भारतीय रेलवे की 10000 से अधिक ट्रेनें देशभर में चलती हैं, जिनमें रोजाना करीब 2 करोड़ से अधिक यात्री सफर करते हैं. इन सभी ट्रेनों का डाटाबेस रखने के लिए अभी तक देशभर में पांच डाटाबेस सेंटर थे. इन्हीं के माध्यम से ट्रेनों में रिजर्वेशन, चार्ट, कैंसिल, डायवर्जन होता है.
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ये आती थी परेशानी
अभी तक पूर्व मध्य रेलवे का डाटाबेस सेंटर पूर्व जोन यानी कोलकाता में होता था. पूर्व मध्य रेलवे को कोलकाता पर निर्भर रहना पड़ता था. अगर कोई ट्रेन कैंसिल हो रही है या नई ट्रेन चलानी होती थी तो अप्रूवल कोलकाता से लेनी पड़ती थी. इसमें कई बार समय लग जाता है. इसे इस तरह भी समझ सकते हैं कि दिल्ली डाटाबेस (उत्तर रेलवे) में उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज जोन आता है. प्रयागराज जोन से चलने वाली ट्रेन का चार्ज दिल्ली पीआरएस से फाइनल होता है. यहां से स्वीकृत मिलने के बाद यात्रियों को कंफर्म होने कीजानकारी मिलती थी. इस वजह से कई बार समय भी लग जाता था.
अब नहीं लगेगा समय
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जंनसकर्प अधिकारी सरस्वती चन्द्र ने बताया कि डाटाबेस केंद्र पटना में शुरू हो गया है.यह देश का छठवां डाटाबेस है. इसके शुरू होने से तय समय पर ट्रेनों की चार्टिंग, ट्रेनों के कोचों में किसी तरह के बदलाव, ट्रेनों के निरस्तीकरण/मार्ग परिवर्तन सहित रेल आपरेशंस से जुड़ी समस्त जानकारी रियल टाइम अपडेट होती रहेंगी. यानी यात्रियों को रियल टाइम अपडेट मिल सकेगी.
Tags: Indian railway, Indian Railway news, PATNA NEWS
FIRST PUBLISHED : September 23, 2024, 08:54 IST
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