नीट यूजी एग्जाम स्ट्रक्टर
NEET UG परीक्षा 200 बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) पर आधारित होती है, जो तीन प्रमुख विषयों फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी (वनस्पति विज्ञान और प्राणी विज्ञान) में विभाजित होती है. छात्रों को इनमें से 180 प्रश्नों का उत्तर देना होता है. प्रत्येक विषय को दो खंडों में विभाजित किया गया है:
खंड A: इसमें 35 अनिवार्य प्रश्न होते हैं.
खंड B: इसमें 15 वैकल्पिक प्रश्न होते हैं, जिनमें से 10 का उत्तर देना होता है.
यह फॉर्मेट छात्रों को अपनी ताकत के अनुसार प्रश्नों का चयन करने का फ्लेक्सिबिलिटी प्रदान करता है.
विषयवार तैयारी की रणनीति
NEET UG में सफल होने के लिए विषयवार योजना और स्मार्ट तैयारी महत्वपूर्ण होती है. प्रत्येक विषय के लिए विशिष्ट दृष्टिकोण को अपनाना परीक्षा में अच्छा स्कोर प्राप्त करने की कुंजी है.
फिजिक्स
फिजिक्स कई छात्रों के लिए जटिल साबित हो सकता है. इसलिए, सूत्रों को रटने की बजाय उनके पीछे की अवधारणाओं को समझने पर जोर देना चाहिए. मैकेनिक्स, थर्मोडीनमिक्स और मॉडर्न फिजिक्स जैसे उच्च भार वाले अध्यायों पर विशेष ध्यान दें. रेगुलर प्रैक्टिस से समस्या-समाधान और स्पीड में सुधार होता है.
केमेस्ट्री
केमेस्ट्री को तीन हिस्सों में ऑर्गेनिक, इनऑर्गेनिक और फिजिकल में बांटना होता है. ऑर्गेनिक केमेस्ट्री में, रिएक्शन मैकेनिज़्म और न्यूमेरिकल पर फोकस करें. इनऑर्गेनिक केमेस्ट्री में पीरियोडिक टेबल के रुझानों और समन्वय यौगिकों पर ध्यान दें. फिजिकल केमेस्ट्री में थर्मोडीनमिक्स और केमेकिल इक्विलियम की मजबूत समझ आवश्यक है.
बायोलॉजी
यह परीक्षा का सबसे अधिक वेटेज वाला विषय है. मानव शरीर विज्ञान, आनुवंशिकी, और पारिस्थितिकी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर फोकस करें. जैविक प्रक्रियाओं की गहरी समझ और उनके बीच अंतर्संबंध बनाना महत्वपूर्ण है. रटने से अधिक समझने पर जोर दें.
NCERT की भूमिका
NEET UG की तैयारी में NCERT किताबों की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण है. ये किताबें विशेष रूप से बायोलॉजी के लिए बेहद उपयोगी हैं, क्योंकि परीक्षा में लगभग 90% प्रश्न इन्हीं से आते हैं. फिजिक्स और केमेस्ट्री में गहरी समस्याओं के समाधान के लिए अतिरिक्त संसाधन ज़रूरी हो सकते हैं, लेकिन NCERT की पुस्तकें एक मजबूत वैचारिक आधार प्रदान करती हैं.
उम्मीदवारों को NCERT किताबों का बार-बार अध्ययन करना चाहिए और हाइलाइट किए गए बिंदुओं, आरेखों और तालिकाओं पर विशेष ध्यान देना चाहिए. प्रत्येक अध्याय के सारांश नोट्स बनाना भी मददगार हो सकता है.
टाइम मैनेजमेंट की रणनीतियां
NEET UG में सफलता का एक बड़ा हिस्सा प्रभावी टाइम मैनेजमेंट पर निर्भर करता है. यहां कुछ रणनीतियां दी गई हैं.
फिजिक्स और केमेस्ट्री के लिए 60-60 मिनट और बायोलॉजी के लिए 90 मिनट का समय आवंटित करना एक उचित रणनीति हो सकती है. पहले पास में, उन प्रश्नों को हल करें जिनके उत्तर आपको पूरी तरह से आते हैं. दूसरे पास में कठिन प्रश्नों पर वापस लौटें.
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Tags: NEET, Neet exam, NEET Topper
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