Lalu Yadav News: लालू प्रसाद यादव ने 78वें जन्मदिन पर 78 किलो का लड्डू केक तलवार से काटा जिससे बिहार की राजनीति में हंगामा मच गया है. जीतन राम मांझी और बीजेपी ने लालू यादव पर तीखे प्रहार किए हैं और जंगलराज का …और पढ़ें
हाइलाइट्स
- लालू यादव ने 78वें जन्मदिन पर 78 किलो का केक तलवार से काटा.
- मांझी और बीजेपी ने लालू पर तलवार से केक काटने पर हमला बोला.
- राजद ने इसे सियासी जलन बताया, बिहार में सियासी माहौल गरमाया.
पटना. अपने 78वें जन्मदिन पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने पटना स्थित आवास पर 78 किलो के भव्य लड्डू केक को तलवार से काटकर जश्न मनाया. समर्थकों ने इस मौके पर जोरदार स्वागत किया, लेकिन यह कार्यक्रम राजनीतिक विवाद का कारण बन गया. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और बीजेपी नेताओं ने लालू के इस अंदाज पर तीखा प्रहार किया है जिससे बिहार की राजनीति में एक बार फिर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.
जीतन राम मांझी ने तंज कसते हुए कहा, राजद अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद यादव जी को जन्मदिन की बधाई लेकिन उम्र के इस पड़ाव में अपनी संस्कृति बदलें. लाठी में तेल पिलवाकर समाज को बांटने वालों के व्यवहार में बदलाव आ ही नहीं सकता. लालू जी को समझना होगा कि ये दौर लाठी और तलवार का नहीं है. मांझी ने आगे लिखा, जब सरकार में नहीं हैं तो तलवार से केक काट रहे हैं. गलती से बेटा कुछ बन गया तो शायद AK-47 से केक उड़ाया जाएगा.
मांझी का यह बयान लालू के बेटे तेजस्वी यादव की सियासी महत्वाकांक्षा पर भी व्यंग्य माना जा रहा है. मांझी ने आगे लालू पर समाज को बांटने और सत्ता से बाहर होने के बाद भी ‘शाही अंदाज’ अपनाने का आरोप लगाया. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि लालू प्रसाद यादव जी को यह समझना होगा कि अब बिहार में लाठी और तलवार का दौर खत्म हो चुका है. वह जमाना चला गया जब तलवार और हथियार के दम पर बिहार की जनता को डराया जाता था. बिहार में नरसंहार होता था. अब बिहार बदल चुका है और यहां हिंसक संस्कृति वालों के लिए कोई जगह नहीं है. लालू प्रसाद यादव को नहीं भूलना चाहिए कि बिहार की जनता ने आखिर दो दशक से उन्हें विपक्ष में क्यों बिठा रखा है?
केक भी तलवार से काटा और यह उनकी…
विधानसभा चुनाव से पहले सियासी माहौल गर्म
राजद ने इन हमलों को खारिज करते हुए इसे सियासी जलन करार दिया है. पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, लालू जी का जन्मदिन उनके समर्पण और जनता के प्यार का प्रतीक है. विरोधियों को उनकी लोकप्रियता से जलन हो रही है. इस विवाद ने बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले सियासी माहौल को गरमा दिया है. इसके साथ ही नेतृत्व और छवि को लेकर आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं.
लालू यादव का बेबाक अंदाज बता रहे समर्थक
राजनीतिक के जानकार कहते हैं किमांझी और बीजेपी इस मुद्दे को हवा देकर राजद की छवि को फिर उभारने की कोशिश की है जिसको लेकर उनपर जंगलराज के आरोप लगते रहे हैं. जबकि, राजद कार्यकर्ता, नेता और लालू यादव के समर्थक इसे उनका बेबाक अंदाज बता रहे हैं. यह घटना एक बार फिर बिहार की सियासत में जाति, नेतृत्व और व्यक्तित्व के इर्द-गिर्द घूमती बहस को उजागर करती है.
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट…और पढ़ें
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट… और पढ़ें
- व्हाट्स एप के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- टेलीग्राम के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- हमें फ़ेसबुक पर फॉलो करें।
- हमें ट्विटर पर फॉलो करें।
———-
स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||