• खादर क्षेत्र, आम के बाग, खेत और घरों में ढ़ूढी गई अवैध शराब
• घर के पास छिपाकर रखी 60 लीटर कच्ची शराब बरामद
उदय भूमि
रामपुर। अवैध शराब और नशे के अवैध कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए आबकारी विभाग की टीम द्वारा नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए आबकारी विभाग की टीम द्वारा खादर क्षेत्र में की जा रही लगातार कार्रवाई के बाद भी कच्ची शराब का कारोबार नहीं रुक पा रहा है। पयिपुरा, ढ़ाकी, रामपुर बुजुर्ग समेत जिले के एक दर्जन से अधिक गांवों में फैले इलाके में शराब माफिया का राज है। नशीले पदार्थ मिला कर कच्ची शराब तैयार की जाती है, जिसकी आपूर्ति बाइकों से ग्रामीणों तक हो रही है। दूर के गांवों तक शराब पहुंचाने के लिए छोटे वाहनों का प्रयोग होता है। हिंडन खादर क्षेत्र में कच्ची शराब का धंधा लघु उद्योग बन चुका है। भारी मुनाफा कमाने के लिए माफिया इलाके में जानलेवा शराब बेचने से बाज नही आते है। रात के अंधेरे में केन, ट्यूब, ड्रम आदि लेकर निजी वाहनों से शराब तस्कर खादर क्षेत्र में तो अवैध शराब का कारोबार करते ही है। साथ ही आम के बाग, खेत और घर को भी अवैध शराब का अड्डा बनाया हुआ है। अधिक नशा देने की वजह से इस शराब की देहात क्षेत्र में डिमांड रहती है। क्योंकि जितना अधिक नशा है तो इतनी सस्ती भी है। मगर इस शराब का सेवन करने वालों को यह नहीं पता होता है कि जिससे सस्ती शराब का वह सेवन कर रहे है, वह स्वास्थ्य के लिए कितना घातक है।
क्षेत्र के जिन गांव में अवैध शराब का धंधा रोजी-रोटी का जरिया बन चुका है, उनमें पयिपुरा, ढ़ाकी, रामपुर बुजुर्ग समेत एक दर्जन अधिक क्षेत्र शामिल है। जहरीली शराब के जिस तैयार पव्वे की लागत लगभग 10 से 20 रुपये आती है। लैब जांच में यह मिलावटी शराब कही जाती है। आम के बाग, खेत और घर के अलावा खादर इलाका जहरीली शराब माफियाओं के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। इस इलाके में चप्पे-चप्पे पर शराब की भट्टियां सुलगती रहती हैं। इन भट्टी में जहरीली शराब तैयार की जाती है। खादर के शराब माफियाओं तक पहुंचने के लिए आबकारी विभाग को काफी मेहनत करनी होती है। खादर के रेत व जंगल में आबकारी विभाग की गाडिय़ां चल नहीं पाती है, इसलिए आबकारी टीम को पैदल ही कई किमी की दूरी तय कर पहुंचाना होता है।
इसलिए जब भी आबकारी विभाग की टीम दबिश देने पहुंचती है, उससे पहले ही माफिया वहां से फरार हो जाते है। जनपद में अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग ने फिर शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कच्ची शराब बरामद किया है। मगर टीम के पहुंचने से पहले ही तस्कर फरार हो गए। दरअसल रामपुर जिले में जिस तरह से अवैध शराब के खिलाफ हो रही लगातार कार्रवाई में तेजी देखने को मिल रही है, उससे पहले यह कार्रवाई कभी देखने को नहीं मिली। रामपुर जिले की कमान संभाल रहे आबकारी अधिकारी हिम्मत सिंह ने अपनी कार्रवाई के साथ तस्करों और इंस्पेक्टर को सख्त हिदायत दी है कि अवैध शराब के कारोबार को या तो जड़ से खत्म करों नही तो फिर खुद भी कार्रवाई के लिए तैयार रहो। आबकारी अधिकारी की सख्ती के बाद से ही जिले में आबकारी विभाग की टीमें दिन-रात छापेमारी की कार्रवाई कर रही है।
जिला आबकारी अधिकारी हिम्मत सिंह ने बताया जिले में अवैध शराब के निर्माण, परिवहन, बिक्री के खिलाफ आबकारी विभाग की टीम द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। कार्रवाई के साथ-साथ शराब की दुकानों का भी निरीक्षण किया जा रहा है। जिससे नियमानुसार शराब की बिक्री हो सकेंं। मंगलवार को आबकारी निरीक्षक नीरज सिंह की टीम द्वारा संदिग्ध स्थानों पयिपुरा, ढ़ाकी, रामपुर बुजुर्ग में दबिश दी गई। दबिश के दौरान खादर क्षेत्र के अलावा, आम के बाग, खेत और शराब तस्करों के घरों में अवैध शराब की तलाशी ली गई। इस दौरान घर के पास छिपाकर रखी लगभग 60 लीटर कच्ची शराब बरामद किया गया। तस्करों ने शराब बिक्री के लिए कच्ची शराब को पाउच में रखा हुआ था। जनपद में शराब माफिया पर कार्रवाई के लिए विभाग कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। शराब माफिया का चक्रव्यूह तोड़ने को निरंतर प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। विभाग द्वारा समय-समय पर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। जिस भूमि पर भट्टी जल रही होती है, उसके मालिक का पता लगाकर उसपर कार्रवाई के लिए लिखा जाता है। जिससे शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जा सकेंं। अवैध शराब के खिलाफ आगे भी विभाग की कार्रवाई जारी रहेगी।
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