उदय भूमि
गाजियाबाद। महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी के बीच प्रयागराज में आयोजित होगा। मेला अवधि के दौरान करोड़ों की संख्या में श्रद्वालु प्रयागराज पहुंचेंगे। इस दौरान उन्हें किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े इसे लेकर डीएम इन्द्र विक्रम सिंह ने एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र गंगा एवं यमुना के किनारों पर लगभग 4200 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला हुआ है। मेला क्षेत्र में दिन के समय तापमान कभी-कभी नौ डिग्री तथा रात में लगभग दो डिग्री तक हो सकता है। दिन में धूप न होने पर घने कोहरे की स्थिति भी बन जाती है। महाकुम्भ मेला अवधि में मेला परिक्षेत्र भगदड़, अग्निकांड, डूबना, स्वास्थ्य संबंधी समस्या इत्यादि के प्रति प्रशासन संवेदनशील है। मेले को दुर्घटना मुक्त बनाने के लिए संपूर्ण मेला परिक्षेत्र में प्रभावी आपदा प्रबंधन का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया गया है।
महाकुम्भ मेला 2025 मोबाइल एप डाउनलोड करें और मेला की जानकारी प्राप्त करें। यात्रा से पूर्व निवास स्थान सुनिश्चित करें। बदलते मौसम के अनुसार कपड़े एवं खान-पान का सामान साथ रखें। गर्म एवं ऊनी वस्त्र साथ में अवश्य रखें। मौसम की पूर्व जानकारी हेतु मौसम विभाग की वेबसाइट देखें। आपदा की पूर्व चेतावनी के लिए सचेत मोबाइल एप डाउनलोड कर चेक करें। 60 वर्ष से अधिक आयु या पूर्व से बीमार व्यक्ति यात्रा से पहले स्वास्थ्य जांच अवश्य कराएं। हृदय रोग, श्वास रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप से ग्रस्त रोगी यात्रा के समय विशेष सावधानी बरतें। यदि आयुष्मान कार्ड धारक हैं तो कार्ड साथ में रखें। संगम क्षेत्र पहुंचने के लिए पैदल भी चलना पड़ सकता है। इसलिए शरीर में पानी का स्तर बनाए रखने के लिए पानी का घोल पीते रहें। मेला क्षेत्र में अत्यधिक भीड़ की सम्भावना रहती है। ऐसे में गर्भवती महिलाएं विशेष सावधानी बरतें। बच्चों, वृद्धजनों एवं गर्भवती महिलाओं को अकेले स्नान न करने दें और गहरे पानी में जाने से बचें। चप्पल-जूते का प्रयोग करें एवं कीचड़ वाले स्थान पर न चलें। सिर दर्द होना, चक्कर आना, घबराहट होना, दिल की धड़कन तेज होना, उल्टी आना, हाथ-पांव व होठों का नीला पडऩा, थकान होना, सांस फूलना, खांसी के लक्षण होने पर मेले में स्थापित निकटतम स्वास्थ्य केंद्र से तत्काल संपर्क करें।
मेला क्षेत्र में मच्छरों से बचाव के लिए छिड़काव, फॉगिंग की जाती। फिर भी मच्छरों से बचने के लिए मच्छर रेपेलेन्ट साथ रखें। सरकारी नल/वाटर एटीएम के पानी का उपयोग करें। सब्जी, फल इत्यादि को अच्छे से धो कर ही सेवन करें। मधुमेह, हृदय रोग, सांस रोग से ग्रसित श्रद्धालु अपनी दवा समय से लें। गरम कपड़े, कंबल, रजाई पर्याप्त मात्रा में रखें। हीटर, अलाव, इत्यादि का प्रयोग टेंट के अंदर न करें। इससे आग लगने का खतरा हो सकता है तथा हानिकारक गैसो से स्वास्थ्य के लिए समस्या पैदा हो सकती है। आपात स्थिति में महाकुंभ हेल्पलाइन-1920, पुलिस हेल्पलाइन 112, आपदा हेल्पलाइन 1077 पर फोन कर सहायता मांगें।
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