संभल में जामा मस्जिद और हरिहर मंदिर विवाद में सभी के अपने-अपने दावे 1968 के मुरादाबाद गजेटियर में भी हरिहर मंदिर को लेकर दावा किया गया है मुरादाबाद गजेटियर में मस्जिद के प्रारूप को हिंदू मंदिर जैसा बताया गया है
संभल. उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद सर्वे के बाद भड़की हिंसा के बाद तमाम तरह के दावे सामने आ रहे है. जामा मस्जिद या हरिहर मंदिर विवाद के मामले में मुरादाबाद गजेटियर का बड़ा दावा सामने आया है. 1968 के मुरादाबाद गजेटियर के मुताबिक हरिहर मंदिर का निर्माण पृथ्वीराज चौहान के द्वारा करवाया गया था जिसे बाद में मुग़ल शासकों द्वारा तोड़ दिया गया था.
गजेटियर में लिखा गया है कि जामा मस्जिद का भवन हिंदू मंदिर जैसा है. दावा किया गया है कि प्राचीन टीले पर बना भवन, जो कि बाबर मस्जिद के नाम से जाना जाता है वह हरिहर मंदिर हो सकता है. आईने अकबरी में भी विष्णु मंदिर होने का जिक्र है. मौजूदा समय में इस भवन को बाबर मस्जिद कहा जाता है. साथ ही लिखा गया है कि मस्जिद का प्रारूप हिंदू मंदिर जैसा है.
फारसी अभिलेख को बताया गया संदेहास्पद
गजेटियर के मुताबिक भवन तक पहुंचने के लिए 55 सीढ़ियां है. वहां एक बड़ा टैंक एवं प्रवेश द्वार पर कुआं है. भवन में मौजूद फारसी अभिलेख को मुरादाबाद गजेटियर में संदेहास्पद बताया गया है, जिसके मुताबिक इसका निर्माण 1526 में हिंदू बेग द्वारा बाबर के आदेश पर करवाया गया था. हालांकि विवाद सामने आने के बाद कई तरह के दावे सामने आ रहे हैं. फ़िलहाल जामा मस्जिद का सर्वे कोर्ट कमिश्नर की अगुवाई में हो चुका है. कुछ दिन में रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी.
FIRST PUBLISHED : December 3, 2024, 10:22 IST
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