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नई दिल्ली1 घंटे पहले

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भारत और पाकिस्तान लगातार एक दूसरे पर सैन्य कार्रवाई जारी है। इस बीच विदेश और रक्षा मंत्रालय ने सुबह 10.30 बजे प्रेस ब्रिफिंग बुलाई है। इसमें ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी जाएगी।

इससे पहले विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार शाम 5.30 बजे पाकिस्तान के साथ तनाव पर लगातार तीसरे दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह मौजूद रहीं। इससे पहले 7 और 8 मई को भी सरकार की तरफ से ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी गई थी।

विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह।

कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा

8-9 मई की मध्य रात्रि को पाकिस्तानी सेना ने सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के इरादे से कई बार हमला किया। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 36 स्थानों पर घुसपैठ का प्रयास किया गया। करीब 300-400 ड्रोन का इस्तेमाल किया।

इनका मकसद खुफिया और वायु रक्षा प्रणालियों की जानकारी लेना था। शुरुआती जांच में यह सामने आया कि तुर्किये के ड्रोन थे। इनकी जांच की जा रही है। भारतीय सेनाओं ने इन्हें नष्ट कर दिया। एक यूएवी भी मूवमेंट कर रही थी, जिसे निष्क्रिय कर दिया गया।

पाकिस्तान ने LoC पर भारी फायरिंग की, इसमें कुछ जवान घायल हुए। 7 मई 2025 को रात साढ़े आठ बजे मिसाइल और ड्रोन हमला किया और उस दौरान अपना एयर स्पेस बंद नहीं किया। नागरिकों का इस्तेमाल ढाल के लिए किया।

पंजाब सेक्टर में हाई एयर डिफेंस अलर्ट के दौरान हमारा एयरस्पेस नागरिक उड़ानों के लिए बंद है, लेकिन पाकिस्तान के इलाके में नागरिक उड़ान चल रही थी। पाकिस्तान का नागरिक विमान दमम से उड़ान भरकर लाहौर तक गया। भारतीय वायुसेना ने अपनी प्रतिक्रिया में संयम दिखाया और अंतरराष्ट्रीय नागरिक विमान सेवा की सुरक्षा तय की। पाकिस्तान की यूएवी ने भठिंडा आर्मी स्टेशन टारगेट करने की कोशिश की थी, जिसे गिरा दिया गया था।

कर्नल सोफिया कुरैशी ने मैप के जरिए बताया कि 7 मई 2025 को रात साढ़े आठ बजे पाकिस्तानी एयरस्पेस में तीन फ्लाइट उड़ रहीं थीं।

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा

विक्रम मिसरी ने बताया कि कल रात की पाकिस्तानी सेना की कायरतापूर्ण गतिविधियों से आपको अवगत करा दिया गया है। ये उकसाने वाली कार्रवाई थी, उन्होंने भारतीय शहरों और सिविलियन इन्फ्रास्ट्रक्चर और कुछ मिलिट्री ठिकाने को टारगेट किया। भारतीय सैन्य इकाइयों ने इनका उत्तर दिया।

पाकिस्तान दावा करता है कि उन्होंने किसी धार्मिक स्थान पर हमला नहीं किया। उन्होंने पुंछ में गुरुद्वारे पर हमला किया। इन हमलों की जिम्मेदारी लेने की बजाय , पाकिस्तान कह रहा है कि भारतीय आर्मी ऐसा कर रही है। पाकिस्तान अपनी हरकतों और आक्रमणों को मानने से इनकार कर रहा है और दुनिया को भ्रमित करने की कोशिश कर रहा है।

पाकिस्तान कह रहा है कि हमने ननकाना साहिब पर ड्रोन हमला किया है। पाकिस्तान कोशिश कर रहा है कि इस मामले को धार्मिक रंग दिया जा सके। पहलगाम हमले में ही यही दिखाई दिया है।

गुरुद्वारे पर हुई हमले में कुछ सिख मेंबर्स की मौत भी हुई है। पाकिस्तान कह रहा है कि हम अपने ही शहरों पर हमला कर रहे हैं, यह सिर्फ कल्पना है।

मिसरी ने कहा- पिछली रात पाकिस्तान की ओर से उकसाने वाले और तनाव बढ़ाने वाले एक्शन में भारतीय शहरों, नागरिक इमारतों और कुछ सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। भारतीय सशस्त्र सेनाओं ने इसका माकूल जवाब दिया है, जिम्मेदाराना रुख अपनाते हुए जवाब दिया है। इन हमलों को पाकिस्तान नकार रहा है, जबकि पाकिस्तान सरकार की मशीनरी का इस्तेमाल किया गया है। यह पाकिस्तानी की दोहरी मानसिकता को दिखाता है।

पुंछ के गुरुद्वारे पर पाकिस्तान ने हमला किया

पाकिस्तान दावा कर रहा है कि वो किसी धार्मिक संस्थान या इमारत पर हमला नहीं कर रहा है। आपको याद होगा मैंने आपको कल तस्वीर दिखाई थी। इसमें पुंछ में एक गुरुद्वारे पर हमला किया गया था। इनकी जिम्मेदारी उठाने की बजाय पाकिस्तान यह कह रहा है कि भारतीय फोर्सेस और एयरफोर्स अपने ही शहरों पर हमला कर रही हैं और पाकिस्तान पर इल्जाम लगा रही है।

यह कुछ और नहीं, पाकिस्तान की कोशिश है कि इन हमलों की जिम्मेदारी ना ले। यह सच है कि पाकिस्तान दुनिया को भरमाने की कोशिश कर रहा है, उसकी कोशिश सफल नहीं होगी। पुंछ के गुरुद्वारे पर पाकिस्तान ने हमला किया और सिख समुदाय के कुछ लोग, जिनमें गुरुद्वारे का रागी भी शामिल है, उनकी जान चली गई। टीवी पर आप इस हमले के चित्र देख सकते हैं।ये बात कि हम अपने ही शहरों पर हमला कर रहे हैं, यह सिर्फ पाकिस्तान की कल्पना है। वे ऐसा कर सकते हैं, क्योंकि उनका इतिहास ही यही है।

पाकिस्तान कह रहा है कि भारत ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर ड्रोन अटैक कर रहा है। यह सिर्फ पाकिस्तान के प्रोपेगैंडा फैलाने वाले कैंपेन का हिस्सा है। यह कैंपेन पाकिस्तान ने पहलगाम अटैक के वक्त से ही शुरू किया है। वह शुरू से ही इन हालात को धार्मिक रंग देने की कोशिश कर रहा है। हमें आश्चर्य नहीं है, लेकिन भारत की एकता खुद में ही पाकिस्तान के लिए चुनौती है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल-जवाब

सवाल: करतारपुर कॉरिडोर का क्या स्टेटस है। जवाब: आपको एलओसी के हालात पता हैं। सिक्योरिटी के चलते करतारपुर साहिब कॉरिडोर को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है।

सवाल: धार्मिक स्थानों को निशाना बनाए जाने की बात कही, एक चर्च की भी बात आ रही है? जवाब: इस निंदाजनक कृत्य की खबरें आ रही हैं। एक शेल पाकिस्तान ने फायर किया था, पुंछ में एक क्राइस्ट स्कूल के पास गिरा था। क्राइस्ट स्कूल के स्टूडेंट की जान चली गई है। क्रिश्चियन कॉन्वेंट पर भी बम गिरा है। कुछ लोगों ने अंडरग्राउंड हॉल में छिपकर जान बचाई। पाकिस्तान चर्च, गुरुद्वारा और मंदिरों को निशाना बना रहा है।

सवाल: IMF में पाकिस्तान के बेलआउट पैकेज को लेकर क्या कहेंगे, पाकिस्तान की हरकतों का क्या जवाब दिया है? जवाब: सिंधु जल संधि को लेकर बताया जा चुका है। आईएमएफ को लेकर आज मीटिंग हो रही है। हम वहां पर अपनी बात रखेंगे। ये बोर्ड पर निर्भर है, वो क्या करते हैं। जहां तक भारत के जवाब की बात है, जो आज सुबह गतिविधियां हुई। भारत ने जिम्मेदारी से उसका जवाब दिया।

सवाल: विदेश मंत्री की यूएस सेक्रेटरी से क्या बात हुई? जवाब: यूएस के सेक्रेटरी से बात की है। इसका फोकस आतंकवादी गतिविधियों और उस पर भारत ने क्या जवाब दिया, उस पर था। उन्होंने कहा कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ है।

अब पिछले दो दिन की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में पढ़ें…

8 मई की प्रेस कॉन्फ्रेंस की बड़ी बातें

प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा- मैं यही कहना चाहूंगा कि भारत तनाव बढ़ाने का काम नहीं कर रहा है। हमारा मकसद सिर्फ 22 अप्रैल के हमले का जवाब देना था। वह हमला ही वास्तविक तनाव बढ़ाने वाली घटना थी। इसके बाद ही यह सिलसिला शुरू हुआ। उसका जवाब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर एक्शन से दिया। हमारा मकसद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था, मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर हमारा टारगेट नहीं थे।पढ़ें पूरी खबर…

7 मई की प्रेस कॉन्फ्रेंस की बड़ी बातें

विदेश सचिव ने कहा था कि पहलगाम के हमलावरों की पहचान हुई है और भारत में सीमापार से आतंकवाद फैलाने के पाकिस्तान का प्लान उजागर हुआ है। पाकिस्तान आतंकवादियों की शरण स्थली के रूप में पहचान बना चुका है। आतंकवाद के इस निंदनीय कार्य के अपराधियों को जवाबदेह ठहराने की आवश्यकता UN ने भी जताई थी।

पहलगाम में 22 अप्रैल के हमले के अपराधियों और इसकी प्लानिंग करने वालों को न्याय के कठघरे में लाना जरूरी था। वे इनकार करने और आरोप लगाने में ही लिप्त रहे हैं। भारत सरकार ने पाकिस्तान से संबंधों को लेकर कुछ कदम भी उठाए हैं। पढ़ें पूरी खबर…

ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देने वाली 3 शख्सियत

1. कर्नल सोफिया कुरैशी: 1999 में आर्मी में कमीशंड

2. व्योमिका सिंह: 2017 में विंग कमांडर बनीं

3. विक्रम मिसरी: 1989 में IFS अफसर बने

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