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उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष पर्यटकों की आत्मा की शांति के लिए गुरुवार को जिले में दर्द और आक्रोश का संगम देखने को मिला। अखिल भारतीय औद्योगिक एवं व्यापार महासभा ने कविनगर चौराहे पर एक भावुक कैंडल मार्च का आयोजन किया। रामलीला ग्राउंड से शुरू हुआ यह मार्च एक ओर शोक का प्रतीक बना तो दूसरी ओर यह आतंक के खिलाफ एकजुट समाज की आवाज भी बन गया। इस श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में व्यापारियों ने भाग लिया और मोमबत्तियां जलाकर शहीदों को नमन किया। मार्च के दौरान हृदय विदारक दृश्य तब देखने को मिले जब लोगों की आंखों में आंसू थे, और दिलों में सरकार से न्याय की पुकार।

व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने इस मौके पर सरकार से कड़ा रुख अपनाने की मांग करते हुए कहा कि इस बर्बर हमले ने पूरे देश की आत्मा को झकझोर दिया है। जिन परिवारों ने अपने सदस्य खोए हैं, उनके पुनर्वास के लिए सरकार को न सिर्फ सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए बल्कि उन परिवारों को जीविका चलाने के लिए सरकारी नौकरी एवं कम से कम 50 लाख रुपये का आर्थिक मुआवजा भी देना चाहिए। राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्र चौहान, राष्ट्रीय प्रवक्ता इंद्रजीत सिंह टीटू, प्रदेश अध्यक्ष शुभम गुप्ता, संरक्षक आनंद चौधरी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव अरोड़ा, प्रदेश संयोजक अनिल चौधरी, कार्यकर्ता सहायता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रणवीर प्रधान, जिला अध्यक्ष निशांत गर्ग, प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश गर्ग, कोषाध्यक्ष

दिनेश शर्मा और युवा महानगर अध्यक्ष सहित तमाम प्रमुख व्यापारियों की मौजूदगी ने संकल्प और साहस का प्रतीक बना दिया। व्यापारी नेताओं ने मांग की कि न सिर्फ दोषियों को कठोरतम सजा दी जाए, बल्कि उन्हें पनाह देने वाले, उनके लिए जमीन तैयार करने वाले साजिशकर्ताओं के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई आतंकी संगठन भारत की धरती पर ऐसी नापाक हरकत करने से पहले सौ बार सोचने को मजबूर हो। यह कैंडल मार्च केवल श्रद्धांजलि नहीं थी, यह आतंक के खिलाफ जनमत की मशाल थी, जो अब पूरे देश में रोशनी बनकर फैल रही है।

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