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three including gang leader arrested by noida police who targeted PG and houses

anuj crime
– फोटो : iStock

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रेकी कर पीजी व घरों में चोरी करने वाले तीन बदमाशों को सेक्टर-126 थाने की पुलिस ने दबोच लिया है। गिरफ्त में आए आरोपियों में गिरोह का सरगना भी शामिल है। इस अंतरराज्यीय गिरोह के कब्जे से अलग-अलग कंपनियों के 44 मोबाइल और चार लैपटॉप समेत अन्य सामान बरामद हुआ है। सरगना पूर्व में दिल्ली से जेल जा चुका है। वारदात में इस्तेमाल होने वाले ऑटो को भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। बता दें कि आरोपी रात 12 से सुबह छह बजे के बीच वारदात करते थे। बदमाशों ने अबतक 200 लैपटॉप और 400 मोबाइल चोरी करने की बात स्वीकारी है। चोरी के मोबाइल को आरोपी महज तीन से चार हजार में और लैपटॉप को सात हजार रुपये में बेच देते थे।

गिरफ्त में आए बदमाश चोरी करने वाले अन्य लोगों से भी चोरी के माल को सस्ते दामों में खरीद लेते हैं और उसे पश्चिम बंगाल में ले जाकर ऊंचे दामों पर बेच देते है। चोरी का लैपटॉप और मोबाइल खरीदने वालों के बारे में भी पुलिस जानकारी जुटा रही है। तीनों आरोपी वर्तमान में नोएडा के अलग-अलग हिस्से में किराये का कमरा लेकर रह रहे हैं। बीते चार सालों से आरोपी वारदात कर रहे हैं। गिरोह में कई अन्य लोगों के शामिल होने की जानकारी पुलिस को मिली है। बदमाशों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने की बात भी पुलिस अधिकारियों ने कही है।

एडीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि आरोपियों में सिद्ध गोपाल कक्षा आठ तक पढा है और ऑटो चलाने का काम करता है। तपन मांझी कक्षा चार तक पढा है और घर में रहकर खेती करता था। वहीं सपन मांझी कक्षा दो तक पढा है और चेन्नई में होटल में खाना बनाने का काम करता था। तीनों बदमाशों ने 25 जून की रात एक साथ तीन घरों में चोरी की थी।

बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि चोरी के लैपटॉप और मोबाइल को दिल्ली के बजाय पश्चिम बंगाल में इसलिए बेचते थे ताकि पुलिस के निशाने पर आने से बच सकें। पुलिस के अनुसार बरामद मोबाइल में से 12 मोबाइल और दो लैपटॉप ऐसे हैं, जिनके मूल स्वामी का पता चल गया है। मोबाइल और लैपटॉप मिलने की सूचना जैसे ही पुलिस ने पीड़ितों को दी उनके चेहरे फिर से खिल उठे। गिरोह को दबोचने वाली टीम को डीसीपी नोएडा ने सम्मानित करने की बात कही है।

 

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