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मिर्जापुर जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर गड़बड़ा में सेवटी नदी के किनारे मां शीतला का धाम स्थित है. कहा जाता है कि 300 वर्ष पहले मां शीतला टेढ़ी नीम से प्रकट हुई थी. खोखले नीम से मां के प्रकट होने के बाद भक्तों की मदद से मंदिर बनाया गया. धाम में पहुंचने वाले भक्तों का मां कल्याण करती हैं. यहां पर नवंबर माह में 15 दिनों के लिए विशाल मेले का आयोजन भी होता है, जिसमें काफी श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. साथ ही श्रद्धालु मां के कुंड से जल को लेकर घर जाते हैं.
निसंतान व चेचक की समस्या होगी दूर
मंदिर के पुजारी रामआसरे मिश्रा ने बताया कि मां के धाम में श्रद्धा व पूरी आस्था से दर्शन करने वाले भक्तों की हर अभिलाषा पूरी हो जाती है. पुजारी ने बताया कि मां शीतला धाम में दर्शन करने से निसंतान दंपति को संतान की भी प्राप्ति होती है. मां के कुंड का जल ग्रहण करने से चेचक जैसी गंभीर बीमारियों से भी छुटकारा मिलता है. उन्होंने बताया कि यहां पर रोग मुक्ति व प्रेत से छुटकारा पाने के लिए भक्त आते हैं. मां सभी भक्तों की हर मुराद को पूरी करती है.
शब्दों में शक्ति नहीं कर सकते हैं बयां-भक्त
दीपनगर के रहने वाले भक्त धर्मेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि 30 वर्षों से मां शीतला के धाम में दर्शन के लिए आ रहे हैं. मां में बहुत शक्ति है. मेरी हर मनोकामना को मां ने पूर्ण किया है. आकाश त्रिपाठी ने बताया कि कई बार मां शीतला धाम में आ चुके हैं. मां में अपार शक्ति है. हर मन्नत यहां पर पूरी होती है. आंसू त्रिपाठी ने कहा कि 7 वर्षों से हम यहां आ रहे हैं. मां की शक्ति को शब्दों में बयां नहीं कर सकते. इनमें अपार शक्ति है.
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