Image Slider

राज कुशवाहा की मां और बहन ने कहा कि राज सोनम की सलामती के लिए दुआ करता था।

.

राज की नाबालिग बहन ने रोते हुए ये बात कही। उसने कहा कि जब से भाई का नाम इस मर्डर केस में आया है, मां चुन्नीबाई (52) बदहवास है। छोटी बहन की तबीयत भी खराब हो गई है। वो उठ भी नहीं पा रही है। हम सोनम से एक बार ही मिले थे। वो ऐसा नहीं कर सकती। गरबे के समय सोनम और उसकी टीम से मुलाकात हुई थी। इसके बाद हम नहीं मिले। सोनम कभी घर पर नहीं आई। मेरा भाई कभी भी इतना बुरा नहीं सोच सकता।

मकान मालिक बोले- राज ऐसा लड़का नहीं है राज के मकान मालिक ने बताया, करीब 10 साल से राज और उसके परिवार को जानता हूं। राज की तीन बहनें हैं, एक बहन गांव में और दो साथ में रहती है। कोरोनाकाल में उसके पिता की मौत हो गई थी। तब हम सभी ने चंदा कर उनका अंतिम संस्कार करवाया था। वो लड़का आज तक सिर उठाकर मोहल्ले में नहीं चला। सुबह काम पर जाता और शाम को घर आ जाता था। उसे देखकर कभी ऐसा लगा ही नहीं कि वो इस तरह का कदम उठा सकता है।

राजा के परिवार में तीन बहनें हैं। एक बहन का कहना है कि भाई को फंसाया जा रहा है।

राजा की हत्या का पता चलते ही रोने लगा था भाई भाई दो-ढाई साल से काम कर रहा था। उसे कौन फंसा रहा है, हमें नहीं मालूम। हत्या के पहले और बाद में भैया बिल्कुल नॉर्मल रहा। राजा रघुवंशी की हत्या का पता चला तब भैया बहुत रो रहे थे। मां से कहा था कि राजा का परिवार बुरी तरह परेशान है।

सोनम के लिए रोज मंदिर जाता था राज राज की बहन ने बताया, राजा के अंतिम संस्कार में राज भैया शामिल हुए थे। हमारा भाई ऐसा कर ही नहीं सकता। वह तो सोनम दीदी की सलामती के लिए घर के मंदिर में रोज दुआ करता था। रोता भी था। कहता था कि राजा भैया की तो लाश मिल गई, लेकिन दीदी कैसी होगी। वे राजा की शव यात्रा में भी गए थे। वहां से लौटकर दो घंटे तक रोए। बोले कि लुटेरों ने ऐसी हालत कर दी कि राजा का चेहरा भी नहीं देख पाया।

विशाल-आकाश को राखी बांधती है बहन ने बताया, मैं और मेरी छोटी बहन विशाल (विक्की) और आकाश को राखी बांधते थे। वे हमें छोटी बहन जैसा ही रखते थे। बाकी दो और कौन लोग हैं, मैं नहीं जानती। सोनम से हम इतना नहीं मिले कि उन्हें ज्यादा जान सकें, पर वो ऐसा न कर सकती है ना करवा सकती है।

सोनम का फोन आता था, गाड़ी भरवानी है, बिल बनाना है, इतनी बात करके फोन काट देती थी। राज भैया हमेशा सोनम को दीदी कहते थे। मेरी मम्मी तो कभी सोनम से मिली भी नहीं। वह केवल एक बार ही हमारे घर आई है।

इसलिए सोनम की शादी में नहीं गया राज बहन ने बताया कि सोनम की शादी 11 मई को हुई थी। इसी दिन 11 मई 2020 को हमारे पिता जी रामनजर सिंह की ब्रेन ट्यूमर से मौत हो गई थी। इस कारण हम इस दिन को किसी भी तरह से सेलिब्रेट नहीं करते हैं। इसलिए राज उस दिन सोनम की शादी में नहीं गया था।

मां एक ही रट लगाए हुए हैं कि मेरा बेटा बेगुनाह है, वो किसी को नुकसान नहीं पहुंचा सकता।

मां बदहवास, बोली तीन दिन से पानी नहीं पीया राज की मां एक ही बात कह रही है, मेरा बच्चा कभी ऐसा काम नहीं कर सकता। वो मेरा इकलौता बेटा था। दो बेटियों में छोटी बेटी बार-बार बेहोश हो रही है। मैंने भी तीन दिन से पानी नहीं पीया। मेरे पति शांत हो गए, अब कोई मेरे आगे पीछे नहीं है।

वह इतना भोला है कि जिसके भी पैर में जूते-चप्पल नहीं होते तो खुद अपने उतारकर दे देता था। वह नंगे पैर घर आता तो मैं चिल्लाती थी। उसे कहती थी कि खाना नहीं दूंगी, चप्पल कहां से लाऊं, पैसे नहीं है मेरे पास। सोनम के भाई की फैक्ट्री में काम करता था, वहीं पर सोनम भी काम करती थी। अब दोनों एक जगह काम करते हैं तो बातचीत तो होती ही है। उसे झूठा फंसा दिया।

बहन-मां को पहले ही पैतृक गांव भेज दिया राज ने अपनी दोनों बहन और मां को पहले ही उत्तरप्रदेश में कानुपर के पास रामपुर स्थित पैतृक गांव भेज दिया था। 8 दिन पहले ही दोनों लौटी हैं। विशाल ने भी अपने माता-पिता को गांव भेज दिया था।

ये खबर भी पढ़ें…

सोनम के सामने हुआ पति राजा का मर्डर:चीखकर कहा- मार दो इसे

इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या पत्नी सोनम के ही सामने की गई थी। मेघालय पुलिस का कहना है कि चार आरोपियों में से एक विशाल चौहान ने राजा के सिर पर पीछे से हमला किया था। उस दौरान सोनम भी वहां मौजूद थी। उसने आरोपियों से चीखकर कहा था- ‘मार डालो इसे।’ पूरी खबर पढ़ें…

———-

🔸 स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।

 

Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||