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बाराबंकी: वैसे देश में बहुत से ऐसे किसान हैं, जो एक साथ कई फसलों की खेती बड़े पैमाने पर करते हैं. इन फसलों में आजकल ज्यादा मुनाफा देने वाली खेती का प्रचलन भी बढ़ गया है, जिसके तहत किसान सब्जिया उगाकर अच्छा लाभ कमा रहे हैं. इससे खाली पड़ी जमीन का इस्तेमाल भी हो जाता है और किसानों को अतिरिक्त आमदनी भी मिल जाती है.

वहीं, करेला को भी किसान फसल के रूप में उगा सकते हैं. जाहिर है कि करेला एक महत्वपूर्ण सब्जी वाली फसल है, जिसकी मांग सर्दियां आते-आते बढ़ जाती है. जिससे यह अच्छे रेट में जाता है और किसानों को लाखों रुपए मुनाफा भी हो जाता है.

खेती करने वाले किसान ने बताया
वहीं, इस युवा किसान की करेले की खेती से किस्मत चमक गई है, जिसके तहत उन्हें लागत के हिसाब से अच्छा मुनाफा मिल रहा है. जिसके लिए वह कई सालों से करेले की खेती कर लाखों रुपए मुनाफा कमा रहे हैं. बाराबंकी जिले के सरीफबाद गांव के रहने वाले युवा किसान राजेश ने करेले की खेती कर एक फसल पर लगभग एक लाख रुपए तक मुनाफा कमा रहे हैं.

किसान ने 3 बीघा में तैयार किया करेला
करेले की खेती कर रहे युवा किसान राजेश ने लोकल18 से बातचीत में बताया कि पहले हम पारंपरिक खेती करते थे. पर इसमें उन्हें अधिक मुनाफा नहीं हो पा रहा था. इसके बाद उन्होंने करेले की खेती की शुरुआत की, जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा हुआ. इस समय वह करीब 3 बीघे में करेले की खेती कर रहे हैं, जिसमें लागत करीब एक बीघे में 10 से 12 हजार रुपए आती है.

जानें कितना तापमान है जरूरी
किसान ने बताया कि वह एक फसल पर करीब एक लाख रुपए का मुनाफा कमा रहे हैं. वहीं, करेले की खेती करने के लिए अधिक तापमान की आवश्यकता नहीं होती है. इसकी फसल से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए 30 डिग्री से 40 डिग्री सेल्सियस का तापमान उपयुक्त माना जाता है. इसके अलावा, करेले के खेतों में नमी बनाए रखना भी काफी जरूरी होता है.

मेड़ बनाकर लगाएं पौधा
इसकी खेती करना बहुत ही आसान है. पहले खेत की दो बार जुताई की जाती है. फिर खेत में मेड बनाकर करेले की बीजों की बुवाई की जाती है. जब इसका पौधा निकल आता है. फिर पूरे खेत में बांस वह डोरी का स्टेचर तैयार कर इसके पौधे को चढ़ा दिया जाता है.

60 दिनों में हो जाता है तैयार
किसान ने बताया कि करेले की बेल इस पर फैल जाती है, जिससे करेला जब तैयार होता है तो उसे तोड़ने में आसानी होती है. साथ ही रोग लगने का खतरा भी कम रहता है. वहीं, करेले की बुवाई करने के लगभग 60 से 65 दिनों में इसकी फसल तैयार हो जाती है. जिसे तोड़कर हम बाजारों में बेच सकते हैं.

Tags: Agriculture, Barabanki News, Local18

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