चांदी का बिस्तर, बाथरूम में सोने के नल, खाने के लिए सजी प्लेट भी सोने से जड़ी हुई, आवभगत में खड़े हाथी-घोड़े, पहाड़ों से घिरे तालाब के बीच में तैरता हुआ महल…
परीकथा जैसी लगने वाली ये बातें राजस्थान में आकर सच होती हैं…और यह सब मिलता है, यहां मौजूद एशिया की या कहें दुनिया की सबसे बेहतरीन होटल्स में। जैसे-जैसे राजस्थान में सैलानियों की संख्या बढ़ रही है, प्रदेश में ऐसी शाही होटल्स की संख्या भी बढ़ती जा रही है। साल 2021 के बाद राजस्थान में 5-स्टार होटल्स की संख्या दोगुनी हो गई है।
दिलचस्प बात ये है कि राजस्थान में पिछले साल होटल इंडस्ट्री में हुए 8 हजार करोड़ के कारोबार में से 4 हजार करोड़ का कारोबार इन्हीं 5 स्टार और हेरिटेज होटल्स ने दिया है। राजस्थान में कुल 17250 होटल हैं, जबकि इन लग्जरी होटल्स की संख्या सिर्फ 650 है। (कल आपने पढ़ा- राजस्थान में पर्यटकों के मामले में जोधपुर-उदयपुर टॉप-10 में नहीं:इस साल 20 करोड़ सैलानी आएंगे, एक टूरिस्ट से मिलेगा 13 लोगों को रोजगार)
राजस्थान में नया टूरिज्म सीजन शुरू हो गया है। सैलानियों के लग्जरी होटल्स के प्रति बढ़ते प्रेम को देखते हुए ऐसे और कई बड़े होटल आकार ले रहे हैं। एक्सपर्ट मानते हैं कि इस वजह से अगले पांच साल में होटल इंडस्ट्री का कारोबार कई गुना होने की संभावना है।
जयपुर में करीब 15 बड़े होटल्स जल्द शुरू होने वाले हैं, जबकि अजमेर के पुष्कर में 4 और 5 स्टार होटल के 10 प्रोजेक्ट्स प्रस्तावित हैं। उदयपुर में भी कई नए होटल बनने जा रहे हैं। सवाई माधोपुर के रणथंभौर के आसपास भी बड़े होटल प्रोजेक्ट्स की योजना है।
राजस्थान में होटल इंडस्ट्री के बदलते ट्रेंड्स क्या कहते हैं, दुनियाभर में ये क्यों अनोखे हैं, प्रियंका चोपड़ा से लेकर हॉलीवुड सेलिब्रिटी यहां शादी करना क्यों पसंद करते हैं, इस साल कैसा है रिस्पॉन्स? पढ़िए, टूरिज्म सीजन की स्पेशल सीरीज के दूसरे पार्ट में….
पहले पढ़िए राजस्थान में स्थित दुनिया के 6 अनोखे होटल्स के बारे में…
राजस्थान में होटल इंडस्ट्री की ग्रोथ का आकलन इससे भी किया जा सकता है कि यहां पांच साल में 4 हजार से ज्यादा होटल बढ़ गए हैं। यही नहीं, होटल्स के फुल रहने पर टूरिस्ट के लिए होम स्टे और गेस्ट हाउस जैसे ऑप्शन भी मौजूद हैं।
रोचक तथ्य यह है कि होटल इंडस्ट्री का 50% बिजनेस सिर्फ 5 स्टार और हेरिटेज होटल से होता है, जबकि राजस्थान के कुल 17250 होटल में से इनकी संख्या महज 650 यानी (3.76%) है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले कुछ महीनों में होटल में रूम बुकिंग पीक पर रहेगी। इस साल होटल इंडस्ट्री का बिजनेस 9000 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है। इस हिसाब से राजस्थान में होटल इंडस्ट्री का बिजनेस पांच साल में दोगुना से ज्यादा हो जाएगा।
होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष हुसैन खान के अनुसार, वित्त वर्ष 2022 में होटल इंडस्ट्री ने 250 करोड़ रुपए का जीएसटी जनरेट किया था, जो 2023 में बढ़कर 450 करोड़ रुपए हो गया। वर्तमान में जीएसटी 12% है, लेकिन होटल के कमरे का किराया 5,000 रुपए से ज्यादा होने पर यह 18% हो जाता है।
करीब 30% होटल्स ऐसे हैं, जिनकी सेल महीने में 20 लाख रुपए से कम है, उन्हें जीएसटी नंबर लेने की आवश्यकता नहीं होती। इस साल करीब 9000 करोड़ रुपए के बिजनेस की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि हुसैन खान का कहना है कि यह केवल अनुमान है। असली तस्वीर मार्च के बाद ही स्पष्ट होगी।
इस साल 4 बड़े इवेंट, 90 फीसदी होटल्स बुक राजस्थान में नया टूरिज्म सीजन शुरू हो गया है। अगले महीने से शादी की शहनाई बजना यानी वेडिंग सीजन भी शुरू हो जाएगा। दिसंबर में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट तो फरवरी में जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल और मार्च में राजस्थान में पहली बार आईफा अवॉर्ड जैसे मेगा इवेंट्स होने जा रहे हैं।
देश-विदेश से टूरिस्ट, राइटर, एक्टर, फिल्म मेकर, फिलॉसफर, बिजनेसमैन, पॉलिटिशियन समेत लाखों-करोड़ों लोग राजस्थान आएंगे। सैर-सपाटा करेंगे। यहां के होटलों में ठहरेंगे। इससे होटल इंडस्ट्री को बूम मिलेगा। होटल इंडस्ट्री से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार, नवंबर और दिसंबर में होटल्स में टूरिस्ट की रूम बुकिंग लगभग 100 फीसदी रहेगी। यही नहीं, सभी बड़े सावों पर करीब 90 फीसदी होटल्स अभी से बुक हैं।
नवंबर-दिसंबर में होटल में रूम मिलना मुश्किल होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट रणविजय सिंह का कहना है कि नवंबर से मार्च तक सभी बड़े सावों पर इस बार बंपर बुकिंग है। सभी बड़े सावों पर करीब 90 फीसदी होटल अभी से बुक हैं।
बात होटल में टूरिस्ट्स की बुकिंग की करें तो इस बार मार्च तक बुकिंग औसतन 70 से 72 फीसदी तक रह सकती है। अक्टूबर में 50 से 55 फीसदी ऑक्यूपेंसी रही है। नवंबर और दिसंबर में बुकिंग्स लगभग 100 फीसदी रहेगी, क्योंकि यह सीजन का पीक होता है। जनवरी से मार्च तक इसमें गिरावट आने लगती है।
होटल व्यवसायियों का कहना है कि 20 दिसंबर से 7 जनवरी तक क्रिसमस और नए साल के दौरान होटल में रूम मिलना लगभग नामुमकिन होता है। जयपुर, उदयपुर और जैसलमेर में तो होटल दो महीने पहले से ही नए साल के लिए भरे हुए हैं, जबकि अन्य स्थानों पर भी बल्क बुकिंग जारी है।
कुल बिजनेस का 50 प्रतिशत 5 स्टार और हेरिटेज होटल से सबसे ज्यादा 80 प्रतिशत टूरिस्ट बुकिंग बजट होटल्स में होती है। महज 5 प्रतिशत ही फाइव स्टार और हेरिटेज होटल में बुकिंग करवाते हैं। ये बुकिंग खासतौर पर वेडिंग, बिजेनस मीटिंग्स, कॉन्क्लेव और इंटरनेशनल मेगा इवेंट्स की होती है। हालांकि बिजनेस के लिहाज से हेरिटेज और 5 स्टार होटल टॉप पर हैं।
होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के प्रेसिडेंट हुसैन खान का कहना है कि राजस्थान में होटल इंडस्ट्री का 50 प्रतिशत बिजनेस इन्हीं 5 स्टार और हेरिटेज होटल से आता है। बाकी 50 फीसदी कारोबार 3-4 स्टार और बजट होटल से होता है।
होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के अनुसार, साल 1951 से पहले बने होटल को ही सरकार की ओर से हेरिटेज होटल की श्रेणी का सर्टिफिकेट दिया जाता है। इसके लिए कुछ मापदंडों को पूरा करना जरूरी होता है। राजस्थान में ऐसे होटल्स की संख्या 1 से 2 फीसदी ही है।
होटल्स में शादियों के लिए साल के 100 दिन फिक्स इवेंट गुरु अरशद खान के अनुसार, इस साल राजस्थान में डेस्टिनेशन वेडिंग्स का बूम देखने को मिलेगा। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर और पुष्कर के तीन, चार और पांच सितारा होटल्स अगले पांच महीनों तक पूरी तरह से बुक हैं। सावों पर होटल्स में बुकिंग बढ़ गई है। वेडिंग सीजन में, खासकर सावों के दौरान होटल के कमरे ब्लॉक होने की वजह से टूरिस्ट को रूम मिलने में दिक्कत आती है। अब होटल्स ने साल के 100 दिन शादियों के लिए ही फिक्स कर दिए हैं। 3 स्टार और 4 स्टार होटल्स तीन दिन के वेडिंग इवेंट्स के लिए 80 से 100 रूम और खाना-पीना मिलाकर 60 से 80 लाख रुपए तक चार्ज करते हैं।
शादी-समारोह से होटल इंडस्ट्री का बड़ा मुनाफा अरशद खान का कहना है कि पिछले एक दशक में होटल इंडस्ट्री का फोकस टूरिस्ट से हटकर शादियों पर आ गया है। जहां विदेशी टूरिस्ट सीमित संख्या में रूम बुक करते थे, वहीं शादियों के लिए एक साथ 100 से ज्यादा रूम बुक हो रहे हैं, वो भी दो से तीन दिन के लिए। इस वजह से होटल्स का रेवेन्यू कई गुना बढ़ गया है। उदाहरण के लिए एक रूम जो विदेशी पर्यटक को 5-6 हजार रुपए में मिलता था, वही वेडिंग्स में 10-12 हजार रुपए तक बुक हो रहा है।
राजस्थान में टूरिज्म सेक्टर से जुड़ी हुई डेस्टिनेशन वेडिंग्स और इवेंट इंडस्ट्री करीब 1 लाख करोड़ की है। यह हर साल 15% की दर से ग्रोथ कर रही है। इसमें फूड, होटल, ज्वेलरी, इवेंट, टूर एंड ट्रैवल्स जैसे सेक्टर शामिल हैं। हालांकि अक्टूबर से मार्च तक टूरिस्ट की संख्या होटल इंडस्ट्री को बूस्ट करती है।
टूरिस्ट की संख्या बढ़ी तो होटल इंडस्ट्री को मिली ग्रोथ होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के प्रेसिडेंट हुसैन खान बताते हैं कि 2016 तक राजस्थान में 4.50 करोड़ के लगभग पर्यटक आते थे। 2019 में पहली बार यह आंकड़ा 5 करोड़ के पार पहुंचा। 2023 में यह आंकड़ा 18 करोड़ को पार कर गया। इससे होटल इंडस्ट्री को भी ग्रोथ मिली है।
वेडिंग इवेंट्स से सेक्टर में 15% का उछाल मिलेगा होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट रणविजय सिंह का कहना है कि कोरोना महामारी के बाद युवाओं में नए डेस्टिनेशन एक्सप्लोर करने का चलन भी बढ़ा है। इस ट्रेंड ने ऑफ-सीजन में भी होटल्स को बिजनेस दिलाया है। जयपुर समेत प्रमुख शहरों में लग्जरी होटल्स की चेन खुलने से पर्यटन को और मजबूती मिली है।
रणविजय सिंह के अनुसार, इस साल शादियों और संबंधित इवेंट्स से हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में 10 से 15% का उछाल आना निश्चित है। मार्च-अप्रैल तक के लिए शादियों के लिए होटल्स में बुकिंग पूरी हो चुकी है।
होटल्स में कैटेगरी वाइज इस साल कितनी ग्रोथ की संभावना
5 स्टार होटल
- वित्त वर्ष 2024-25 में औसत ऑक्यूपेंसी 75-80% रहने की संभावना।
- कॉरपोरेट इवेंट्स और विदेशी टूरिस्ट के कारण 10-15% तक राजस्व वृद्धि की उम्मीद।
4 स्टार होटल
- ऑक्यूपेंसी 70-75% रहने का अनुमान।
- विशेष रूप से MICE (मीटिंग्स, इंसेंटिव्स, कॉन्फ्रेंस और एग्जीबिशन) के कारण 8-12% तक रेवेन्यू ग्रोथ की संभावना।
3 स्टार होटल
- 65-70% ऑक्यूपेंसी रहने की संभावना।
- डोमेस्टिक टूरिस्ट के कारण 5-10% तक राजस्व वृद्धि की उम्मीद।
हेरिटेज होटल
- औसत ऑक्यूपेंसी 70-75% रहने की उम्मीद।
- फेस्टिवल्स और स्थानीय आयोजनों के कारण 10-15% तक रेवेन्यू ग्रोथ की संभावना।
बजट होटल
- आमतौर पर किफायती पर्यटकों के पसंदीदा इन होटल्स में ऑक्यूपेंसी 60-65% रहने की उम्मीद।
- बिजनेस मीटिंग्स और डोमेस्टिक टूरिस्ट के कारण 5-10% तक रेवेन्यू बढ़ोतरी की संभावना।
होम स्टे बन रहे विकल्प होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट रणविजय सिंह का कहना है कि सरकार बीते कुछ साल से होम स्टे टूरिज्म को भी बढ़ावा दे रही है। सरकार ने इसके लिए 2021 में राजस्थान होम स्टे योजना लागू की। पहले इसमें पेइंग गेस्ट स्कीम ही थी, जो 5 कमरों तक सीमित थी। नई नीति में इसे तय नियमों के तहत 20 कमरों तक किया गया है। फिलहाल गेस्ट हाउस स्कीम में 100 से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए हैं।
पूरे राजस्थान की बात करें तो 5 कमरों की सीमा के साथ करीब 1000 से ज्यादा होम स्टे रजिस्टर्ड हैं। इनकी संख्या में हर साल वृद्धि हो रही है। राजस्थान में होम स्टे और गेस्ट हाउस में रूम का प्रतिदिन का किराया 1000 से 6000 रुपए तक है। पूरे राजस्थान में होम स्टे में करीब 5000 कमरे उपलब्ध हैं। होम स्टे का यह बढ़ता हुआ नेटवर्क स्थानीय संस्कृति, परम्पराओं और ग्रामीण जीवन का अनुभव करने का टूरिस्ट को एक बेहतरीन विकल्प देता है।
विलेज टूरिज्म को प्रमोट कर रही सरकार रोजगार के लिए गांव से शहर की तरफ हो रहे पलायन को रोकने के लिए सरकार ने रूरल टूरिज्म को प्रमोट किया है। नई पर्यटन नीति 2020 के तहत रूरल टूरिज्म पॉलिसी में 150 से 200 यूनिट्स रजिस्टर्ड हुई हैं। इसके तहत गांव-ढाणियों में गेस्ट हाउस, होम स्टे और रूरल टूरिज्म के जरिए गांव के युवाओं को रोजगार से जोड़ना उद्देश्य है।
नवंबर 2022 से शुरू हुई इस योजना में ग्रामीण क्षेत्रों में रूरल गेस्ट हाउस, कृषि पर्यटन, पेइंग गेस्ट, कैंपिंग साइट और कैरावन पार्क शामिल हैं। विलेज टूरिज्म के लिए टहला गढ़, सरिस्का, जवाई के सेणा गांव, ब्यावर के देवमाली गांव और दौसा के पास आभानेरी बीते दो-तीन साल से टूरिस्ट के लिए हॉटस्पॉट बने हुए हैं। यहां 1000 रुपए से रूम का किराया शुरू होता है, जो पीक सीजन में 4 से 5 हजार तक पहुंच जाता है।
कोविड में लगा था झटका, किया कमबैक होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के प्रेसिडेंट हुसैन खान ने बताया- राजस्थान में बीते पांच साल में कई जिलों में होटल की संख्या में 50 फीसदी का इजाफा हुआ है। सीकर, झुंझुनूं जैसे इलाकों में तीन साल पहले 50 होटल भी नहीं थे। अब वहां 250 के करीब छोटे-बड़े होटल हैं। 2019 से 2021 के बीच जहां 10 फीसदी होटल्स बिकने की कगार पर आ गए थे।
इवेंट इंडस्ट्री एक्सपर्ट अरशद खान के मुताबिक जयपुर में कूकस के पास करीब 15 बड़े होटल्स जल्द शुरू होने वाले हैं, जबकि अजमेर के पुष्कर में 4 और 5 स्टार होटल के 10 प्रोजेक्ट्स प्रस्तावित हैं।
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