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नई दिल्ली (Best Engineering Courses After 12th). 12वीं के बाद बीटेक कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं तो एक नजर लेटेस्ट ट्रेंड्स पर जरूर डाल लें. वक्त बदल रहा है. उसके साथ ही टेक्नोलॉजी में भी बदलाव आ रहा है. इन्हीं सब फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए एजुकेशन सिस्टम में भी जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं. अब इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए सिर्फ मेकैनिकल, सिविल, कंप्यूटर साइंस, पेट्रोलियम, केमिकल जैसी ब्रांचेस में एडमिशन लेने की जरूरत नहीं है.

इन दिनों देश-विदेश के इंजीनियरिंग संस्थानों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा साइंस और साइबर सिक्योरिटी जैसे क्षेत्रों में बीटेक कोर्स शुरू कर दिए हैं. इससे स्टूडेंट्स को लंबे समय तक नौकरी ढूंढने में परेशानी नहीं होगी. ये बीटेक कोर्स काफी डिमांड में हैं और इनकी डिग्री हासिल करने के बाद गूगल, एमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट जैसी टॉप ग्लोबल कंपनीज में लाखों, करोड़ों के पैकेज वाली नौकरी मिल सकती है (Best Engineering Courses With Salary).

बदल गया इंजीनियरिंग लैंडस्केप
वीबॉक्स इंडिया स्किल रिपोर्ट 2024 के अनुसार, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) और कंप्यूटर साइंस जैसे क्षेत्रों में जॉब्स की भरमार है (Employment News). वहीं, सिविल और मैकेनिकल जैसी पुरानी और पारंपरिक इंजीनियरिंग ब्रांचेस की वैल्यू अब पहले जैसी नहीं रह गई है. जानिए इंजीनियरिंग की बेस्ट ब्रांचेस, जो आपको 50 लाख तक की नौकरी भी दिलवा सकती हैं.

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1. Information Technology: इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी)
रोजगार दर: 68.44%
इन दिनों आईटी सेक्टर टॉप पर है. आईटी में बीटेक करके टॉप कंपनियों में आसानी से नौकरी मिल सकती है. डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, ऑटोमेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में बढ़ावा होने की वजह से स्किल्ड आईटी प्रोफेशनल्स की डिमांड बढ़ गई है.

2. Computer Science Engineering: कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (सीएसई)
रोजगार दर: 66.00%
जॉब मार्केट में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (सीएसई) ग्रेजुएट्स की भी काफी डिमांड है. इस सेक्टर को तेजी से विकसित हो रहे टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम से फायदा मिलता है. बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, ब्लॉकचेन और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट ग्लोबल इनोवेशन को आगे बढ़ाते हैं.

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3. Electronics and Communication Engineering: इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (ईसीई)
रोजगार दर: 58.91%
इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (ECE) उभरता हुआ क्षेत्र है. यह हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी को आपस में कनेक्ट करता है. ECE टेलीकम्युनिकेशन, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और सिक्योरिटी जैसे सेक्टर्स के लिए बहुत जरूरी है.

4. Mechanical Engineering: मैकेनिकल इंजीनियरिंग
रोजगार दर: 54.86%
मैकेनिकल इंजीनियरिंग को लंबे समय से इंडस्ट्रियल डेवलपनेंट की रीढ़ माना जाता है. इसमें रोजगार दर कम होकर 54.86% पर सिमट गया है. मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमोटिव और एयरोस्पेस सेक्टर्स में मैकेनिकल इंजीनियर्स की डिमांड है.

5. Civil Engineering: सिविल इंजीनियरिंग
रोजगार दर: 54.31%
सिविल इंजीनियरिंग को बीटेक यानी इंजीनियरिंग की सबसे पुरानी ब्रांच का दर्जा दिया गया है. लेकिन सिविल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स के लिए अब नौकरी हासिल करना काफी चैलेंजिंग हो गया है. दरअसल, पहले की तुलना में कंस्ट्रक्शन और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर्स में मंदी आ गई है.

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Tags: Career Tips, Employment News, Job and career

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