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पहली तस्वीर सिंगर देवी की मीडिया एजेंसी से बात करते हुई। दूसरी 25 दिसंबर को अटल जयंती समारोह कार्यक्रम की।

पटना में 25 दिसंबर को अटल जयंती समारोह में महात्मा गांधी के ‘ईश्वर अल्लाह तेरो नाम’ भजन के दौरान हुए हंगामे और सिंगर के माफी मांगने के बाद भोजपुरी गायिका देवी को अब धमकी मिल रही है। सोशल मीडिया पर उनसे कहा जा रहा है कि ‘सुधर जाओ वरना जहां महात्मा गां

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वहीं गायिका देवी ने कहा कि ‘मैंने प्रोग्राम के दौरान ‘ईश्वर अल्लाह तेरो नाम’ गाने के लिए नहीं, बल्कि पागलों के झुंड के लिए सॉरी बोला था।’

गायिका देवी ने कहा कि ‘मैं बहुत ही ज्यादा शॉक्ड हूं, क्योंकि मैं एक ऐसा भजन गा रही थी जो महात्मा गांधी जी का बहुत ही प्रिय भजन है। उस समय मंच पर बीजेपी के तमाम बड़े नेता मौजूद थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कार्यक्रम को ऑर्गेनाइज किया था। इनके अलावा डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा, संजय पासवान, शाहनवाज हुसैन भी कार्यक्रम में मौजूद थे।’

‘ईश्वर अल्लाह तेरो नाम’ को जैसे ही गुनगुनाना शुरू किया तो कार्यक्रम में मौजूद कुछ लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया और जय श्री राम के नारे लगाने लगे।

उस टाइम मुझे नहीं पता था कि ये कौन लोग हैं। लेकिन अभी पता चल गया है, वो लोग हिंदू पुत्र संगठन से जुड़े हैं, जिसके अध्यक्ष नागेश सम्राट हैं। इन लोगों का ही ग्रुप था। इसी संगठन ने शोर मचाया था।

मारपीट की आशंका को देख सॉरी बोला

गायिका देवी ने कहा कि ‘जब यह लाइन आई ‘ईश्वर अल्लाह तेरे नाम’ तो लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। इसके बाद मंच पर बैठे सभी नेता हरकत में आए। उन लोगों को भी समझ में नहीं आया कि किस तरह से पब्लिक को हैंडल किया जाए। कुछ लोग मेरे पास आए और कहा- आप सॉरी बोलिए, थोड़ा काम हो जाएगा। हंगामा देख कर मुझे इस बात का भय हुआ कि अब ऐसा ना हो कि इस प्रोग्राम में मारपीट हो जाए। इसलिए मैंने सॉरी कह दिया। ‘

25 दिसंबर को हुए कार्यक्रम के दौरान की तस्वीर। मंच पर बीजेपी के कई सीनियर नेता मौजूद थे।

सिंगर ने आगे कहा कि

अश्विनी चौबे जी ने मुझे एक सम्मान के लिए वहां बुलाया था। विरोध से ठीक पहले डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने मुझे अटल विशिष्ट सम्मान दिया था। मुझे कहीं ना कहीं ऐसा लग रहा था कि इस प्रोग्राम का स्वरूप ज्यादा न बिगड़े, इस वजह से मैंने अपनी तरफ से सॉरी भी बोला। मेरे सॉरी कहने का उद्देश्य इतना ही था कि हंगामा शांत हो जाए।

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‘लेकिन, मैं अब इस बात को कहना चाहती हूं कि इतने बड़े दिग्गज नेता उपस्थित थे। उनकी उपस्थिति में इस तरह की हरकत कुछ लोगों ने की है तो इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। यह कैसे हो सकता है कि यह भजन जिसको महात्मा गांधी ने पास किया हो, ऐसा भजन जो हर पॉलिटिकल प्रोग्राम में लोग गाते हैं, सुनते हैं। उस पर कुछ लोग आपत्ति करें तो उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। ‘

हंगामा शांत होने के बाद कार्यक्रम में सिंगर देवी ने गाना गाया।

अब धमकियां भी मिल रही हैं

देवी ने आगे बताया कि ‘उस कार्यक्रम के बाद कई धमकियां भी मिली। जिसको मैंने अपने फेसबुक अकाउंट पर भी शेयर किया है। कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा कि देवी तुम सुधर जाओ नहीं तो गांधी जी जहां पहुंचे है। वहां आपको भी पहुंचा देंगे। ‘

‘मैं चाहूंगी कि जो हमारे देश के बड़े नेता हैं। उनको इस मामले में एक्शन लेना चाहिए, क्योंकि यह देश के लिए शर्मनाक बात है कि एक गायिका जो अच्छा गाना गा रही है। लोग उनका सम्मान नहीं कर रहे हैं। साथ ही महात्मा गांधी जी की भी बेइज्जती कर रहे हैं। अटल बिहारी वाजपेयी जी सभी समुदाय के लोगों के साथ मिलकर चले हैं। उनके साथ, उनके जन्म दिवस पर इस तरह की हरकत होना यह अपने आप में बहुत ही शर्मनाक बात है। ‘

संगीत की यात्रा बनी रहेगी

देवी ने आगे कहा कि ‘संगीत की यात्रा है, वह मेरी कायम रहेगी। लेकिन, इस तरह की घटनाओं से ऐसा लगता है कि देश गलत दिशा में जा रहा है। जो लोग इस देश के प्रतिनिधि कर रहे हैं। उन लोगों का फर्ज बनता है कि ऐसे लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए अगर ऐसे लोग पार्टी में है तो उन्हें पार्टी से भी दूर करना चाहिए। ‘

रघुपति राघव राजाराम… भजन में गांधी जी ने किया था बदलाव

रघुपति राघव राजाराम। पतित पावन सीताराम।। ईश्वर अल्लाह तेरो नाम। सब को सन्मति दे भगवान।। ….ये महात्मा गांधी का प्रिय भजन था। वे इसे अक्सर गाया करते थे।

ऐसा कहा जाता है कि यह भजन बहुत पुराना है। गांधीजी ने इसके मूल रूप में बदलाव किया था। 17वीं सदी में कवि और संत स्वामी रामदास ने इसे लिखा था। एक थ्योरी यह भी है कि इस भजन को श्री लक्ष्मणाचार्य ने लिखा था। इसे उनके ‘श्री नमः रामनायनम” नामक ग्रंथ से लिया गया है जो इस प्रकार है।

रघुपति राघव राजाराम। पतित पावन सीताराम।। सुंदर विग्रह मेघाश्याम। गंगा तुलसी शालीग्राम।। भद्रगिरीश्वर सीताराम। भगत-जनप्रिय सीताराम।। जानकीरमणा सीताराम। जय जय राघव सीताराम।।

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बिहार के पटना में अटल जयंती समारोह में महात्मा गांधी के भजन रघुपति राघव राज राम…को लेकर हंगामा हो गया था। भजन गायिका देवी को माफी मांगनी पड़ी। जय श्रीराम के नारे लगाने पड़े, तब जाकर मामला शांत हुआ और कार्यक्रम दोबारा शुरू हुआ। उधर, इस घटना पर आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि गांधी जी का भजन गाया तो नीतीश कुमार के भाजपाई साथियों ने हंगामा कर दिया। ओछी समझ के लोगों की भावनाएं आहत हो गईं।’ पूरी खबर पढ़िए

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