रामेश्वरम दर्शन के लिए बहराइच उत्तर प्रदेश के रहने वाले सुरेश राज शुक्ला ने कहा कि पंबन ब्रिज बनने के बार अब देशभर से ट्रेनें रामेश्वरम तक जा सकेंगी. इसका सबसे बड़ा फायदा होगा कि देशभर से श्रद्धालु सीधा रामेश्वरम तक जा सकेंगे. बीच में कहीं उतरना नहीं पड़ेगा. अभी मंडपम तक ही ट्रेनें जाती हैं. इसके बाद श्रद्धालुओं को टैक्सी और बस से रामेश्वरम तक जाना पड़ता है. जिसमें समय की बचत होगी. अभी तक रामेश्वरम तक मंडपम तक पहुंचने में एक घंटे से अधिक समय लगता है. ट्रेन से केवल 10 मिनट में मंडपम से रामेश्वरम तक पहुंचा जा सकेगा.
सीधा ट्रेन से पहुंचेंगे धाम
मिथलेश कुमारी, अयोध्या उत्तर प्रदेश ने बताया कि ब्रिज बनने से सबसे ज्यादा फायदा बुजुर्गों को होगा. अभी सीधा वे ट्रेन से रामेश्वरम तक पहुंचा जा सकेंगे. अभी तक सीधा ट्रेन न होने की वजह से परेशानी होती है. इस वजह से तमाम बुजुर्ग रामेश्वरम नहीं आ पाते थे. क्योंकि स्टेशन से कुछ ही दूरी पर रामेश्वरम मंदिर है. इसलिए ज्यादा चलना नहीं पड़ेगा.
कहीं से भी पहुंचने में होगी आसानी
एसके यादव, भागलपुर बिहार सरकारी नौकरी में हैं और अपने परिजनों को लेकर रामेश्वरम दर्शन के लिए आए हैं. उन्होंने कहा है कि बिहार से आसपास के किसी बड़े स्टेशन ट्रेन से आया जा सकता है, इसके बाद दूसरी ट्रेन पकड़कर सीधा रामेश्वरम तक जा सकेंगे. अगर सीधा बिहार से ट्रेन चल जाए तो और भी अच्छा रहेगा.
श्रद्धालुओं के लिए ही नहीं आसपास के लोगों को भी फायदा
वहीं, महाराष्ट्र के बारामती, सीमा बाघ बताती हैं कि चारधाम में से एक रामेश्वरम धाम है. यहां पर सालों लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. पंबन ब्रिज बनने के बाद ट्रेनें सीधा रामेश्वरम चलेंगी, इससे आने वाले समय में श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ेगी. वहीं, सोलापुर, महाराष्ट्र के विलासराज कहते हैं कि पंबन ब्रिज केवल श्रद्धालुओं के लिए ही नहीं आसपास के लोगों के लिए फायदे वाला साबित होगा. आसपास के लोगों के पास रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.
- व्हाट्स एप के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- टेलीग्राम के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- हमें फ़ेसबुक पर फॉलो करें।
- हमें ट्विटर पर फॉलो करें।
———-
स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||