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कोटपूतली में 700 फीट गहरे बोरवेल में फंसी चेतना (3) कब बाहर आएगी अब इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है। रेस्क्यू टीमों और अधिकारियों के डेली नए दावों से परिवार-ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। करीब 10 दिन से बोरवेल में फंसी चेतना की कंडीशन को

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देसी जुगाड़ में समय बर्बाद करने के बाद रेस्क्यू टीमें मशीनों से खुदाई में भी भटक गईं हैं। अब सवाल ये है कि जिस सुरंग को 170 फीट नीचे जवान 4 दिन से खोद रहे थे उसकी दिशा कैसे गलत हो गई। बोरवेल को लोकेट करने वाले जीपीआर मशीन पहले क्यों नहीं मंगवाई गई?

इन सबके बीच मंगलवार से एनडीआर की टीमें फिर से सुरंग के रास्ते में आई एक चट्टान को ड्रिल कर रही हैं। दरअसल, किरतपुरा के बड़ियाली की ढाणी की चेतना 23 दिसंबर को खेलते हुए बोरवेल में गिर गई थी। इसके बाद से वह करीब 120 फीट की गहराई में फंसी है। बीते आठ दिन से कैमरे में उसकी कोई मूवमेंट भी नजर नहीं आ रही है।

अब देखिए रेस्क्यू से जुड़े PHOTOS…

मंगलवार देर शाम पता चला कि पाइलिंग मशीन से खुदाई के बाद गड्‌ढे में बनाई गई सुरंग को गलत दिशा में खोद दिया गया। अब बोरवेल को लोकेट करने के लिए जीपीआर मशीन मंगवाई।

170 फीट की गहराई में बोरवेल को लोकेट करने में जवानों को खासी परेशानी हो रही है।

सोमवार रात से गिर रही ओस के कारण रेस्क्यू टीमों के लिए लगाए गए टेंट पर पानी जमा हो गया है। कड़ाके की सर्दी भी मेंबर्स के लिए चुनौती बनी हुई है।

देर रात जयपुर ग्रामीण सांसद राव राजेंद्र सिंह ने एनडीआरएफ इंचार्ज योगेश मीणा से रेस्क्यू ऑपरेशन की स्टेट्स रिपोर्ट ली।

कलेक्टर कल्पना अग्रवाल और एसडीएम मुकुट सिंह ने चेतना के परिजनों को बोरवेल के पास बुलाकर बातचीत की।

सोमवार देर शाम इंजीनियर्स की एक टीम ने लेजर अलाइनमेंट डिवाइस से भी सुरंग में एंगल जांच की।

शनिवार रात करीब 8 बजे तक एनडीआरएफ के खोदे गए बोरवेल के समानांतर सुरंग में पाइपों के वेल्डिंग का काम हुआ।

गुरुवार और शुक्रवार को बार-बार बारिश की वजह से कई बार रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा।

घटना के दूसरे दिन, 24 दिसंबर रात 11:30 बजे बोरवेल के समानांतर गड्ढा खोदने का काम शुरू हुआ। 3 दिनों में 171 फीट लंबी सुरंग खोदी गई।

बच्ची की मां धोली देवी ने सीएम से चेतना को बचाने की मार्मिक अपील की थी। इस समय धोली देवी का स्वास्थ्य काफी खराब है। वो चेतना का नाम लेते हुए अक्सर बेसुध हो जाती है।

23 दिसंबर (सोमवार) रात करीब 7 बजे चेतना का आखिरी बार वीडियो सामने आया था। इसमें वो हाथ हिलाते हुए दिख रही थी।

घटना के करीब तीन घंटे बाद एसडीआरएफ टीम ने मौके पर पहुंच कर बच्ची का रेस्क्यू शुरू कर दिया था।

23 दिसंबर, दोपहर 1:50 बजे चेतना चेतना घर के बाहर खोदे गए 700 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी।

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