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मऊ: यूपी में बहुत सारे धार्मिक स्थल हैं जिसमें पूर्वांचल धार्मिक स्थलों में नंबर एक पर माना जाता है. यहां किसी जनपद में कोई बड़ा मंदिर है तो कहीं बड़ा मस्जिद और कहीं मजार. इनमें से कई स्थान चमत्कारिक की श्रेणी में भी आते हैं और लगभग हर एक स्थान का एक अलग ही महत्व है. जैसे यूपी के मऊ जनपद के गालिबपुर में स्थित सैयद बाबा की मजार. यह मजार एक अलग ही चमत्कार के लिए पूरे देश में प्रख्यात है. यहां सिर्फ मऊ, आजमगढ़, वाराणसी ही नहीं बल्कि लखनऊ, कोलकाता, मुंबई जैसे बड़े शहरों से लोग भी आते हैं.

आज भी याद करते हैं लोग
लोकल 18 से बात करते हुए सैयद बाबा की मजार पर रहने वाले मोहम्मद सईद अख्तर बताते हैं कि इन सैयद बाबा का एक अलग ही चमत्कार रहा है और आज भी लोग इनकी चमत्कार की गाथा गाते हैं. वैसे तो लोग यहां हर दिन लोग पूजा पाठ करने आते हैं लेकिन बृहस्पतिवार ज्यादा ही खास दिन है.  यहां सिर्फ मुस्लिम ही नहीं हिंदू धर्म के लोग भी अपनी मन्नतो को मांगने आते हैं. शाहिद अख्तर बताते हैं कि 1959 में उनके पिताजी इस सैयद बाबा की मजार पर रहते थे. 2013 में उनके देहांत होने के बाद से इस मजार पर वे रहते हैं और यहां की देखरेख करते हैं.

नहीं टूट सकती ये मजार
इनका चमत्कारी इतिहास बताते हुए सईद कहते हैं कि कभी यह सड़क बन रही थी तो इनका स्थान होने के वजह से यह सड़क यहां नहीं बन पाई. जब भी इस सड़क को बनाने की कोशिश की गई तो या तो सड़क बनाने वाले वाहन बिगड़ जाते थे या तो आने-जाने वाले यात्री यहां घायल हो जाते थे. जब सड़क को उनके स्थान से हटाकर दूसरे तरफ किया गया तो आसानी से सड़क बन गई. जब से यहां इनका स्थान बनाया गया तब से आज भी लोग वहां पूजा पाठ करते हैं.

दूसरी तरफ बढ़ी सड़क
हालांकि 2015 में यहां सड़क चौड़ीकरण हुआ लेकिन आज भी यहां पर इस सड़क का चौड़ीकरण दूसरे तरफ किया गया है. वजह ये है कि आज भी सैयद बाबा की बनाई गई मजार को कोई तोड़ नहीं पाया. इनके यहां अगर कोई मन्नत मांगने आता है और उसकी मन्नत पूरी हो जाती है तो वह बृहस्पतिवार को आकर देशी मुर्गा चढ़ता है. कहते हैं सच्चे मन से मांगी गई मुराद यहां जरूर पूरी होती है तभी दूर-दूर से लोग इस मजार पर माथा टेकने आते हैं.

Tags: Local18, Mau news, News18 uttar pradesh

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