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नई दिल्ली. क्रिकेट की दुनिया में नाम बनाने का सपना हर किसी का होता है. जो भी क्रिकेट खेलता है वो चाहता है कि पूरी दुनिया उसको जाने. एक वक्त पर दुनिया के सबसे खतरनाक ऑलराउंडर में गिने जाने वाले न्यूजीलैंड के क्रिस क्रेन्स का करियर ऐसे डूबा कि वो पाई पाई को मोहताज हो गए. फिक्सिंग में उनका नाम आया वो टीम से बाहर हुए और माली हालत इतनी खराब हो गई कि ट्रक चलाने और बस साफ करने तक का काम करना पड़ा.

न्यूजीलैंड क्रिकेट इतिहास के पॉपुलर ऑलराउंडर में शामिल क्रिस क्रेन्स ने तकरीबन 15 साल इंटरनेशनल क्रिकेट खेला. पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1989 में टेस्ट डेब्यू किया और साल 2006 में आखिरी बार टी20 मैच खेलने उतरे. न्यूजीलैंड के लिए क्रिस ने 62 टेस्ट, 215 वनडे और 2 टी20 मुकाबले खेले. इस दौरान टेस्ट में 3320 रन बनाने के अलावा 218 विकेट भी हासिल किए. वनडे में 4950 रन बनाए और 201 विकेट अपने नाम किए. 2 टी20 मैच खेलकर 3 रन बनाए और 1 विकेट भी लेने में कामयाब रहे.

कैसे डूबा ऑलराउंडर क्रिस क्रेन्स का करियर

शानदार चल रहे न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर क्रिस केनस के करियर पर ब्रेक फिक्सिंग में नाम आने के बाद लगा. न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान और इंग्लैंड के मौजूदा कोच ब्रैंडन मैक्कुलम ने आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट के सामने उनको लेकर अपना बयान दिया. साल 2014 में फिक्सिंग के दोषी पाए गए लुऊ विंसेंट ने भी क्रिस क्रेन्स का नाम लिया. फिक्सिंग में नाम आने के बाद क्रिस टीम से बाहर हुए और उनका करियर डूब गया. कोर्ट ने उनको आरोपों से बरी कर दिया लेकिन आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई.

ट्रेक चलाया, बस को साफ किया

फिक्सिंग में नाम आने के बाद खुद को बेदाग साबित करने के लिए क्रिस केन्स ने लंबे समय तक केस लड़ा. इसमें उनके कमाए पैसे बर्बाद हो गए यहां तक कि बिजनेस ठप्प हो गया. जब पैसे नहीं बचे तो क्रिस केन्स घर चलाने के लिए ट्रक चलाने तक के लिए तैयार हो गए. उन्होंने मजबूरी में न्यूजीलैंड के शेल्टर की बस साफ करने का भी काम किया.

Tags: New Zealand cricket

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