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कैथल. हरियाणा में सड़कों से गुजर रहा एक बाहुबलि ट्रक इन दिनों खासी चर्चा में हैं. बुधवार को यह बाहुबलि ट्रक नरवाना की सिरसा ब्रांच नहर के ऊपर एक अस्थायी पुल बनाकर पार करवाया गया. चार सौ टायर वाले विशालकाय ट्रक  है और जहां से भी यह गुजरता है तो लोगों की भीड़ लग जाती है.

दरअसल ये 400-400 टायर वाले दो ट्रक गुजरात के कांडला बंदरगाह से ही रिफ़ाइनरी के बॉयलर पार्ट लेक़र चले थे. जिन्होंने बड़ी मशक्क्त से सफलतापूर्वक सिरसा ब्रांच नहर पर बनाए गए अस्थायी पुल को पार क़र लिया है. जो कोई भी इस ट्रक को देखता है तो बस एक ही बात उसकी जुबान से निकलती है कि ये क्या चीज है.

ट्रेलर को पार करवाने के लिए पहले पाँच पुलर ट्रक को इस्तेमाल किया, गया लेकिन वह सफलतापूर्वक ट्रेलर को पार नहीं क़र पाए. इसके बाद ऑपरेशन लगभग आधे घंटे के लिए रोक दिया गया. चढ़ाई ज़्यादा होने की वजह से पुलर का जोर नहीं लग रहा था तो उसके बाद 2 अन्य पुलर ट्रक जोड़कर ऑपरेशन को कामयाब किया गया. प्रत्येक ट्रेलर पर 7 पुलर ट्रक लगाकर खींचा गया ओर सफलतापूर्वक पुल पार किया गया. इन दोनों ट्रकों ने ज़ब पुल पार किया तो आसपास का नजारा देखने योग्य था. लोगों की भीड़ जमा थी और टीम के सदस्य तालिया बजाकर ख़ुशी मना रहे थे. ट्रक गुज़ारने से पहले पूजा पाठ भी किया गया था और पुल पार करने के बाद टीम मेंबर्स ने मिठाई बांटकर अपने सफल कार्य के लिए ख़ुशी का इजहार किया.

जींद के नरवाना में सिरसा ब्रांच नहर पर पुल से गुजरता ट्रक.

ये दोनों ट्रेलर एक साल पहले अक्टूबर 2023 में कांडला बंदरगाह से बॉयलर का हिस्सा लेकर चले थे और जिन्हें पानीपत रिफ़ाइनरी में पहुँचना हैं . गुजरात के सूरत में ये बॉयलर बनाए गए, जिसके बाद समुद्र मार्ग से कांडला बंदरगाह तक पहुँचे और उसके बाद इन 2 बड़े 400-400 टायर वाले ट्रेलरों में लोड करके इन्हें सड़क मार्ग से पानीपत पहुँचना है.

बॉयलर समेत वजन 800 टन

इस विशालकाय ट्रेलर में 400 टायर लगे हैं और लगभग बॉयलर समेत इसका वजन 800 टन हैं. समतल रास्ते पर ट्रेन पुलर खींचते हैं, लेकिन अगर कोई पुल या फिर कोई चढ़ाई वाला रास्ता पार करना हो तो इसमें 4-5 पुलर लगाए जाते हैं. एक पुलर 500 हार्स पावर से अधिक ज़ोर लगाता है तो इस हिसाब से लगभग 15 सौ से 2 हज़ार घोड़ों की ताक़त लगातार ये ट्रेलर थींचा जाता है. लगभग 13-14 महीनों में ये  विशालकाय ट्रक  अपने गंतव्य तक पहुँचेगा.  ट्रक के रास्ते में पहले ही 15-20 किलोमीटर की दूरी तक रास्ता साफ़ किया जाता है. इसमें बिजली की तारें अन्य कोई बाधा रेलवे फाटक जैसे अवरोधो को दूर किया जाता है. इसके लिए एक स्पेशल टीम काम करती है, जो बिजली, इरिगेशन और रेलवे आदि विभागों से परमिशन लेकर अपना काम शुरू करते हैं और रास्ते को भी ख़ाली करवाते हैं. कुल 250 लोग साथ चलते हैं.

ट्रक पांच महीने पहले गुजरात से चला था.

केंद्र सरकार से मिलती है परमिशन

ट्रेलर ले चलने से लेकर पहुँचने तक की ओवरआल परमिशन केंद्र सरकार से ली जाती है ओर तमाम राष्ट्रीय राजमार्गो से होते हुए ये अपने गंतव्य तक पहुँचता है. ट्रेलर के साथ 250 लोगों की टीम काम करती है, जिसमें अलग अलग काम करने वाले कर्मचारी होते हैं. यह ट्रेलर एक दिन में 15-20 किलोमीटर का सफ़र तय करता है. अभी तक के सफ़र में लगभग 200 के क़रीब टायर फट चुके हैं और इन्हें बदला गया. टेक्निकल सपोर्ट टीम भी साथ चलती है जो तमाम तकनीकी त्रुटियों को देखती है.

15 दिन में एक पुल तैयार किया

नरवाना सिरसा ब्रांच नहर के ऊपर से गुजारने के लिए एक स्थायी पुल बनाया गया है. जो लगभग 15-20 दिन में तैयार किया गया है और इसकी कैपेसिटी 15 सौ टन वज़न की थी. राष्ट्रीय राजमार्ग के पुल के ही समानांतर पुल बनाया गया है. इससे पहले नरवाना में रेलवे फाटक के ऊपर से गुज़री बिजली की लाइन और अन्य रास्तों के अवरोधों को पार करते हुए यह ट्रक यहाँ तक पहुँचा था.

Tags: Government of Haryana, OMG News, OMG Video, Panipat News Today, Truck driver

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