Success Story: मेरठ के रजपुरा ब्लॉक की रहने वाली सलोनी द्वारा 30 दिन के मूर्ति बनाने की प्रशिक्षण के बाद स्वरोजगार शुरू किया. जिसके माध्यम से वह 8 अन्य महिलाओं को भी रोजगार कर रही है. उन्होंने एक साल पहले शुरुआ…और पढ़ें
- सलोनी ने मूर्ति बनाने का कारोबार शुरू किया
- सलोनी ने नाबार्ड से मूर्ति बनाने की ट्रेनिंग ली
- सलोनी 8 अन्य महिलाओं को रोजगार दे रही है
नाबार्ड से हासिल की ट्रेनिंग, बदल गई जिंदगी
बैंक से लोन लेकर शुरू किया बिजनेस
सलोनी ने बताया कि उन्होंने अपने बिजनेस की शुरुआत करने के लिए पंजाब नेशनल बैंक से शुरुआती दौर में डेढ़ लाख रुपए का लोन लिया था. इसके बाद उन्होंने अपने बिजनेस को आगे बढ़ाया. वर्तमान समय में आठ महिलाएं उनके साथ जुड़कर कारोबार कर रही हैं. जिन्हें वह प्रतिमाह आठ हजार रुपए से 10000 रुपए वेतन उपलब्ध करा रही है. वहीं उन्होंने बताया कि अगर 1 साल की बैलेंस शीट की बात की जाए ढाई लाख रुपए से अधिक का कारोबार कर चुकी है. जिस तरह से मूर्तियों की डिमांड आ रही है. उससे उन्हें उम्मीद है कि वह सालाना प्राइवेट सेक्टर में अगर जॉब भी करती तो शायद 2 साल में भी इतनी कमाई नहीं कर पाती है.
बताते चलें जिस हिसाब से वर्तमान समय में ट्रेंड चल रहा है. उसी तरह सलोनी द्वारा मूर्तियां तैयार की जाती है. खास तौर पर उपहार के तौर पर भी कोई अगर गिफ्ट देना चाहे. तो उनके द्वारा उनके लिए डिमांड पर मूर्तियां तैयार की जाती है. उन्होंने बताया कि जन्माष्टमी आ रही है. ऐसे में उन्हें बड़ी मात्रा में गाय की मूर्तियों को बनाने का आर्डर मिला है. उन्होंने कहा कि अगर महिलाएं कुछ करने की ठान ले तो वह अपनी एक विशेष पहचान बना सकती है.
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