-आबकारी अधिकारी ने इंस्पेक्टरों को बैंक्वेट हॉल, मैरिज हॉल की चेकिंग करने के दिए निर्देश
-शादी सीजन में रहेगी आबकारी विभाग की तिरछी नजर, टीम को दिए चेकिंग करने के निर्देश
उदय भूमि
लखनऊ। जनपद में देवोत्थान एकादशी से शादियों का सीजन शुरू होने में मात्र 6 दिन शेष है। अगर आपकी शादी किसी मैरिज हाल में है और बारातियों या घरातियों को शराब भी पिलाना चाहते हैं तो आपको अब एक दिन के लिए शराब पिलाने का लाइसेंस लेना होगा। अगर शादी में लोग छिपकर शराब पिएंगे तो उसमें विघ्न तो पड़ेगा, साथ ही मैरिज हाल के प्रबंधक को जेल भी जाना होगा। आबकारी विभाग अब इस पर अपनी तीखी नजर रखेगा। शादी-पार्टी व अन्य कार्यक्रमों के दौरान शराब परोसना आम बात हो चुकी है। शादी व अन्य कार्यक्रमों में शराब पार्टी का आयोजन होता है। इसके लिए एक दिन का लाइसेंस बनवाना जरूरी होता है। लेकिन 11 हजार रुपए बचाने के लिए कुछ आयोजनकर्ता बिना लाइसेंस के ही शराब पार्टी का आयोजन करते है। इस दौरान मंडप व अन्य कार्यक्रमों में बार बनाकर खूब शराब परोसी जाती है। जिसको लेकर आबकारी महकमा सख्त हो गया है। बिना लाइसेंस के किसी भी समारोह में शराब पार्टी का आयोजन नही करने दिया जायेगा। इस पर पैनी नजर रखने व कार्रवाई करने के लिए आबकारी विभाग ने सात टीमें गठित की है। बड़े शहरों में मैरिज हाल, शादी कार्यक्रम कराने वाले होटल, बरात घर में होने वाले कार्यक्रम में लोगों को शराब पिलाने के लिए अनुमति लेनी होती है।
आबकारी विभाग ने शादी सीजन शुरु होने से पूर्व ही जिले के सभी होटल, रेस्टोरेंट, क्लब एवं मैरिज हॉल, रिसोर्टस, कम्युनिटी सेंटर व बारात घरों को सचेत कर दिया है कि अगर शादी व पार्टी में ऑकेजनल बार लाइसेंस (एफएल-11) प्राप्त किए बिना किसी भी परिस्थिति में शराब का सेवन कराते हुए पाया गया तो एफआईआर दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। हर बार की तरह इस बार भी शादियों के सीजन को देखते हुए विभाग इस पर सख्त हो गया है। जिले में जहां पर कार्यक्रम होगा, वहा के प्रबंधक इसके लिए आयोजकों से पैसा लेंगे। विभाग से अनुमति लेकर ही वहां पर शराब पिलाई जा सकेगी। अगर किसी भी शादी में लोग चोरी-छिपे शराब पीते हुए पाए जाएंगे तो घराती और बराती को तो दिक्कत होगी ही, मैरिज हाल के प्रबंधक को भी जेल जाना पड़ेगा। बुधवार को अपने कार्याल्य में जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने सभी आबकारी निरीक्षकों के साथ बैठक करते हुए सख्त निर्देश दिए कि बिना लाइसेंस के कार्यक्रम में लोगों को शराब पिलाई गई तो जुर्माना लगाने के साथ जेल भेजने की भी कार्रवाई की जाएगी। जिले में जहां पर कार्यक्रम होगा, वहा के प्रबंधक इसके लिए आयोजकों से पैसा लेंगे और विभाग से लाइसेंस प्राप्त करने के बाद भी शराब पिलाई जाएगी।
सभी आबकारी निरीक्षक अपने-अपने क्षेत्रों में संचालित बैंक्वेट हॉल, मैरेज हॉल, पार्टी लॉन, फार्म हाउस के संचालकों के साथ बैठक करें और उन्हें शादी-पार्टी में शराब पार्टी जैसे कार्यक्रमों के लिए विभाग की ओर से जारी होने वाले लाइसेंस की जानकारी से अवगत कराएं। अगर किसी संचालक ने बिना लाइसेंस के कार्यक्रम में शराब पिलाई तो आयोजक के साथ संचालकों के विरुद्ध भी कार्रवाई होगी। साथ ही आबकारी निरीक्षकों को भी अभियान चलाकर बैंक्वेट हॉल, मैरिज हॉल, पार्टी लॉन, फार्म हाउस की चेकिंग करने के निर्देश दिए। जिला आबकारी अधिकारी ने बैंक्वेट हॉल, मैरिज हॉल, पार्टी लॉन, फार्म हाउस पर निगरानी रखने के लिए 15 इंस्पेक्टरों की टीम गठित की है। यह टीमें दिन-रात सड़कों पर चेकिंग, दुकानों का निरीक्षण करने के साथ बैंक्वेट हॉल, मैरिज हॉल, पार्टी लॉन, फार्म हाउस में होने वाले शार्टी व पार्टी जैसे आयोजनों में पहुंचकर इसकी जांच करेंगी कि कहीं को संचालक विभाग से लाइसेंस लिए बिना शराब पार्टी का आयोजन तो नहीं कर रहा है। कार्रवाई से बचने के लिए आबकारी विभाग की वेबसाइट पर जाकर लाइसेंस प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
जेल से बचाने में 11 हजार रुपये की फीस होगी मददगार
शादी व अन्य कार्यक्रम में शराब पिलाने को एक दिन का लाइसेंस लेने के लिए विभाग को 11 हजार रुपये का शुल्क देना होगा। एक दिन का लाइसेंस मिलने पर आबकारी विभाग के माध्यम से या अपने से भी शराब खरीदकर पिला सकता है, लेकिन याद रहें लाइसेंस लेने के साथ उसमें लिखें शर्ते एवं नियम को पूरी तरह से पढ़ लें। विभाग की ओर से जो लाइसेंस दिया जाएगा, उसमें सिर्फ उत्तर प्रदेश मार्का की शराब की परमिशन रहेगी। इस बीच अगर आयोजन में बाहरी राज्यों की एक भी बोतल मौके पर पाई गई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई तय है। इस प्रकार की सख्ती होने पर शादी में शराब पीकर हुड़दंग करने वालों पर भी अंकुश लगेगा। शादी के बाद देर रात होने वाले सड़क हादसों में भी कमी आएगी।
ऑकेजनल बार लाइसेंस (एफएल-11) को प्राप्त करने के लिए आबकारी विभाग की वेबसाइट www.upexciseportal.in में जाकर यूजफुल पब्लिक सर्विसेज के आइकन पर क्लिक करके जरनल बार लाइसेंस के आईकन के अंदर प्रथम बॉक्स में रजिस्ट्रेशन कर, दूसरे बॉक्स में निर्धारित शुल्क का भुगतान कर स्वीकृत ऑकेजनल बार लाइसेंस की प्रति पोर्टल से निकाली जा सकती है। घर में ऑकलेजन बार का लाइसेंस लेने के लिए लोगों को 4 हजार एवं बाहर होटल, रेस्टोरेंट और मैरिज हाल में मदिरा की पार्टी करने के लिए 11 हजार रुपये चुकाने होगें। आबकारी अधिकारी के इस प्रयास से काफी हत बिना लाइसेंस के शराब पार्टी के आयोजन पर रोक तो लगेगी, साथ ही आबकारी विभाग के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी।
अगर कोई व्यक्ति मैरिज हाल में बराती-घराती को शराब पिलाना चाहता है तो इसके लिए विभाग से अनुमति लेनी होगी। एक दिन का लाइसेंस 11 हजार रुपये में मिलेगा। नियम का उल्लंघन करने पर मैरिज हाल के प्रबंधक को तो जेल जाना होगा। दंडात्मक कार्रवाई भी होगी। होटल, रेस्टोरेंट, क्लब एवं मैरिज हॉल, रिसोर्टस, कम्युनिटी सेंटर व बारात घरों के संचालकों के साथ बैठक कर सख्त निर्देश दिए गए है। साथ ही आबकारी विभाग की कार्रवाई में भी सहयोग करने के लिए कहा गया है। जिससे अगर कोई आयोजक बिना लाइसेंस के जबरन शराब पार्टी करता है तो इसकी सूचना आबकारी विभाग को दें, विभाग की टीम तत्काल कार्रवाई करेगी। ऑकेजनल बार लाइसेंस (एफएल-11) प्राप्त करने के लिए आबकारी विभाग की वेबसाइट पर किया जा सकता है। इसके अलावा यही नियम ढाबों पर भी लागू होगा। पकड़े जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई और जुर्माना दोनों किया जाएगा।
राकेश कुमार सिंह
जिला आबकारी अधिकारी
लखनऊ।
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