नीले रंग में फुल मेकअप, पैर में घुंघरूं, साड़ी, ढेर सारे गहने और माला, कान में झुमके और नाक में बुलाक पहने अल्लू अर्जुन ने सभी को हैरान किया. ये फिल्म का सीटीमार सीन कहा गया. क्या आप जानते हैं 6 सेकेंड के इस सीन के लिए मेकर्स ने 60 करोड़ की भारी-भरकम रकम खर्च की है. फिल्म को देखने के बाद हर तरफ ये चर्चा है कि आखिर ‘गंगम्मा जतारा’ किया है
क्या है गंगम्मा जतारा?
पुष्पा 2 का ‘जतारा’ सीन एक धार्मिक उत्सव से जुड़ा है, जिसे ‘तिरुपति गंगम्मा जतारा’ कहते हैं, जो तिरुपति के मूल निवासियों द्वारा मनाया जाता है. यह एक वार्षिक उत्सव है, जो हर साल मई के पहले पखवाड़े में मनाया जाता है. गंगम्मा को श्री वेंकटेश्वर की छोटी बहन के रूप में पूजा जाता है. इस उत्सव के पीछे महिलाओं के सम्मान से जुड़ी एक पुरानी कहानी है. जतारा के दौरान तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम देवी गंगम्मा को भगवान वेंकटेश्वर की ओर से एक शुभ उपहार ‘पेरिसु’ भेजता है, जिसमें साड़ी, हल्दी, कुमकुम, चूड़ियां जैसे श्रृंगार रखे जाते हैं.
पुरुष पूजा करने के लिए महिलाओं के वेश में जाते हैं मंदिर
देवी गंगम्मा को धन्यवाद देने के लिए तिरुपति के मूल निवासी हर साल उत्सव मनाते हैं, जिसके हिस्से के रूप में भक्त मंदिर तक पैदल चलते हैं. पुरुषों द्वारा साड़ी पहने की रस्म को पेरेंटालु वेशम कहा जाता है, जो परंपरागत रूप से कैकला कबीले के द्वारा किया जाता है. चार दिनों तक चलने वाले उत्सव ‘गंगम्मा जतारा’ के आखिरी दिन पुरुष पूजा करने के लिए महिलाओं के वेश में मंदिर जाते हैं.
Tags: Allu Arjun
- व्हाट्स एप के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- टेलीग्राम के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- हमें फ़ेसबुक पर फॉलो करें।
- हमें ट्विटर पर फॉलो करें।
———-
🔸 स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||