इधर, महिला के पति को लगा कि बेटी मर गई है और उसने अपने दामाद के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवा दिया. पुलिस ने महिला के पहले पति को उठा लिया और जेल में बंद कर दिया. कुछ दिनों बाद एक लावारिस लाश मिली और पिता ने उसे अपनी बेटी का शव बताकर पहचान कर ली. इसके बाद मुकदमा चला और हत्या के जुर्म में युवक को सजा हो गई. 4 साल बाद वही महिला पुलिस को जिंदा मिल जाती है. अब आइए जानते हैं सिलसिलेवार पूरी कहानी…
बिहार के आरा की रहने वाली धर्मशिला देवी जनकपुरिया गांव के अवध बिहारी सिंह की पुत्री है. उसका विवाह छपरा जिले के दीपक कुमार के साथ हुआ था. कुछ दिनों तक तो सब ठीक चला लेकिन बाद में दीपक धर्मशिला से खूब मारपीट करने लगा. पति की प्रताड़ना से तंग आकर वह मायके अपने पिता अवध बिहारी के पास चली आई, लेकिन उसकी किस्मत ही खराब थी कुछ दिनों बाद उसकी मां का निधन हो गया.
पिता बेटी पर रखता था गलत नजर
धर्मशिला की मां के निधन के बाद उसका पिता अवध बिहारी सिंह उस पर बुरी नजर रखने लगा, यह धर्मशिला ने पुलिस को दिए बयान में बताया है. इन सब चीजों से परेशान होकर धर्मशिला ने आत्महत्या करने की सोची और वह रेलवे स्टेशन की तरफ से पटरियों की ओर जाने लगी. सामने से ट्रेन को आते देख एक युवक ने धर्मशिला को बचा लिया. इसके बाद युवक ने धर्मशिला से उसके आत्महत्या को करने की वजह पूछी. धर्मशिला ने उस युवक को सारी बातें बता दी. युवक धर्मशिला को अपने साथ ले गया और दोनों ने गांगी पर मौजूद विश्वकर्मा मन्दिर में उससे शादी कर ली और आरा में ही रहने लगे. धर्मशिला ने बताया कि उसके एक बेटा और एक बेटी दो बच्चे भी हैं.
धर्मशिला के पिता ने दर्ज करवाया दामाद पर हत्या का मुकदमा
अवध बिहारी को जब खोजबीन के बाद धर्मशिला नहीं मिली तो उसने धर्मशिला के पति दीपक, ससुर प्रमोद सिंह और भैंसुर रविशंकर पर हत्या का केस दर्ज करवाया. पुलिस को इसी दौरान 31 अक्टूबर 2020 को थाना क्षेत्र के सोन नदी के किनारे से एक शव मिला था, जिसकी पहचान अवध बिहारी सिंह ने अपनी पुत्री धर्मशीला देवी के रूप में किया था. जिसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम भी सदर अस्पताल में करा दिया. हत्या के आरोप में पुलिस ने धर्मशीला देवी के पति दीपक को जेल भी भेजा था.
4 साल बाद पुलिस को मिल गई धर्मशाला देवी
4 साल बाद पुलिस को धर्मशाला देवी जिंदा मिल गई. महिला धर्मशीला देवी सहार प्रखंड की रहने वाली है. धर्मशीला देवी को पुलिस ने बरामद कर 164 का बयान कोर्ट में कराने के बाद मेडिकल जांच सदर अस्पताल में कराया. 17 अक्टूबर 2024 को टाउन थाना की पुलिस ने धर्मशीला देवी मीरगंज मुहल्ला से बरामद कर चौरी थाना को सुपुर्द कर दिया.
धर्मशाला देवी बोली- पिता ने करवाया झूठा FIR
धर्मशीला देवी ने बताया कि पुलिस मेरे घर मीरगंज में आई तथा अपने साथ थाना पर लेकर आ गई. पुलिस ने बताया कि आपका पिता आपको मृत मानकर आपके ससुराल के लोगों के ऊपर एफआईआर कर दिए हैं. मेरे पिता ने झूठ बोलकर, दूसरी महिला के मृत शव को मेरा शव मानकर, झूठा एफआईआर कर पहले पति फंसाया है. मैंने आरा के मीरगंज के निवासी अजय कहार से शादी कर ली है. मेरे दो बच्चे हैं. धर्मशिला आगे बताती है कि जहां शादी हुआ था वो पति बहुत मारता था जिसके वजह से हम अपने मायके आ गए यहां आने के दो महीना बाद मेरी मां मर गई उसके बाद मेरा पिता मेरे साथ गलत सम्बंध बनाने का नियत रखने लगा सोये अवस्था मे मेरे पास आ जाता और अवैध सम्बंध बनाना चाहता था.
अब पढ़िए पुलिस का बयान
इस पूरे मामले में पीरों अनुमंडल में तैनात एएसपी केके सिंह ने बताया कि चौरी थाना से जुड़ा एक मामला प्रकाश में आया है, जहां 2020 में एक मामला दर्ज किया गया था, जिसमें अपहरण के बाद सोन नदी में डेड बॉडी मिली थी, जिसकी पहचान घर वालों के द्वारा की गई थी कि वो हमारी बेटी है. लेकिन उस केस में अब ट्रायल भी हो चुका है और उसमें जो अभियुक्त थे, वह सजा के तौर पर जेल भी गए थे. इसके बाद यह लड़की बरामद हुई हैं. आगे न्यायालय द्वारा मार्गदर्शन लेकर आगे जो भी कानूनी कार्रवाई होगी. उसका अनुपालन किया जाएगा, जबकि लड़की के द्वारा अपने पिता पर गलत दुर्व्यवहार के मामले के बारे में एएसपी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लड़की का बयान माननीय न्यायालय में कराया जाएगा, जैसा भी तथ्य सामने आएगा उस पर आगे की कानूनी प्रक्रिया की जाएगी.
Tags: Ajab Gajab, Bhojpur news, Bihar News, Local18
FIRST PUBLISHED : October 20, 2024, 06:18 IST
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