मनीष सिसोदिया
– फोटो : एएनआई
विस्तार
निरीक्षण अभियान के तहत बीते दिन दिल्ली सरकार के मंत्री और सभी विधायकों ने सड़कों का जायजा लिया। इस दौरान कई सड़कें खराब मिलीं। कुछ जगह पाइपलाइन डाली गई थी, जिससे 6-7 महीने से वह सड़क टूटी हुई हैं, कुछ सड़कों पर गड्ढे हैं जो भरे नहीं गए हैं। सड़कें पुरानी हो गई हैं। अब इन्हें ठीक किया जाएगा।
आप विधायक मनीष सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को गड्ढा मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। इस सड़क पर बहुत सारे गड्ढे थे। लेकिन निरीक्षण के बाद इसे ठीक कर दिया गया। सरकार सक्रिय मोड में है और सभी विधायकों को दिल्ली को गड्ढा मुक्त बनाने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। भाजपा ने दिल्ली के लोगों को परेशान करने के लिए हर जगह गड्ढे खोदे हैं। वे चाहते थे कि अरविंद केजरीवाल जेल में हों और दिल्ली के लोग अरविंद केजरीवाल को वोट देंगे।
#WATCH | Delhi: AAP MLA Manish Sisodia says, “Arvind Kejriwal has pledged to make Delhi pothole free…There were a lot of potholes on this road but it was fixed after inspection. The government is in proactive mode and all MLAs have been given clear instructions to make Delhi… pic.twitter.com/IEh2rf821K
— ANI (@ANI) October 1, 2024
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सीआर पार्क, अलकनंदा क्षेत्र में सड़कों का निरीक्षण कर अधिकारियों को मरम्मत करने का निर्देश दिया। भाजपा वालों ने दिल्लीवालों को परेशान करने के लिए काम रोका था।
भाजपा की कोशिश थी कि अरविंद केजरीवाल जेल में ही रहें लेकिन उनकी साजिश नाकाम हुई। जेल से आते ही केजरीवाल ने काम करना शुरू कर दिया। सोनम वांगचुक को रोकने वाली एजेंसियां गैंगस्टरों को क्यों नहीं रोक पा रहीं है। दिल्ली में गैंगस्टर खुलेआम गोलीबारी कर रहे हैं। व्यापारियों से रंगदारी मांग रहे हैं। नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा की दिल्ली पुलिस उन्हें नहीं पकड़ रही है।
- व्हाट्स एप के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- टेलीग्राम के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- हमें फ़ेसबुक पर फॉलो करें।
- हमें ट्विटर पर फॉलो करें।
Follow Us on Social Media
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||