Image Slider

शिमला. हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के नाम से जाना जाता है, लेकिन यहां पर महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.हिमाचल पुलिस की में यह खुलासा हुआ है और लगातार आपराधिक मामलों का आंकड़ा लगतार बढ़ता जा रहा है.  सबसे चिंता की बात तो यह है कि अब गोलीकांड और गैंगवॉर भी हो रहे हैं. बीती सरकार की तरह सुक्खू सरकार में भी आपराधिक घटनाएं कम नहीं हुई हैं. इस साल के शुरूआती 8 महीनों में प्रदेश में मर्डर की धाराओं में 60 और रेप के 210 मामले दर्ज किए गए हैं. 60 में से 16 मर्डर महिलाओं के हुए हैं. यानी महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल है.

दरअसल, बीते 3 साल और इस साल यानी, 2024 के शुरुआती 8 महीनों की पुलिस रिपोर्ट पर नजर दौड़ाएं तो क्राइम रेट में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है. हत्या के आंकड़ों की बात करें तो साल 2021 में जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी, उस समय 85 मर्डर हुए, 2022 में 86 और वर्ष 2023 में कांग्रेस सरकार में प्रदेश में 92 हत्याएं हुई थी. हत्या के प्रयास के वर्ष 2021 में 69, 2022 में 73, 2023 में 75 और 2024 में अब तक 55 सामने आए हैं.

हिमाचल से बड़ी खबरः पूर्व भाजपा प्रत्याशी राकेश चौधरी की संदिग्ध मौत, पत्नी टांडा में भर्ती

रेप के वर्ष 2021 में 359 मामले, 2022 में 358, 2023 में 344 और 2024 में अब तक 210 मामले हिमाचल के अलग-अलग थानों में दर्ज किए गए हैं. अपहरण के मामलों की बात करें तो साल 2021 में 429, वर्ष 2022 में 414, 2023 में 438 और 2024 में 348 केस दर्ज किए गए हैं. महिलाओं के प्रति क्रूरता के 2021 में 222, 2022 में 196, 2023 218 में और 2024 में 118 केस सामने आए हैं. महिलाओं के यौन शोषण के वर्ष 2021 में 488 मामले सामने आए थे.

Himachal Pradesh: हिमाचल की निजी यूनिवर्सिटी में लगे ‘अल्लाह-हू-अकबर’ के नारे, 10 छात्र सस्पेंड, VC ने दी सफाई

साल 2022 में 501, 2023 में 506 और 2024 में 330 मामले थानों में दर्ज हुए हैं. चोरी के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है. साल 2021 में चोरी के 475, 2022 में 670, 2023 में 660 और 2024 में 384 मामले सामने आए हैं. इस साल डकैती के 3 मामले दर्ज किए गए हैं जबकि बीते साल 2 केस दर्ज हुए थे. डकैती के बीते 2 मामले सामने आए थे और इस साल अब तक 3 मामले दर्ज किए जा चुके हैं. उधर, रॉबरी के इस साल 10 मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जबकि बीते 3 साल में 8-8 मामले सामने आए.

नशा तस्करी के मामलों में इजाफा
नशे के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं. इस साल अब 1070 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं जबकि 2021 में 1537, 2022 में 1516 और वर्ष 2023 में 2146 मामले दर्ज किए गए थे. अनुसूचित जाति और जनजाति के खिलाफ होने वाले अपराधों में भी कोई खास कमी नहीं देखी गई है. एससीएसटी एक्ट तहत 2021 में 224, 2022 में 195, 2023 में 210 और 2024 में 130 केस सामने आ चुके हैं. महिलाओं के प्रति अपराध के कुल मामलों की बात करें तो साल 2021 में 1700, 2022 में 1605, 2023 में 1659 और 2024 अब तक 1093 से ज्यादा मामले दर्ज हो गए हैं.

Tags: Crime Against Child, Crime Against woman, Himachal pradesh news, Himachal Pradesh News Today, Shimla News Today, Shimla police

Social Media Links

Follow Us on Social Media

Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||