रा, सुजीत कुमार, सुभाष कुमार ठाकुर, शुभम स्नेहिल, आरके मिश्रा, प्रशांत किशोर के दो बाउंसर शामिल हैं।
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