फर्रुखाबाद में 50 साल पुरानी दुकान पर सोन हलवा और सोन पापड़ी की भारी मांग है. कमालगंज मुख्य मार्ग पर स्थित इस दुकान का स्वाद आज भी बरकरार है. सुबह से ही हलवा बनाना शुरू हो जाता है.
halwa receipe
- फर्रुखाबाद में 50 साल पुरानी दुकान पर सोन हलवा और सोन पापड़ी की मांग है.
- कमालगंज मुख्य मार्ग पर सुबह से हलवा बनाना शुरू हो जाता है.
- सूजी, दूध, मेवा और घी से तैयार होता है स्वादिष्ट हलवा.
फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में गर्मियों के मौसम में खास तरह का सोन हलवा और सोन पापड़ी बनाई जाती है. इसका स्वाद इतना बेहतरीन है कि सुबह से ही खाने वालों की भीड़ जुट जाती है. 50 साल पुरानी इस दुकान का स्वाद आज भी वही पुराना है. भारत में बदलते मौसम के साथ हर राज्य का खानपान भी बदलता है. जगह बदलने के साथ पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद भी बदल जाता है. ऐसे में देश भर में अपने शानदार स्वाद के लिए मशहूर फर्रुखाबाद के बाजार में आपको एक से बढ़कर एक स्वादिष्ट व्यंजन मिलते हैं. इनमें से सोन हलवा और सोन पापड़ी का स्वाद खास है.
हर समय रहती है भारी डिमांड
फर्रुखाबाद के कमालगंज मुख्य मार्ग पर इस समय गर्मी के शुरू होते ही सोन हलवा और सोन पापड़ी की खूब मांग है. लोग इन्हें खाने के लिए यहां आते हैं. ये व्यंजन सैकड़ों सालों से बनाए जा रहे हैं और इन्हें खासतौर पर कुछ ही परिवार बनाते हैं, जिनके लिए यह परंपरागत व्यवसाय बन गया है. जैसे ही बिक्री शुरू होती है, विभिन्न स्वादों वाले ये व्यंजन घरों से लेकर बाजार तक में सज जाते हैं.
मीठा खाने के कई विकल्प हैं, जिनमें सूजी का हलवा बेहद पसंद किया जाता है. इन दिनों शहर के कुछ खास स्थानों पर इसके शौकीनों की भीड़ देखने को मिलती है. सूजी का हलवा खासकर इसी मौसम में ज्यादा खाया जाता है. यह स्वादिष्ट और मिठास से भरपूर एक प्रसिद्ध व्यंजन है.
50 साल से स्वाद है बरकरार
फर्रुखाबाद की इस टॉप मिठाई ने लोगों के दिलों में खास जगह बनाई है. इसका हलवा सिर्फ शहर में ही नहीं बल्कि कई जिलों में मशहूर है. समय बदला, साल बदला, लेकिन यहां का स्वाद नहीं बदला. लगभग 50 साल से यह दुकान अपने पूर्वजों द्वारा बनाए व्यंजनों के स्वाद को बनाए रखी है. इस दुकान का हलवा जिसने एक बार भी चख लिया, वह उसका स्वाद कभी नहीं भूलता. यहां सूजी से बना हलवा दूध और विभिन्न मेवाओं के साथ तैयार किया जाता है, जिसकी बहुत मांग है.
सुबह से ही शुरू हो जाती है बिक्री
फर्रुखाबाद के कमालगंज मुख्य मार्ग पर स्थित इस दुकान में सुबह से ही हलवा बनाना शुरू हो जाता है और दोपहर से शाम तक यह हलवा तैयार हो जाता है. तब लोग इस हलवे का स्वाद ले सकते हैं. दुकानदार का कहना है कि वे ग्राहकों तक स्वादिष्ट हलवा पहुंचाने के लिए कभी भी गुणवत्ता से समझौता नहीं करते. इसीलिए हलवा बनाने में सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है और मेवा का भी इस्तेमाल किया जाता है.
जानें हलवे की रेसिपी
हलवा खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, इसे बनाने में उतनी ही मेहनत लगती है. सबसे पहले सूजी को भूनकर निकाल लिया जाता है, फिर इसमें दूध डालकर दो घंटे से अधिक समय तक उबाला जाता है. फिर स्वाद और जरूरत के अनुसार इसमें खोया, बादाम, काजू, और इलायची पाउडर मिलाया जाता है. अंत में इसमें देशी घी डालकर हलवा तैयार किया जाता है.
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