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मुंबई. महायुति सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार रविवार को नागपुर में हो रहा है. शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन नागपुर में राजभवन के लॉन में हो रहा है. राज्य में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 21 दिन बाद अब महागठबंधन सरकार के कैबिनेट विस्तार का वक्त आ गया है. बीजेपी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने मंत्री पद की शपथ ले ली हैं, इसका मतलब साफ है कि अब बीजेपी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलेगा.

बावनकुले अब बीजेपी पार्टी के नियमों के मुताबिक प्रदेश अध्यक्ष का पद किसी दूसरे नेता को सौंपने जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस के विश्वासपात्र और उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कट्टर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रवींद्र चव्हाण भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष होंगे.

रवींद्र चव्हाण ने ठाणे जिले के डोंबिवली से विधायक के रूप में जीत हासिल की है. वह पिछली महागठबंधन सरकार में मंत्री थे. इस साल भी मंत्री के तौर पर उनका नाम सबसे आगे था. विश्वस्त सूत्रों ने ‘न्यूज 18 लोकमत’ को जानकारी दी है कि अब बीजेपी रवींद्र चव्हाण को नई जिम्मेदारी सौंपेगी.

बीजेपी 2029 में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव में 200 से ज्यादा विधायक चाहती है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि बीजेपी 2029 के चुनाव में अपने दम पर सत्ता स्थापित करना चाहती है. और उसी के लिए बीजेपी ने काम करना शुरू कर दिया है.

एकनाथ शिंदे के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी…
रवींद्र चव्हाण को उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का विरोधी माना जाता है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है ठाणे जिला दोनों नेताओं का शुरुआती क्षेत्र रहा है. चर्चा है कि दोनों नेताओं के बीच पार्टी की ताकत बढ़ाने को लेकर खींचतान चल रही है. अब बीजेपी ने सीधे तौर पर रवींद्र चव्हाण को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपकर सीधा संदेश दे दिया है.

कौन हैं रवींद्र चव्हाण?
रवींद्र चव्हाण 2007 में भाजपा पार्षद चुने गए थे. वह 2007 में स्थायी समिति के अध्यक्ष बने. 2009 में तत्कालीन बीजेपी विधायक हरिश्चंद्र पाटिल का टिकट काटकर चव्हाण को बीजेपी ने टिकट दिया था. 2014 में वह दूसरी बार विधायक बने. 2015-16 में उन्होंने कल्याण डोंबिवली, मीरा भयंदर, उल्हासनगर, ठाणे, पनवेल, नगर निगम में बीजेपी का दबदबा बनाने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने कर्जत, माथेरान, बदलापुर में भाजपा की सफलता में भी योगदान दिया. इसके बाद उन्हें रायगढ़, पालघर राज्य मंत्री का कार्यभार सौंपा गया.

रवींद्र चव्हाण 2019 में तीसरी बार विधायक बने. 2021 में शिंदे ने महाविकास अघाड़ी सरकार को गिराने और बीजेपी सरकार लाने में अहम भूमिका निभाई थी. जून 2021 में रवींद्र चव्हाण को लोक निर्माण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई. इस विभाग के मंत्री के तौर पर ढाई साल में उनकी पहचान राज्य में सभी पार्टी विधायकों को अब तक सबसे ज्यादा फंड देने वाले मंत्री के तौर पर बनी.

Tags: Devendra Fadnavis, Eknath Shinde

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