Image Slider

गाजियाबाद: यूपी के गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता लगातार गिरावट की ओर है, जिससे शहर के निवासी गंभीर रूप से परेशान हैं. वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, जिससे स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. प्रदूषण के इस बढ़ते संकट पर शहर के विभिन्न इलाकों के निवासियों ने अपनी चिंताएं जाहिर की हैं.

जानें शहर के लोगों की क्या हैं शिकायतें
गाजियाबाद के इंदिरापुरम निवासी रवि अग्रवाल ने बताया कि वह पहले शाम को परिवार के साथ पार्क में टहलने जाया करते थे, लेकिन अब बाहर जाते ही सांस लेने में तकलीफ होने लगती है. साथ ही बच्चे भी लगातार खांस रहे हैं. हवा इतनी प्रदूषित हो गई है कि उन्हें घर के अंदर रहना पड़ता है.

वैशाली की रहने वाली महिला ने बताया
वहीं, गाजियाबाद के वैशाली निवासी सविता शर्मा ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से मेरी उनकी आंखों में जलन हो रही है और गले में खराश बनी रहती है. डॉक्टर ने कहा है कि यह प्रदूषण की वजह से है. हमारे बुजुर्ग और बच्चे भी इस स्थिति से सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं.

स्वास्थ्य समस्याओं में हो रही बढ़ोतरी
गाजियाबाद के कई निवासियों ने बताया कि शहर में सांस संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं. डॉक्टरों के पास ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जिन्हें प्रदूषण के कारण अस्थमा, खांसी, गले में खराश और फेफड़ों की दिक्कतें हो रही हैं.

राजनगर एक्सटेंशन के लोगों की शिकायत
वहीं, राजनगर एक्सटेंशन निवासी अमित त्यागी ने बताया कि प्रशासन सिर्फ कागजों पर काम कर रहा है. कुछ जगहों पर पानी का छिड़काव किया जाता है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है. उन्हें ठोस कदम उठाना चाहिए, जैसे कि वाहनों पर सख्ती और निर्माण कार्यों पर उचित नियंत्रण करना चाहिए.

नंदग्राम क्षेत्र के लोगों ने बताया
ऐसे ही नंदग्राम क्षेत्र निवासी सीमा वर्मा ने कहा कि यहां हर साल प्रदूषण की समस्या बढ़ती जा रही है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस योजना नहीं दिखाई देती है. उन्होंने कई बार शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती है.

लोगों ने की समाधान की मांग
निवासियों का कहना है कि शहर में प्रदूषण से निपटने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है. राकेश कुमार एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं. उन्होंने  बताया कि प्रदूषण को रोकने के लिए हमें सरकार और स्थानीय लोगों को मिलकर काम करना होगा. साथ ही वाहनों का कम इस्तेमाल, पेड़ लगाना और औद्योगिक उत्सर्जन पर नियंत्रण जैसे कदम उठाए जाने चाहिए.

शहरवासियों को सता रही प्रदूषण की चिंता
ऐसे में अब वायु प्रदूषण ने गाजियाबाद के शहरवासियों को गहरी चिंता में डाल दिया है. यहां के लोगों का कहना है कि यदि जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो स्थिति और भी खराब हो सकती है. प्रशासन को भी इस दिशा में गंभीरता से कार्य करना होगा. ताकि शहर के लोग स्वच्छ और सुरक्षित हवा में सांस ले सकें.

जानें प्रदूषण को लेकर चिकित्सक ने क्या कहा
वहीं, डॉ. राधा गुप्ता शहर के एक प्रमुख अस्पताल में कार्यरत हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें हर दिन ऐसे कई मरीज मिल रहे हैं, जिनकी समस्या सिर्फ वायु प्रदूषण के कारण है. बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है.

Tags: Air pollution, Air quality index, Ghaziabad News, Local18, UP news

Social Media Links

Follow Us on Social Media

Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||